दिल्ली में प्रदूषण रोकने के लिए सरकार ने कसी कमर, 2000 टीमें की तैनात; चप्पे-चप्पे पर रखेगी नजर
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए 2000 टीमों को तैनात किया है। ये टीमें शहर के हर हिस्से पर नजर रखेंगी और प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई करेंगी। सरकार का लक्ष्य है कि प्रदूषण नियमों का सख्ती से पालन हो और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
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प्रदूषण रोकथाम के लिए राजधानी में लगभग 2000 टीमें तैनात की गई।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि प्रदूषण रोकथाम के लिए राजधानी में लगभग 2000 टीमें तैनात की गई हैं। सिर्फ सर्दी के मौसम में नहीं बल्कि पूरे वर्ष जवाबदेही और पारदर्शिता के साथ समस्या के समाधान के लिए काम होगा। संबंधित विभागों को 13 हॉट स्पॉट स्थलों पर प्रदूषण रोकथाम के लिए विशेष कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा, दिल्ली सरकार के प्रयास से वायु गुणवत्ता में सुधार हो रहा है। शीघ्र ही 70 नए मैकेनाइज्ड स्वीपर, 70 अतिरिक्त एंटी-स्माग गन, वाटर स्प्रिंकलर और 140 लिटर पिकर लगाए जाएंगे। इससे 1440 किलोमीटर सड़कों पर प्रदूषण रोकथाम में मदद मिलेगी। 500 वर्गमीटर से बड़े निर्माण स्थलों की कड़ी निगरानी की जा रही है, जिससे कि धूल की समस्या न हो। प्रत्येक विभाग नियमित रूप से ग्रीन वार रूम को रिपोर्ट दे रहे हैं। उसके अनुसार आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं।
वायु प्रदूषण रोकथाम के लिए उठाए गए कदम
-376 एंटी-स्मॉग गन (पिछले साल 335 थे।)
-266 वाटर स्प्रिंकलर (पिछले वर्ष 259 थे)
-91 मैकेनाइज्ड रोड स्वीपर (पिछले वर्ष 83 थे)
-निर्माण स्थलों पर निगरानी के लिए 378 टीमों की तैनाती।
-कूड़ा जलाने पर रोकने के लिए 443 टीमों की तैनाती।
-वाहन से होने वाले वाले प्रदूषण को रोकने के लिए परिवहन विभाग और अन्य इकाइयों की 578 और दिल्ली यातायात पुलिस की 505 मोबाइल टीम काम कर रही है।
-औद्योगिक इकाइयों में पीएनजी ईंधन का उपयोग सुनिश्चित कराने को 65 टीमें तैनात।
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