दिल्ली में पांचवे सीएंडडी वेस्ट प्लांट का काम होगा शुरू, एक साल में होगा पूरा
दिल्ली में तेहखंड में पांचवें सीएंडडी वेस्ट प्लांट का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा। एमसीडी ने कार्यादेश जारी कर दिया है। एक हजार टन प्रतिदिन मलबा निस्तारण क्षमता वाला यह प्लांट एक साल में बनकर तैयार हो जाएगा। इससे दिल्ली में मलबा निस्तारण की समस्या का समाधान होगा और मलबे के ढेर कम होंगे। वर्तमान में चार प्लांट पांच हजार टन मलबा निस्तारित करते हैं, जबकि उत्पादन छह हजार टन है।
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दिल्ली में पांचवे निर्माण एवं विध्वंस कचरे (सीएंडडी) संयंत्र के तेहखंड में स्थापना का काम जल्द ही शुरू होगा।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में पांचवे निर्माण एवं विध्वंस कचरे (सीएंडडी) संयंत्र के तेहखंड में स्थापना का काम जल्द ही शुरू होगा। एमसीडी ने निविदा प्रक्रिया के बाद कार्यादेश जारी कर दिए हैं। एक हजार प्रतिदिन मलबा निस्तारण की क्षमता के इस संयंत्र की स्थापना एक साल में पूरी हो जाएगी। इसके बाद दिल्ली में मलबे के उत्पन्न होने और निस्तारण की क्षमता समान हो जाएगी। जिससे मलबा दिल्ली वालों और सीएंडडी वेस्ट प्लांट पर बोझ नहीं बनेगा।
एमसीडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमने ओखला के पास तेहखंड में पांचवा सीएंडडी का प्लांट का कार्यदेश जारी किया गया है। इस प्लांट के शुरू होने से दिल्ली में मलबा निस्तारण की समस्या का समाधान हो जाएगा।
दिल्ली में फिलहाल प्रतिदिन छह हजार टन मलबा उत्पन्न होता है लेकिन चार सीएंडडी प्लांट से पांच हजार टन ही मलबा निस्तारित हो पाता है। इससे एक हजार टन जो मलबा विभिन्न प्लांट पर अतिरिक्त बच रहा है उससे वहां मलबे के ढेर लगे रहे हैं लेकिन नया संयंत्र स्थापित होकर शुरू होने से यह समस्या खत्म हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि एमसीडी के पास बक्करवाला में एक हजार टन प्रतिदिन, जहांगीरपुरी में दो हजार टन प्रतिदिन, रानी खेड़ा और शास्त्री पार्क में एक-एक हजार टन प्रतिदिन मलबा निस्तारण की क्षमता है।

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