धीमी हवाओं ने बढ़ाई सांसों की मुश्किल, दिल्ली का प्रदूषण तीसरे दिन भी ‘बहुत खराब’ की श्रेणी में कायम
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर तीसरे दिन भी 'बहुत खराब' श्रेणी में बना हुआ है। धीमी हवाओं के कारण प्रदूषक तत्वों का जमाव बढ़ गया है, जिससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 से ऊपर दर्ज किया गया है। डॉक्टरों ने बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
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प्रतीकात्मक तस्वीर।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली की वायु गुणवत्ता बुधवार को लगातार तीसरे दिन 'बहुत खराब' श्रेणी में रही। हवा की गति फिर से कम होने से इसमें आंशिक इजाफा देखने को मिला। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी एयर क्वालिटी बुलेटिन के अनुसार बुधवार शाम चार बजे दिल्ली का 24 घंटे का औसत एक्यूआई 353 रहा। यह इस सीजन में अभी तक का सबसे अधिक दर्ज किया गया एक्यूआई है। मंगलवार को यह 351 जबकि सोमवार को 345 रहा था।
आलम यह रहा कि बुधवार को दिन भर शहर में हल्की धुंध या यूं कहें कि स्माग की हल्की परत छाई रही। हवा की गति सात किमी प्रति घंटे से अधिक नहीं रही। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अभी आने वाले दिनों में भी प्रदूषकों का उचित फैलाव होने की संभावना नहीं है।
मौसम विभाग के वरिष्ठ विज्ञानी कृष्ण मिश्रा ने कहा, 'हवाओं की दिशा पूर्वी से पश्चिमी हो गई है, लेकिन गति कम बनी हुई है। रात में हवाएं लगभग शांत रहती हैं। दिन में उनकी गति केवल पांच से सात किमी प्रति घंटा तक ही पहुचती है।' उन्होंने आगे कहा कि 27 अक्टूबर के आसपास एक कमज़ोर पश्चिमी विक्षोभ आने की उम्मीद है, लेकिन इससे ज़्यादा वर्षा या हवा की गति में वृद्धि होने की संभावना नहीं है।
गौरतलब है कि मंगलवार को हवा की गति कुछ देर के लिए बढ़ी, जिससे दिवाली के पटाखों से निकलने वाले उत्सर्जन को कम करने में मदद मिली। हालांकि, मंगलवार रात तापमान गिरने के साथ ही हवा की गति फिर से कम होने लगी।
केंद्र सरकार की वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली (ईडब्ल्यूएस) के पूर्वानुमानों से संकेत मिलता है कि दिल्ली का एक्यूआई शनिवार तक 'बहुत खराब' श्रेणी में बना रहेगा। इसके बाद अगले छह दिनों तक यह 'खराब' और ''बहुत खराब'' श्रेणी के बीच उतार-चढ़ाव कर सकता है।
उधर सीपीसीबी के आंकड़ों से पता चला है कि 39 सक्रिय निगरानी केंद्रों में से तीन ने बुधवार शाम चार बजे प्रदूषण का 'गंभीर' स्तर दर्ज किया, जबकि 33 'बेहद खराब' श्रेणी में रहे। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि मंगलवार दिल्ली में साल का छठा सबसे प्रदूषित दिन रहा। इसी दिन सर्दी के इस सीजन में पहली बार एक्यूआई 350 पार हुआ।
दूसरी तरफ सेंटर फार रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (सीआरईए) के एक विश्लेषण में 20 और 21 अक्टूबर को जनवरी के बाद 2025 में शहर के सबसे खराब पीएम 2.5 प्रदूषण वाले दिनों के रूप में पहचाना गया है।
इस बीच, दिल्ली में बुधवार को अधिकतम तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.5 डिग्री कम था। न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 3.4 डिग्री अधिक था। हवा में नमी का स्तर 94 से 50 प्रतिशत रहा।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि बृहस्पतिवार को सुबह के समय स्माग / हल्की धुंध होगी। कहीं- कहीं मध्यम श्रेणी की धुंध भी रह सकती है। दिन में आसमान साफ रहेगा। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 32 और 20 डिग्री रह सकता है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार इस सप्ताहांत तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान दोनों इसी श्रेणी में रहने की उम्मीद है।
बुधवार को दिल्ली के सर्वाधिक प्रदूषित क्षेत्र
क्षेत्र | एक्यूआई |
नेहरू नगर | 411 |
पंजाबी बाग | 406 |
वजीरपुर | 406 |
बुधवार को दिल्ली के इन तीन इलाकों में 300 से नीचे रहा एक्यूआई
क्षेत्र | एक्यूआई |
लोधी रोड | 230 |
डीटीयू | 216 |
आईजीआई एयरपोर्ट | 294 |
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