ENG vs SA: इंग्लैंड ने लगाया हार का 'चौका', दूसरे वनडे में जान लगाने के बाद भी साउथ अफ्रीका से मिली शिकस्त, गंवाई सीरीज
इंग्लैंड क्रिकेट टीम को अपने ही घर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक और हार का सामना करना पड़ा है। इस हार के साथ ही इंग्लैंड सीरीज भी हार चुकी है। साउथ अफ्रीका ने 1998 के बाद इंग्लैंड में पहली बार वनडे सीरीज अपने नाम की है। साउथ अफ्रीका के पास सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त है।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका ने लंदन के लॉर्ड्स में खेले गए रोमांचक मुकाबले में मेजबान इंग्लैंड को पांच रनों से हरा दिया। साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में आठ विकेट खोकर 330 रन बनाए थे। इंग्लैंड की टीम नौ विकेट खोकर 325 रन ही बना सकी। इसी के साथ मेजबान टीम अपने घर में ही सीरीज गंवा बैठी। तीन मैचों की वनडे सीरीज में साउथ अफ्रीका ने 2-0 की अजेय बढ़त ले ली है।
ये इंग्लैंड की साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे में लगातार चौथी हार है। इससे पहले, सीरीज के पहले मैच में लीड्स में इंग्लैंड को हार मिली थी। इसी साल कराची में चैंपियंस ट्रॉफी में भी साउथ अफ्रीका ने इंग्लैंड को हराया था। 2023 में खेले वनडे वर्ल्ड कप में भी इंग्लैंड को 229 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।
साउथ अफ्रीका ने रचा इतिहास
ये साउथ अफ्रीका की इंग्लैंड में 1998 के बाद पहली वनडे सीरीज जीत है। वहीं 2017 के बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहली द्विपक्षीय सीरीज जीत है। बल्लेबाजों इस मैच में साउथ अफ्रीका की जीत की बुनियाद रखी जिसे गेंदबाजों ने पूरा किया। एडेन मार्करम और रियान रिकेलटन ने पहले विकेट के लिए 73 रन जोड़ पहली पारी खेलने उतरी साउथ अफ्रीका को तेज शुरुआत दी। रिकलटन को जोफ्रा आर्चर ने 35 रनों के निजी स्कोर पर आउट किया।
कप्तान टेम्बा बावुमा को आदिल रशीद ने अपनी स्पिन में फंसाकर पवेलियन भेज दिया। वह सिर्फ चार रन ही बना सके। रशीद ने मार्करम को अर्धशतक पूरा नहीं करने दिया और 49 के निजी स्कोर पर अपनी ही गेंद पर उन्हें कैच आउट कर दिया। इसके बाद मैथ्यू ब्रीट्ज्की और ट्रिस्टन स्टब्स ने साउथ अफ्रीका के लिए शानदार साझेदारी की। दोनों ने टीम के स्कोर को 93 से 240 तक पहुंचा दिया। ब्रीट्ज्की शतक पूरा करते उससे पहले आर्चर की गेंद पर आउट हो गए। उन्होंने 77 गेंदों पर सात चौके और तीन छक्कों की मदद से 85 रन बनाए।
कुछ देर बाद स्टब्स भी आउट हो गए। उन्होंने 62 गेंदों पर दो चौके और एक छक्के की मदद से 58 रनों की पारी खेली। अंत में डेवाल्ड ब्रेविस ने 20 गेंदों पर 42 और कार्बिन बोश्च ने 29 गेंदों पर 32 रनों की नाबाद पारी खेल टीम को 330 के स्कोर तक पहुंचाया।
तीन पचासे नहीं आए काम
इंग्लैंड ने लक्ष्य हासिल करने की काफी कोशिश की और उसकी तरह से तीन बल्लेबाजों ने अर्धशतक जमाए, लेकिन अंत में सिर्फ पांच रनों से वह दूर रह गई। जिस शुरुआत की इंग्लैंड को जरूरत थी वो उसे मिली नहीं। जेमी स्मिथ पहली ही गेंद पर नांद्रे बर्गर की गेंद पर बोल्ड हो गए। वह खाता तक नहीं खोल सके। दूसरे सलामी बल्लेबाज बेन डकेट काफी धीमी बल्लेबाजी कर रहे थे। 33 गेंदों पर 14 रन बनाने वाल डकेट को केशव महाराज ने 13वें ओवर की पांचवीं गेंद पर बोल्ड किया।
यहां जो रूट और जैकब बेथेल ने अर्धशतकीय साझेदारी की 143 के कुल स्कोर पर जैकब को बोश्च ने पवेलियन की राह दिखाई। वह 40 गेंदों पर पांच चौके और तीन छक्कों की मदद से 58 रन ही बना सके। रूट भी उनके जाने के बाद महाराज का शिकार बने। वह 72 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से 61 रन बना पाए।
हैरी ब्रूक ने 40 गेंदों पर 33 रन बनाए। जोस बटलर के साथ उन्होंने टीम को संभालने की कोशिश की जिसमें वह ज्यादा सफल नहीं रहे। बटलर भी 51 गेंदों पर तीन चौके और तीन छक्कों की मदद से 61 रन बना पाए। लुंगी एंगिडी ने 43वें ओवर की तीसरी गेंद पर वह आउट हो गए। उनके जाने के बाद विल जैक्स और जोफ्रा आर्चर ने टीम को जीत दिलाने की कोशिश की लेकिन जैक्स के आउट होने के बाद ये संभव नहीं हो सका। जैक्स ने 33 गेंदों पर 39 रन बनाए। आर्चर 14 गेंदों पर 27 रन बनाकर नाबाद रहे।
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