दिल्ली MCD उपचुनाव: भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा का इंतजार, सामने आई देरी की ये बड़ी वजह
दिल्ली नगर निगम के 12 वार्डों में उपचुनाव के लिए नामांकन शुरू हो गया है, लेकिन भाजपा अभी तक अपने प्रत्याशियों का चयन नहीं कर पाई है। बिहार चुनाव में व्यस्तता के कारण नामों की घोषणा में देरी हो रही है। नामांकन की अंतिम तिथि 10 नवंबर है और मतदान 30 नवंबर को होगा। दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने के बाद भाजपा के लिए यह पहली चुनावी परीक्षा है।
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राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम के 12 वार्डों में उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया सोमवार को ही शुरू हो गई है, लेकिन अभी तक भाजपा अपने प्रत्याशियों का चयन नहीं कर सकी है। पार्टी के कई वरिष्ठ नेता इन दिनों बिहार विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं। इस कारण प्रत्याशियों के चयन में विलंब हो रहा है।
बताया जा रहा है कि 7 या 8 नवंबर तक प्रत्याशियों के नाम घोषित होने की उम्मीद है। नामांकन की अंतिम तिथि 10 नवंबर है। 30 नवंबर को मतदान है।
दिल्ली सरकार के मंत्री अलग-अलग वार्ड के चुनाव प्रभारी बनाए गए हैं। कई विधायकों को चुनाव संयोजक की जिम्मेदारी दी गई है। इनमें से कई मंत्री व विधायक बिहार विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं।
पार्टी के नेताओं का कहना है कि बिहार में पहले चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार समाप्त हो गया है। इन क्षेत्रों में चुनाव प्रचार कर रहे नेता अगले एक-दो दिनों में वापस लौट आएंगे। उसके बाद निगम उपचुनाव के लिए प्रत्याशी चयन और प्रचार में तेजी आएगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने के बाद भाजपा के लिए यह पहली चुनावी परीक्षा है। उपचुनाव वाले 12 में से नौ वार्डों में भाजपा का कब्जा था। इनमें शालीमार बाग भी शामिल है जहां से मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पार्षद थीं। कमलजीत सहरावत के पश्चिमी दिल्ली से सांसद चुने जाने के बाद द्वारका बी वार्ड रिक्त हुआ है। अन्य वार्ड भी पार्षदों के विधायक चुने जाने रिक्त हुए हैं। इसे ध्यान में रखते हुए प्रत्याशियों के चयन में विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
इसके लिए सभी 12 वार्डों में रायशुमारी कराई गई है। चुनाव संयोजक, जिला अध्यक्ष व जिला प्रभारी की उपस्थिति में हुई रायशुमारी में उस वार्ड से संबंधित मंडल के सभी पदाधिकारी, वार्ड में रहने वाले जिला व प्रदेश के पदाधिकारी और शक्ति केंद्रों के प्रमुखों से प्रत्याशी को लेकर सुझाव लिए गए।
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वहीं, दावेदारों की सूची प्रदेश नेतृत्व को सौंप दी गई है। इन दावेदारों की आम नागरिक में कैसी छवि व लोकप्रियता है इसके लिए प्रदेश नेतृत्व सर्वे करा रहा है।
सर्वे रिपोर्ट पर प्रभारी मंत्री, सांसद व विधायक के साथ ही अन्य वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर प्रत्याशियों की सूची फाइनल की जाएगी। प्रदेश भाजपा के एक नेता का कहना है कि सात या आठ नवंबर को प्रत्याशियों की सूची घोषित करने का प्रयास है।

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