अल फलाह जैसी पुनरावृत्ति रोकने की मुहिम: किराए पर कमरे देने और वाहन बेचने में सुधार की जरूरत
एनसीआर में अल फलाह जैसी घटनाओं को रोकने के लिए किरायेदारों के सत्यापन और वाहन बिक्री में सावधानी बरतनी होगी। लापरवाही से आतंकी मॉड्यूल छिप सकते हैं। म ...और पढ़ें

फाइल फोटो
मुनीश शर्मा, नोएडा। एनसीआर में अल फलाह जैसी पुनरावृत्ति न हो। इसके लिए शासन प्रशासन के साथ-साथ आमजन को भी सुरक्षा के हर स्तर पर सतर्क होने की जरूरत है। फिर बात किरायेदारों के सत्यापन की हो या वाहनों को बेचने की हो। यह सब लापरवाही भविष्य में किसी बड़े आतंकी माॅड्यूल के छिपने, फर्जी पहचान बनाने या बाहरी राज्यों से आए संदिग्धों को पनाह देने जैसी स्थितियों को जन्म दे सकती हैं।
औद्योगिक इकाईयों की भरमार
एनसीआर की सुरक्षा फिर से खतरे में पड़ सकती है। किसी अनजान को किराये पर रखना, वाहन व रासायनिक पदार्थ बेचना, पार्किंग में वाहन को खड़ा करवाना कोई औपचारिकता नहीं, बल्कि इसको हर स्तर पर सुरक्षा के कई मानकों से गुजराना चाहिए। इस बात को हर किसी को समझने की आवश्यकता है। इन सब पहलूओं को लेकर दैनिक जागरण ताकि फिर न हो अल फलाह' सुरक्षा सीरीज शुरू कर रहा है। गौतमबुद्ध नगर में शैक्षणिक संस्थानों से लेकर औद्योगिक इकाईयों की भरमार है। यहां पर गांव से लेकर सेक्टर सोसायटी में लोग रहते हैं।
जांच से पहले दे देते हैं किराए पर कमरे
सामान्य अपराध से लेकर घरेलू सहायिका के चोरी करने जैसी घटना के दौरान सत्यापन के मामले में जिम्मेदार खाली हाथ नजर आते हैं। यह लापरवाही शहरी इलाकों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखने को मिलती है। अधिकांश मकान मालिक किरायेदारों की जानकारी थाने तक नहीं पहुंचाते हैं। बिना किसी आइडी, संदर्भ या पूर्व जांच के कमरों पर किराया दे दिया जाता है।
वाहन बेचते समय तय नियमों का पालन करें
इस खामी की वजह से लोकल इंटेलिजेंस को भी संदिग्धों पर नजर रखने और जानकारी जुटाने में दिक्कत आती है। इससे इतर वाहनों को बेचने के मामले में भी ट्रांसफर नहीं कराना जैसी जल्दबाजी और लापरवाही सामने आती है। शहरी व ग्रामीण इलाकों में विस्फोटकों में प्रयुक्त होने वाले रसायन को बेचने में भी चौकसी का अभाव दिखता है। लोगों को खुद भी इन सब पहलुओं पर जागरूक होने की जरूरत है। लालच में बिना पड़ताल किए अनजान को किराये पर मकान नहीं देना चाहिए। वाहन बेचते समय तय नियमों का पालन करना चाहिए।
आंतरिक सुरक्षा के हर पहलू पर हों सतर्क
आंतरिक सुरक्षा के हर पहलू पर आमजन को चाैकन्ना होना होगा। जरा सी चूक का फायदा संदिग्ध व आतंक का पर्याय बने लोग उठाते हैं। दिल्ली लाल किले के पास जैसी घटना कर देश की सुरक्षा के लिए चुनौती बनते हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए लोगों को खुद भी उदाहरण पेश करने होंगे। यही सतर्कता अल फलाह जैसी घटनाओं को होने से रोकने में सहायक सिद्ध होंगीं।

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