Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    डिजिटल अरेस्ट कर ठगने वाले गिरोह के तीन जालसाज गिरफ्तार, रकम ट्रांसफर कराने को कमीशन पर देते थे बैंक अकाउंट

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 08:54 PM (IST)

    पश्चिमी दिल्ली पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट कर ठगी करने वाले जालसाजों के तीन मददगारों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी कमीशन पर जालसाजों को बैंक खाते मुहैया कराते थे, जिनमें ठगी की रकम डाली जाती थी। पुलिस ने गुजरात और झारखंड से आरोपियों को गिरफ्तार किया है और मामले की जांच जारी है। आरोपियों से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं।

    Hero Image

    दिल्ली पुलिस ने तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया।

    जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। डिजिटल अरेस्ट कर लोगों से ठगी करने वाले जालसाजों के तीन मददगार को पश्चिम जिला पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों को जिले की साइबर थाना पुलिस ने गुजरात और झारखंड से गिरफ्तार किया है। आरोपी कमिशन पर जालसाजों को अपना बैंक खाता मुहैया करवाते थे, जिसमें ठगी की रकम डाली जाती थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बाद में आरोपित अपना कमीशन लेकर जालसाजों को पैसा ट्रांसफर कर देते थे। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर ठगी के इनके पूरे नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है। मामले की जांच जारी है।

    पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त दरादे शरद भास्कर ने बताया कि 19 जुलाई को नर्सिंग अधिकारी देबजानी दास चौधरी ने पश्चिम जिला साइबर थाने में ठगी की शिकायत की। उन्होंने बताया कि जालसाजों ने वाॅट्सएप काल किया।

    खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर उनका नाम नरेश गोयल मनी लाॅन्ड्रिंग में आने की बात कही। जांच के बहाने आरोपियों ने उन्हें वाॅट्सएप पर वीडियो निगरानी में रखा और उनके बैंक खाते की जानकारी लेकर धोखे से उनके खाते से सात लाख रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिए। पीड़ित के बयान पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया।

    साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विकास बुलडक के नेतृत्व में पुलिस टीम ने उन बैंक खातों की जांच की, जिसमें रकम डाली गई थी। जांच में पता चला कि ठगी की राशि का 30 प्रतिशत झारखंड स्थित मुथूट गोल्ड लोन खाते में और 70 प्रतिशत गुजरात के सुरेंद्रनगर स्थित भारतीय स्टेट बैंक के खाते में ट्रांसफर किया गया है।

    पुलिस ने इन बैंक शाखाओं के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें पता चला कि आरोपित ने चेक के जरिए खाते से पैसे निकाले हैं। इसके बाद पुलिस टीम ने झारखंड और गुजरात में छापे मारे। झारखंड से पुलिस ने जितेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया। वहीं पुलिस ने गुजरात से शोएब भाई मुल्तानी और असलम भाई मुल्तानी को गिरफ्तार कर लिया।

    पूछताछ में पता चला कि आरोपित जालसाजों के लिए कमीशन पर खाते खोलने, धन निकालने और धन हस्तांतरित करने में शामिल हैं। आरोपियों ने बताया कि ठगी के एक मामले में उन्हें रकम की दो से चार फीसदी कमीशन के तौर पर दिया जाता था। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि शोएब मुल्तानी गुजरात मेंं एक ट्रैक्टर कंपनी में सेल्समैन का काम करता था, वहीं असलम भाई मुल्तानी गुजरात में एक डेयरी फार्म चलाता था।

    पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से तीन मोबाइल फोन और पांच सिम कार्ड बरामद किए हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ गृह मंत्रालय के नेशनल क्राइम पोर्टल पर विभिन्न राज्यों से 14 शिकायतें दर्ज हैं।

    यह भी पढ़ें- फर्जी CEO नौकरी और निवेश का झांसा देकर करता था ठगी, अपने शिकार पर सीसीटीवी से रखता था नजर