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    फर्जी CEO नौकरी और निवेश का झांसा देकर करता था ठगी, अपने शिकार पर सीसीटीवी से रखता था नजर

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 08:45 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस ने कुणाल सतीश हेलकर नामक एक ठग को गिरफ्तार किया है, जो खुद को सीईओ बताकर लोगों को नौकरी और निवेश के नाम पर ठगता था। उसने लिंक्डइन पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर एक महिला और उसके परिवार से 1.10 करोड़ रुपये की ठगी की। आरोपी पीड़ितों पर नजर रखने के लिए उनके घरों में सीसीटीवी कैमरे भी लगवाता था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    द्वारका जिला पुलिस ने शातिर ठग को गिरफ्तार किया है।

    जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। द्वारका जिला पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है जो खुद को एक कंपनी का सीईओ बताकर लोगों का भरोसा जीतता था और जो उसके झांसे में आता था, उसे तरह तरह के प्रलोभन देकर ठगी का शिकार बना लेता था। आरोपी कुणाल सतीश हेलकर को पुलिस ने गोवा से गिरफ्तार किया है।

    आरोपी कुणाल ने लिंक्डइन पर अपना फर्जी प्रोफाइल बनाया था। जिस मामले में आरोपी की गिरफ्तारी हुई है, उस मामले में शिकायतकर्ता महिला से इसका संपर्क यहीं हुआ। संपर्क के बाद महिला और उसके परिवार को नौकरी और निवेश के नाम पर 1.10 करोड़ रुपये की चपत इसने लगा दी।

    कुणाल ने लिंक्डइन पर पीड़ित महिला से संपर्क किया और उन्हें अपनी फर्जी कंपनी विजया डिजिटल काॅरपोरेशन में डिजिटल एसोसिएट न्यूज एडिटर की नौकरी लालच देते हुए 45,000 रुपये मासिक वेतन का वादा किया।

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    इसके बाद, उसने फर्जी ऑफर लेटर, जाली दस्तावेज, और यूनेस्को इंडिया से संबंध होने का झूठा दावा कर महिला और उनके परिवार से विभिन्न बहानों से पैसे ऐंठे। इनमें गैजेट खरीद, डीडीए फ्लैट आवंटन, इंटर्नशिप शुल्क, और रोजगार योजनाएं शामिल थीं।

    पुलिस ने जब आरोपी कुणाल से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने कई फर्जी कंपनियां बनाईं, जैसे प्लानर मीडिया ग्रुप और स्पीक कम्युनिटी नेटवर्क आदि। उसने जाली वेबसाइट्स, ईमेल, और दस्तावेज बनाकर पीड़ितों का भरोसा जीता।

    वह पीड़ितों के बैंक खातों तक अनधिकृत पहुंच बनाकर संदिग्ध लोन ऐप्स के जरिए उनके नाम पर लोन भी लेता था। इसके अलावा, वह पीड़ितों पर नजर रखने के लिए उनके घर में सीसीटीवी कैमरे तक लगवाता था और कहता था कि यह नौकरी के लिए जरुरी है ताकि कभी भी संपर्क किया जा सके।

    महिला की शिकायत पर पुलिस उपायुक्त अंकित सिंह के निर्देश पर साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजीव कुमार के नेतृत्व में तकनीकी जांच शुरू हुई। मोबाइल नंबर, ईमेल, और वित्तीय लेनदेन की पड़ताल के बाद पुलिस ने कुणाल को गोवा में छिपे होने की जानकारी हासिल की। पुलिस टीम ने लोकेशन के आधार पर उसे गोवा में गिरफ्तार कर लिया गया।

    उसके पास से जाली दस्तावेज, फर्जी ईमेल आईडी, दो मोबाइल फोन, और ठगी से संबंधित सबूत बरामद किए गए। पूछताछ में कुणाल ने 1.10 करोड़ रुपये की ठगी की बात कुबूल की। द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त अंकित सिंह ने बताया कि पुलिस अब ठगी के पैसे का पता लगाने अन्य संभावित पीड़ितों और कुणाल के साथियों की तलाश में जुटी है।

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