हनी ट्रैप के जरिए ठगी, डेटिंग एप पर महिला की फर्जी आईडी बनाकर लोगों को बनाता था शिकार; आरोपी गिरफ्तार
दक्षिणी दिल्ली पुलिस ने युगांडा के माइकल इगा को हनी ट्रैप के जरिए ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी डेटिंग एप पर महिला की फर्जी आईडी बनाकर ...और पढ़ें
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जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली में साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। दक्षिणी पश्चिमी साइबर थाने की टीम ने भी ऐसे ही एक अलग मामले में युगांडा मूल के आरोपी को संत नगर से दबोचा है।
आरोपी माइकल इगा डेटिंग एप पर महिला की आईडी से लोगों से दोस्ती करता। हनी ट्रैप में फंसाने के लिए अपनी गर्लफ्रेंड की फोटो डालता। खुद को किसी बड़ी कंपनी का कर्मचारी बताकर प्रोडक्ट में मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर निवेश कराता था। ऑनलाइन रकम ऐंठ लेने के बाद पीड़ितों को ब्लॉक कर देता था। पुलिस को आरोपी माइकल इगा की एनसीआरपी पर दर्ज करोड़ों के साइबर ठगी के 14 मामलों में संलिप्तता भी मिली है, जिसकी जांच की जा रही है।
दक्षिणी पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त अमित गोयल ने बताया कि किशनगढ़ निवासी युवक की ओर से शिकायत मिली थी। पीड़ित ने बताया कि डेटिंग ऐप ''हैप्पन'' से एक लड़की का मोबाइल नंबर मिला। लड़की ने धीरे-धीरे उसका भरोसा जीत लिया और खुद को ब्यूटी-प्रोडक्ट्स कंपनी ''एचेम'' की कर्मचारी बताकर असम से दो लाख रुपये प्रति लीटर में एक रेयर तेल खरीदने और फिर उसे साढ़े तीन लाख रुपये लीटर में बेचने का आफर दिया। कई बैंक अकाउंट पर उन्होंने 1,90,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके कुछ ही देर बाद आरोपी ने उसे ब्लॉक कर दिया। एफआईआर दर्ज कर जब जांच शुरू की गई तो तेल बिजनेस की कहानी फर्जी निकली।
साइबर थाने के एसएचओ प्रवेश कौशिक ने नेतृत्व में एडवांस्ड टेक्निकल सर्विलांस, डिजिटल फुटप्रिंट एनालिसिस और मनी-ट्रेल मैपिंग का इस्तेमाल करके टीम ने दिल्ली-एनसीआ के अलग-अलग हिस्सों से काम कर रहे आरोपियों का पता लगाया। गुरुग्राम, महरौली, बुराड़ी और आस-पास के इलाकों में कई बार छापामारी की गई, पर आरोपी बचने के लिए बार-बार जगह बदलते रहे। आखिरकार टीम ने बुराड़ी से युगांडा के नागरिक माइकल इगा को पकड़ा। उसके पास से चार मोबाइल फोन, 22,500 रुपये नकद, एक लैपटॉप और 6 डेबिट कार्ड बरामद किए, जिनका इस्तेमाल धोखाधड़ी के पैसे लेने और घुमाने में किया गया था।
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अमित गोयल ने बताया कि आरोपी एनसीआरपी पर दर्ज 14 केस से जुड़ा है, जिसमें कई राज्यों में कई करोड़ के ट्रांसजैक्शन हुए हैं। उसकी गिरफ्तारी एनसीआर में चल रहे क्रास-बॉर्डर साइबर रोमांस और इन्वेस्टमेंट फ्रॉड नेटवर्क को खत्म करने में एक बड़ी कामयाबी है।
गैरकानूनी तरीके से रह रहा था आरोपी
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि लोगों से ऑनलाइन दोस्ती करने, उन्हें इमोशनली मैनिपुलेट करते हुए ज्यादा रिटर्न वाले निवेश का झांसा देने के लिए महिला की नकली आईडी का इस्तेमाल करता था। उन्हें लुभाने के लिए अपनी गर्लफ्रेंड की तस्वीरों का इस्तेमाल करता था। टारगेट तक पहुंचने के लिए डेटिंग और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कई नकली प्रोफाइल भी बना रखी है। भरोसा जीतकर रकम ऐंठ लेता था। वह दिल्ली में गैर-कानूनी तरीके से रह रहा था। आरोपी विदेशी नागरिक माइकल इगा के बारे में युगांडा एंबेसी और एफआरआरओ को जानकारी भेजी गई है।

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