पांच साल बाद यमुना में छठ पूजा की वापसी, सोनिया विहार में बन रहा दिल्ली का सबसे बड़ा घाट
दिल्ली में पांच साल के बाद यमुना नदी में छठ पूजा फिर से शुरू होने जा रही है। सोनिया विहार में दिल्ली का सबसे बड़ा छठ घाट बन रहा है, जहाँ श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। इस खबर से श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है और वे इस अवसर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
शुजाउद्दीन, पूर्वी दिल्ली। यमुनापार को मिनी पूर्वांचल कहा जाता है। पूर्वांचल की एक बड़ी आबादी यमुनापार बसती है। पांच वर्ष के बाद यमुना में फिर से महापर्व छठ पूजा होने जा रही है। इसकों लेकर पूर्वांचल के लोग बहुत उत्साहित हैं। दिल्ली में इस बार सरकार 1300 घाट बना रही है, इसमें से 70 यमुनापार में हैं।
सोनिया विहार में यमुना किनारे दिल्ली का सबसे बड़ा छठ घाट बनाया जा रहा है। इसकी लंबाई करीब ढ़ाई किलोमीटर है। यहां यमुना का पानी बाकी यमुना किनारे के मुकाबले इसलिए भी स्वच्छ है, क्योंकि वजीराबाद पुल के बाद ही यमुना में नाले गिरते हैं। इस घाट पर एक लाख लोगों के पहुंचने का अनुमान है।
उत्तर पूर्वी जिले के डीएम व सरकार द्वारा नियुक्त किए गए नाडल अफसर अजय कुमार ने कहा कि इस बार दिल्ली में भव्य तरीके से छठ पूजा हो रही है। सोनिया विहार में ढाई पुश्ते से घाट बनाया जा रहा है और इसकी लंबाई ढाई किलोमीटर के आसपास होगी। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष बाद यमुना में पूजा हाे रही है तो स्वभाविक है भीड़ अधिक होगी।
उत्तर पूर्वी जिले में सोनिया विहार घाट माडल छठ घाट होगा। यहां व्रतियों के रूकने से लेकर छठी मैया के गीत गुनगुनाने की पूरी व्यवस्था की गई है। पूर्वी जिले में मयूर विहार यमुना किनारे माडल छठ घाट बनाया जा रहा है। मयूर विहार के एसडीएम संजय कुमार ने बताया कि रेत को कट्टाे में भरकर नदी के किनारे डाला जा रहा है। यमुना का जलस्तर तीन फीट रहेगा। लकड़ी पांच मीटर दूर पर लकड़ी की जाली लगाई जाएगी।
पांच वर्ष के बाद यमुना में लोग छठ मनाएंगे। इसको लेकर पूर्वांचल के लोग खुश हैं। यमुना से लोगों की आस्थाय जुड़ी हुई है। इस बार यमुना घाट पर छठ की अलग ही रौनक देखने को मिलेगी।
-राम इकबाल, न्यू अशोक नगर।
पूर्वांचल में नदी के किनारे पूजा होती है। दिल्ली में पांच वर्ष बाद यमुना में पूजा हो रही है। बहुत अच्छा लग रहा है। लोग अच्छे से सूर्य भास्कर की अरार्धना कर सकेंगे।
-प्रमिला देवी, न्यू अशोक नगर।
अस्थायी घाट पिछले वर्ष की तुलना में छोटे बनाएं जा रहे हैं। एक ही ग्राउंड में कई गड्ढे खोदे जा रहे हैं, लेकिन उनका साइज छोटा है। छठ पर भीड़ ज्यादा होती है, सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।
-राहुल, मयूर विहार
कोंडली नहर सूखी पड़ी है। उसमें बहुत गंदगी है। सरकार उसमें घाट बना रही है। छठ का मतलब है स्वच्छता। इसलिए मेरा परिवार नहर की जगह अस्थायी घाट में पूजा करेंगे।
-मोंटी, चिल्ला गांव
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