सोमवार को दिल्ली नहीं पहुंचा IIT का एयरक्राफ्ट, अब मंगलवार को कृत्रिम वर्षा का पहला परीक्षण होने के आसार
दिल्ली में कृत्रिम वर्षा का पहला परीक्षण मंगलवार को होने की संभावना है, यदि मौसम अनुकूल रहा। कानपुर से विमान के आने में देरी हुई। सरकार वायु प्रदूषण से निपटने के लिए यह परीक्षण कर रही है। पिछले सप्ताह बुराड़ी में परीक्षण उड़ान भरी गई थी, लेकिन कम नमी के कारण वर्षा नहीं हो सकी। मौसम विभाग ने 28 से 30 अक्टूबर के बीच बादल बनने की संभावना जताई है।

मंगलवार को दिल्ली में कृत्रिम वर्षा का पहला परीक्षण होने के आसार।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। अगर मौसम अनुकूल रहा तो दिल्ली सरकार मंगलवार को कृत्रिम वर्षा का पहला परीक्षण कर सकती है। वैसे कोशिश सोमवार को भी की गई थी, लेकिन कानपुर में वर्षा होने व दृश्यता भी बहुत अनुकूल नहीं होने के कारण आईआईटी कानपुर का विमान और टीम दिल्ली नहीं पहुंचे। परीक्षण की व्यवहार्यता का आकलन करने के लिए मंगलवार को एक समीक्षा बैठक भी रखी गई है।
पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, 'सेसना एयरक्राफ्ट की उड़ान मंगलवार को कानपुर से दिल्ली पहुंचेगी। अगर मौसम अनुकूल रहा, तो हम कृत्रिम वर्षा का परीक्षण कर सकते हैं। हालाँकि, सब कुछ मौसम पर निर्भर करता है।' राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए कृत्रिम वर्षा कराने के उद्देश्य से किया जाने वाला यह परीक्षण, सर्दियों के महीनों में बिगड़ती वायु गुणवत्ता को कम करने की सरकार की व्यापक रणनीति का हिस्सा है।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में बहुप्रतीक्षित कृत्रिम वर्षा के ट्रायल की तैयारियां अब पूरी हो गई हैं। सरकार ने पिछले हफ़्ते बुराड़ी के ऊपर एक परीक्षण उड़ान भरी थी। परीक्षण के दौरान, कृत्रिम वर्षा कराने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सिल्वर आयोडाइड और सोडियम क्लोराइड यौगिकों की थोड़ी मात्रा विमान से छोड़ी गई।
लेकिन वायुमंडल में नमी की मात्रा 20 प्रतिशत से भी कम होने के कारण, जबकि क्लाउड सीडिंग के लिए आमतौर पर 50 प्रतिशत नमी की आवश्यकता होती है, वर्षा नहीं हो सकी। परियोजना का नेतृत्व कर रहे आइआइटी कानपुर ने इस अभ्यास पर अपनी रिपोर्ट में कहा, 'यह क्लाउड सीडिंग की क्षमताओं, विमान की तैयारी और सहनशक्ति, क्लाउड सीडिंग फिटिंग और फ्लेयर्स की क्षमता का आकलन और सभी संबंधित एजेंसियों के बीच समन्वय की जांच के लिए एक परीक्षण उड़ान थी।'
याद रहे कि पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा था कि मौसम विभाग ने 28 से 30 अक्टूबर के बीच उपयुक्त बादल बनने की संभावना का संकेत दिया है। गुप्ता ने गुरुवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'अगर परिस्थितियां अनुकूल रहीं, तो दिल्ली में 29 अक्टूबर को पहली कृत्रिम बारिश हो सकती है।'
हालांकि, प्रतिकूल मौसम और मानसून की स्थिति के कारण इस अभ्यास को कई बार स्थगित किया गया है, जिसमें मई के अंत, जून की शुरुआत, अगस्त, सितंबर और हाल ही में अक्टूबर के दूसरे सप्ताह की समय-सीमाएं शामिल हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।