डीडीए की ‘टावरिंग हाइट्स’ परियोजना को जोरदार रिस्पॉन्स, 1026 फ्लैटों पर 1500 से ज्यादा बोलियां
डीडीए की 'टावरिंग हाइट्स' परियोजना को शानदार प्रतिक्रिया मिली है। 1026 फ्लैटों के लिए 1500 से अधिक बोलियां प्राप्त हुई हैं। यह परियोजना प्राइम लोकेशन पर स्थित है और आधुनिक सुविधाओं से लैस है, जिसके कारण खरीदारों में काफी उत्साह है। डीडीए का कहना है कि यह सफलता किफायती आवास की मांग को दर्शाती है।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की कड़कड़डूमा स्थित बहुमंजिला आवासीय परियोजना 'डीडीए टावरिंग हाइट्स' को अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। यह ट्रांजिट ओरियंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) नीति के तहत दिल्ली में विकसित पहली आवासीय परियोजना है।
अधिकारियों ने कहा, 'प्रस्तावित 1,026 दो-बेडरूम वाले फ्लैटों के लिए लगभग 1,500 बोलियां आ गई हैं। प्राइम लोकेशन और मल्टी-माडल कनेक्टिविटी ने शुरुआती मांग को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।'
कड़कड़डूमा मेट्रो स्टेशन के निकट स्थित, यह परियोजना दिल्ली मेट्रो की ब्लू और पिंक दोनों लाइनों से सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करती है। साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-9, एनएच-24, और आनंद विहार रेलवे और आइएसबीटी टर्मिनल तक आसान पहुंच भी प्रदान करती है।
अधिकारियों ने बताया कि, 'बहुमंजिला आवासीय टावर 30 हेक्टेयर के ''पूर्वी दिल्ली हब'' का हिस्सा हैं, जिसकी परिकल्पना एक मिश्रित उपयोग वाले शहरी जिले के रूप में की गई है, जिसमें पैदल यात्री-अनुकूल वातावरण में आवासीय, वाणिज्यिक और नागरिक स्थानों को एकीकृत किया जाएगा।'
यह परियोजना ''पूर्वी दिल्ली हब'' के एक केंद्रीय घटक का हिस्सा है। उन्होंने कहा, 'यह हब आवासीय इलाकों को व्यावसायिक स्थानों, खुदरा क्षेत्रों और नागरिक सुविधाओं के साथ एक बेहद पैदल यात्री-अनुकूल लेआउट में एकीकृत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह अवधारणा वैश्विक शहरी विकास रुझानों के अनुरूप है, जो पैदल चलने की सुविधा, सुगम्यता और निजी वाहनों पर निर्भरता कम करने को प्राथमिकता देते हैं।'
उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम लिमिटेड के प्रबंधन में, डीडीए के टावरिंग हाइट्स को एक प्रीमियम आवासीय पते के रूप में डिज़ाइन किया गया है, जिसमें 48 मंजिला, 155 मीटर ऊंचा टावर है, जो इसे दिल्ली की सबसे ऊँची आवासीय इमारत बनाता है। यह संरचना पूरी तरह से रेरा-अनुमोदित है। इसमें आधुनिक वास्तुकला और टिकाऊ डिज़ाइन तत्वों का मिश्रण है, जिसका उद्देश्य रहने की स्थिति को बेहतर बनाना है।
डीडीए अधिकारियों ने कहा कि पंजीकरण उपलब्ध इकाइयों की संख्या से अधिक होने के कारण, ई-नीलामी में रुचि अपेक्षा से काफी अधिक रही है। बयाना राशि (ईएमडी) जमा करने की अंतिम तिथि 21 नवंबर है।
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