SMAT 2025: कभी देखा है ऐसा, 11 के 11 खिलाड़ियों ने की गेंदबाजी, फिर भी नहीं ले पाए पूरे 10 विकेट, दिल्ली ने गजब कर दिया
SMAT 2025 Delhi Team Bowling आमतौर पर क्रिकेट में ज्यादा से ज्यादा 6-7 खिलाड़ी ही गेंदबाजी करते हैं। लेकिन सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में दिल्ली की टीम ने तो गजब कर दिया। इस टीम के कप्तान आयुष बडोनी ने अपने सभी खिलाड़ियों से गेंदबाजी करवा ली। हैरानी की बात ये रही कि इसके बाद भी दिल्ली की टीम सामने वाली टीम को ऑल आउट नहीं कर पाई।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। क्रिकेट में 11 खिलाड़ी मैदान पर उतरते हैं। इसलिए इसे प्लेइंग-11 कहा जाता है। इन 11 में से कुछ बल्लेबाज होते हैं, कुछ गेंदबाज, एक विकेटकीपर और कुछ ऑलराउंडर। कप्तान के पास आम तौर पर पांच मुख्य गेंदबाज होते हैं लेकिन अगर कोई अच्छा नहीं करता है तो बैकअप के तौर पर एक-दो खिलाड़ियों से पार्ट-टाइम गेंदबाजी करवा ली जाती है, लेकिन भारत के घरेलू टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में कुछ अजीब हुआ है। इस टूर्नामेंट में एक टीम के सभी 11 के 11 खिलाड़ियों ने गेंदबाजी की है।
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में ग्रुप-सी में दिल्ली का सामना था मणिपुर से था। इस मैच में दिल्ली के कप्तान आयुष बडोनी ने सभी खिलाड़ियों से गेंदबाजी करवा ली। इसमें विकेटकीपर अनुज रावत भी शामिल हैं।
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सस्ते में ढेर मणिपुर
मणिपुर की टीम दिल्ली के गेंदबाजों के सामने ज्यादा बड़ा स्कोर नहीं कर पाई। पूरी टीम 20 ओवरों में आठ विकेट खोकर 120 रन ही बना पाई। हैरानी की बात ये रही कि दिल्ली ने अपने सभी गेंदबाजों का उपयोग करने के बाद भी मणिपुर के पूरे 10 विकेट नहीं लिए। 11 में से सिर्फ पांच गेंदबाज ही विकेट ले पाए। आयुष सिंह, आयुष बडोनी, प्रियांश आर्या ने एक-एक विकेट लिए। हर्ष त्यागी और दिग्वेश राठी ने दो-दो विकेट लिए। लेकिन बाकी के गेंदबाज विकेट नहीं ले पाए।
दिल्ली को ये टारगेट हासिल करने में कोई परेशानी नहीं हुई। यश ढुल के 59 रनों के दम पर दिल्ली ने 18.3 ओवरों में छह विकेट खोकर ये लक्ष्य हासिल कर लिया। हालांकि, दिल्ली का कोई और बल्लेबाज खास योगदान नहीं दे सका। यश के बाद मयंक रावत 18 रन बनाकर टीम के दूसरे सर्वोच्च स्कोरर रहे।
पहली बार हुआ ऐसा
ये पहली बार हुआ है जब किसी टीम ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अपने सभी 11 खिलाड़ियों से गेंदबाजी करवाई हो। इससे पहले एक टीम के सिर्फ नौ गेंदबाजों से एक मैच में गेंदबाजी करवाई गई थी। भारत के घरेलू सर्किट में बंगाल और केरल दोनों ने साल 2014 में गोवा और त्रिपुरा के खिलाफ नौ गेंदबाजों का उपयोग किया था। वहीं 2021 में मेघालय ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ नौ गेदंबाजों का उपयोग किय था।

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