पर्सनल लोन धोखाधड़ी मामले में मास्टरमाइंड समेत पांच गिरफ्तार, अपराध में इस्तेमाल स्मार्टफोन भी बरामद
दिल्ली पुलिस ने पर्सनल लोन धोखाधड़ी मामले में मास्टरमाइंड सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। ये गिरोह लोगों को लोन दिलाने के नाम पर ठगता था। पुलिस ने उनके पास से अपराध में इस्तेमाल किए गए स्मार्टफोन भी बरामद किए हैं और आगे की जांच जारी है।

लोन धोखाधड़ी मामले का पर्दाफाश।
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। राजधानी के दक्षिणी-पश्चिम जिले की साइबर पुलिस ने पर्सनल लोन के नाम पर लोगों को ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। टीम ने मास्टर माइंड उत्तम नगर निवासी हिमांशु कुमार गौतम समेत आरोपित न्यू सीलमपुर निवासी आसिफ अली, उत्तम नगर निवासी सचिन, कोटपुतली-राजस्थान निवासी राज स्वामी और हेमराज गुज्जर को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों के पास से अपराध में इस्तेमाल किए गए आठ स्मार्टफोन भी बरामद किए। साइबर पुलिस गिरोह से जुड़े अन्य आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। पुलिस के मुताबिक पालम निवासी महिला ने पर्सनल लोन के नाम पर ठगी की शिकायत की थी।
धोखे से निकाल लिया ओटीपी
दर्ज ई-एफआईआर में उन्होंने बताया कि उन्हें प्रतिष्ठित वित्तीय संस्थान के प्रतिनिधि के रूप में खुद को पेश करने वाले एक व्यक्ति का फोन आया। उसने उनके क्रेडिट कार्ड के रिवार्ड प्वाइंट को भुनाने में मदद की पेशकश की और धोखे से उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी प्राप्त कर लिए।
कुछ ही मिनटों में उनके एचडीएफसी बैंक खाते में 11,95,000 का पूर्व-स्वीकृत व्यक्तिगत ऋण धोखे से जमा हो गए, जिसे बाद में अन्य अज्ञात खातों में ट्रांसफर भी कर दिया गया। जांच में पता चला कि धोखाधड़ी की गई धनराशि हेमराज गुज्जर के खाते में भेजी गई और विशाल एन्क्लेव, दिल्ली में चेक और एटीएम के माध्यम से निकाल लिया गया।
तकनीकी निगरानी के आधार पर विशाल एन्क्लेव से हेमराज गुज्जर व राज स्वामी को गिरफ्तार किया गया। वे ठगी के पैसे को ट्रांसफर करने और निकालने में प्रयुक्त खातों का प्रबंध करते थे। उनकी निशानदेही पर आसिफ अली और बाद में सचिन को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद मास्टर माइंड हिमांशु कुमार गौतम की पहचान हुई।
उसे भी पुलिस ने दिल्ली के रामा पार्क से गिरफ्तार कर लिया गया। मास्टर माइंड हिमांशु बैंक अधिकारी होने का दावा कर लोगों के बैंकिंग एप्लिकेशन तक पहुंचता और धोखाधड़ी से पूर्व-स्वीकृत व्यक्तिगत ऋण वितरित कर देता था। टीम ने आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

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