IND vs SA 2nd Test Preview: बरसापारा में पंत की नेतृत्व क्षमता की परीक्षा, गौतम के सामने भी गंभीर चुनौती
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट मैच गुवाहाटी में खेला जाना है। ये मैदान पहली बार किसी टेस्ट मैच की मेजबानी करेगा। इस मैच पर सीरीज का फैसला भी निर्भर है।

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट मैच शनिवार से
नई दिल्ली, जेएनएन : टेस्ट पदार्पण को तैयार गुवाहाटी के बरसापारा स्टेडियम में शनिवार को जब ऋषभ पंत की कप्तानी में भारतीय टीम दूसरे टेस्ट मैच में विश्व चैंपियन दक्षिण अफ्रीका के सामने उतरेगी तो उस पर सीरीज बराबर करने का दबाव होगा। शुभमन गिल को गर्दन की चोट के कारण टीम से रिलीज कर दिया गया है और उनकी अनुपस्थिति में पंत भारत के 38वें टेस्ट कप्तान होंगे।
पंत के सामने यह नेतृत्व की वास्तविक परीक्षा होगी, खासकर ऐसे समय में जब टीम की घरेलू किलेबंदी कमजोर पड़ती दिख रही है और स्पिन के सामने बल्लेबाजी बड़ा मुद्दा बन गई है।
गौतम के लिए गंभीर चुनौती
मुख्य कोच गौतम गंभीर के लिए भी यह टेस्ट कम चुनौतीपूर्ण नहीं होगा। पिछले कुछ महीनों में उनकी चयन नीति और निर्णयों ने टीम के भीतर अनिश्चितता बढ़ाई है। भारत की वह आभा जो पिछले तीन दशकों में घरेलू टेस्ट क्रिकेट में लगभग अजेय मानी जाती थी, अब फीकी पड़ चुकी है। मौजूदा टीम कई बार कमजोर नजर आई है और पहली बार लंबे अरसे में भारत किसी घरेलू मैच में 'अंडरडॉग' की तरह उतर रहा है।
पिछले वर्ष न्यूजीलैंड ने जब भारत को उसके घर में 3-0 से पटखनी दी थी तो उसके स्पिनर एजाज पटेल और मिचेल सैंटनर ने भारतीय बल्लेबाजों की स्पिन क्षमता की पोल खोल दी थी और अब दक्षिण अफ्रीका के साइमन हार्मर व केशव महाराज उस कमजोरी को गहराई से उजागर कर रहे हैं। स्पिन खेलने की तकनीक का अभाव भारतीय बल्लेबाजों को लगातार परेशान कर रहा है। गंभीर के पद को फिलहाल को खतरा नहीं है, लेकिन लगातार सेना देशों (न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका) के विरुद्ध लगातार दो घरेलू सीरीज में हार बड़ा सवाल जरूर उठाएगी।
पंत के कंधों पर आएगी जिम्मेदारी
इन्हीं परिस्थितियों में पंत कप्तानी की जिम्मेदारी उठाएंगे। उनका बल्ले से योगदान उतना ही महत्वपूर्ण होगा जितना मैदान पर निर्णय लेने का कौशल। पंत ने इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध टी-20 में भारत की कप्तानी की थी, लेकिन लाल गेंद क्रिकेट में उनकी परीक्षा होनी बाकी है। 2017 में उन्होंने दिल्ली को रणजी फाइनल तक जरूर पहुंचाया था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह असली चुनौती होगी।
पहले टेस्ट में भी उनके निर्णय सवालों के घेरे में आए थे। दूसरे दिन भारत ने दक्षिण अफ्रीका के 93 रन सात विकेट गिर गए थे, लेकिन तीसरे दिन तेज गेंदबाजों को देर से लाने के कारण तेंबा वावुमा ने अतिरिक्त 60 रन जोड़ दिए, जो मैच की दिशा तय करने वाले साबित हुए।
कैसा होगा टीम संयोजन
टीम संयोजन भी एक बड़ा सवाल है। गिल की जगह जगह साई सुदर्शन का खेलना लगभग तय माना जा रहा है, हालांकि वह नंबर तीन पर खेलेंगे या वॉशिंगटन सुंदर अपनी जगह बनाए रखेंगे, यह टीम की रणनीति पर निर्भर करेगा। भारतीय बल्लेबाजी क्रम में सात बाएं हाथ के बल्लेबाज होने से दक्षिण अफ्रीका के ऑफ स्पिनर हार्मर बड़ा खतरा बन सकते हैं, खासकर अगर पिच से घास हटा दी गई। ऐसी स्थिति में अक्षर पटेल या कुलदीप यादव की जगह नितीश रेड्डी को शामिल किया जा सकता है, जो उपयोगी सीम गेंदबाजी के साथ आक्रामक दाएं हाथ के बल्लेबाज भी हैं।
बरसापारा की लाल-मिट्टी वाली पिच पहले ही काफी चर्चा में है और बीसीसीआई किसी भी कीमत पर इस मैदान पर होने वाले पहले टेस्ट की छवि खराब नहीं होने देना चाहेगा।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं
भारत: ऋषभ पंत (कप्तान), केएल राहुल, यशस्वी जायसवाल, साई सुदर्शन, ध्रुव जुरैल, रवींद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुंदर, नीतीश रेड्डी, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, देवदत्त पडिक्कल, आकाश दीप।
साउथ अफ्रीका: टेम्बा बावुमा (कप्तान), कार्बिन बॉश, डेवाल्ड ब्रेविस, टोनी डिजार्जी, जुबैर हमजा, साइमन हार्मर, मार्को जेनसेन, केशव महाराज, एडेन मार्करम, वियान मुल्डर, सेनुरन मुथुसामी, लुंगी एंगिडी, रियान रिकेल्टन, ट्रिस्टन स्टब्स, काइल वर्नेन।
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