नगर निगम उपचुनाव से पहले दिल्ली पुलिस ने चलाया ऑपरेशन कवच-11.0, 220 से अधिक बदमाश गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने नगर निगम उपचुनाव से पहले 'ऑपरेशन कवच-11.0' चलाकर अपराधियों पर शिकंजा कसा। इस अभियान में 220 से अधिक बदमाश और तस्कर गिरफ्तार किए गए। पुलिस ने ड्रग्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाते हुए भारी मात्रा में नशीले पदार्थ बरामद किए। तस्करों ने अब महिलाओं और बच्चों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
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दिल्ली पुलिस ने चलाया ऑपरेशन कवच-11.0
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम उपचुनाव से पहले दिल्ली पुलिस ने 24 घंटे के लिए ऑपरेशन कवच-11.0 चलाकर पूरी दिल्ली में नार्को अपराधियों, शराब तस्करों व संगठित अपराध के खिलाफ अभियान चलाकर धर पकड़ की कार्रवाई की।
सभी 15 जिले में 1566 जगहों पर जिला पुलिस के अलावा स्पेशल सेल व क्राइम ब्रांच समेत सभी यूनिटों ने मिलकर एक साथ कार्रवाई की। इस कार्रवाई के तहत 220 से अधिक बदमाश, ड्रग्स व शराब तस्कर, वाहन चोर, घोषित अपराधी व अवैध हथियारों के साथ बदमाश गिरफ्तार किए गए।
विशेष आयुक्त क्राइम ब्रांच देवेश चंद्र श्रीवास्तव के मुताबिक इस अभियान के तहत 542 असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया गया ताकि वे चुनाव से पहले कोई आपराधिक वारदात न कर पाए। करीब 26 हजार लोगों को 65 दिल्ली पुलिस एक्ट के तहत हिरासत में लेकर उन्हें हिदायत देकर छोड़ दिया गया। 3837 घोषित अपराधियों के गतिविधियों की जांच की गई।
ड्रग्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति
देवेश चंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि ड्रग्स के खिलाफ सरकार द्वारा देशभर में चलाए जा रहे कैंपेन और “जीरो टालरेंस” की पॉलिसी को पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा के निर्देश पर दिल्ली पुलिस, दिल्ली में लगातार कार्रवाई कर रही है। ड्रग्स के खतरे को रोकने और तस्करों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए, दिल्ली पुलिस ने व्यापक रणनीति अपनाई है।
इस आपरेशन के जरिये नियमित अंतराल पर संयुक्त रूप से कार्रवाई की जाती है। जिससे ड्रग्स माफिया में खौफ पैदा होता है और समाज को नारकोटिक्स के खतरे से बचाया जाता है। इस साल 15 नवंबर तक दिल्ली पुलिस ने एनडीपीएस के 1948 केस में 2565 तस्करों को गिरफ्तार किया।
उनके कब्जे से 72.9 किलो हेरोइन, 5213 किलो गांजा, 304.5 किलो अफीम, 45.6 किलो चरस, 10.5 किलो कोकेन, 47.5 पोस्ता के दाने और लाखों अल्प्राजोलम, ट्रामाडोल और ब्यूप्रेनार्फिन की टैबलेट्स बरामद की गई।
ड्रग्स के खतरे से निपटने के लिए मई 2023 में पूरी दिल्ली में एक संयुक्त व बड़ा आपरेशन (आपरेशन कवच) शुरू किया गया था। इसका मकसद ड्रग्स तस्करी और आपूर्ति में शामिल लोगों की पहचान करना और उन्हें पकड़ना था।
निगम चुव को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई
इस आपरेशन के दौरान, यह तय किया गया कि छोटे व बड़े तस्कर, स्मगलर्स, दोनों को टारगेट किया जाए और टाप टू बाटम और बाटम टू टाप अप्रोच अपनाया जाए, ताकि सभी तस्करों का पता लगा असरदार तरीके से रोका जा सके। अब तक, ‘कवच’ के तहत कुल 10 आपरेशन किए जा चुके हैं। इन आपरेशन के दौरान, कई तस्करों को गिरफ्तार किया गया और उनसे बड़ी मात्रा में ड्रग्स जब्त की गई।
ऑपरेशन कवच 11.O दिल्ली पुलिस ने निगम चुनाव को ध्यान में रखते हुए चलाया। इस आपरेशन के लिए क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल समेत 15 जिले के सभी थानों से 908 टीमें बनाई गईं। ह्यूमन इंटेलिजेंस और टेक्निकल एनालिसिस से जानकारी इकट्ठा कर इन टीमों ने पूरी दिल्ली में 24 घंटे तक लगातार कार्रवाई की।
यह सामूहिक आपरेशन पुलिस की ड्रग्स के धंधे से लड़ने और युवाओं को बचाने की कोशिशों में एक अहम कदम है। ‘आपरेशन कवच’ ने तस्करों को परेशान कर दिया है और उनके मन में अचानक रेड पड़ने का डर पैदा कर दिया है, जिससे ड्रग्स की सप्लाई में काफी कमी आई है।
पुलिस की कार्रवाई से ज्यादातर बड़े तस्कर अंडरग्राउंड हो गए हैं। बड़े तस्कर दिल्ली में कमर्शियल क्वांटिटी लाने से बच रहे हैं। उन्होंने दिल्ली के बाहर नोएडा और आस-पास के दूसरे इलाकों में स्टोर हाउस बना लिए हैं।
पहले दिल्ली में गांजा ज्दातर ट्रकों के जरिए बड़ी मात्रा में लाया जाता था। अब वे कार और ट्रेन के जरिये कम मात्रा में भेजने लगे हैं। तस्करों ने पुलिस की नजर से बचने के लिए, परिवार की तरह दिखने के लिए महिलाओं और बच्चों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।

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