दीवाली की रात हादसे और चीखों से गूंजा दिल्ली-NCR, एम्स से जीटीबी तक भर गए वार्ड, हादसों में 469 घायल, दो की मौत
दीवाली की रात दिल्ली-एनसीआर में उत्साह के साथ दुखद घटनाएं हुईं। आग लगने की घटनाओं में 469 लोग घायल हुए और दो की मौत हो गई। अस्पतालों में घायलों की भीड़ रही, जिनमें ज्यादातर बच्चे थे। दमकल कर्मियों ने नौ लोगों को सुरक्षित बचाया। दिल्ली में आग लगने की घटनाओं में वृद्धि हुई।

दिल्ली-एनसीआर में दीवाली की रात कुल 525 मिली आग लगने की काॅल्स अग्निशमन विभागों को मिलीं जबकि 469 लोग पटाखें कारण झुलस गए जबकि दो लोगों की जान चली गई।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर दीवाली के उल्लास में डूबे नजर आए। रंग-बिरंगी रोशनी से सड़कें-गलियां, दुकान-प्रतिष्ठान सजे रहे तो वहीं दीयों की रंगत और पटाखों के शोर ने लोगों का उत्साह बढ़ाया। इस दौरान कुछ जगहों पर असावधानी बरतने पर छिटपुट हादसे भी हुए। कहीं, पटाखों के कारण आग लग लगई तो कहीं पटाखे से लोग झुलस गए।
एनसीआर में 525 मिली आग की काॅल्स अग्निशमन विभागों को मिलीं जबकि 469 लोग पटाखें कारण झुलस गए जबकि दो लोगों की जान चली गई। पूर्वी दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में गाजियाबाद के 36 वर्षीय मुकेश की आग में झुलसने के कारण मौत हो गई जबकि नोएडा के छिजारसी निवासी 20 वर्षीय युवक शिवा की स्टील का गिलास रखकर पटाखा जलाने से घायल होने पर फोर्टिस अस्पताल में इलाज के दौरान जान चली गई।
पटाखा जलाने से झुलसे लोगों को कहीं आंख और हाथ को नुकसान हुआ तो कहीं दीये की लौ ने झुलसाया। इलेक्ट्रिक झालर सजाने के दौरान भी लोग करंट की चपेट में आए। एम्स, आरएमएल, सफदरजंग, लोक नायक और जीटीबी में कुल 449 घायल पहुंचे। अधिकतर को उपचार के बाद छुट्टी दे गई, वहीं शेष को उनकी स्थिति के हिसाब से भर्ती किया गया।
घायलों में ज्यादातर बच्चे शामिल रहे। इसके अतिरिक्त गौतमबुद्ध नगर के जिला अस्पताल में 20 लोग पटाखों से झुलसने के दौरान उपचार के लिए पहुंचे। दिल्ली के एम्स के बाद सफदरजंग अस्पताल में सबसे अधिक 129 और लोक नायक अस्पताल में सबसे कम 17 घायल पहुंचे। आरएमएल अस्पताल में 68 और जीबीटी में 65 घायल पहुंचे।
वहीं, एम्स में पहुंचे 170 घायलों में एक चार माह का बच्चा भी शामिल रहा।लगभग आधे को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। वहीं 29 घायलों में से 19 को बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी वार्ड और 10 को आइसीयू में भर्ती किया गया, जिनमें से तीन की हालत गंभीर है। जबकि एम्स के डाॅ. राजेंद्र प्रसाद नेत्र विज्ञान केंद्र में आई इंजरी के साथ 110 घायलों को भर्ती किया गया।
ज्यादातर आंखों का ग्लोव फटने, कार्निया और कार्नियोस्क्लेरल चोट के साथ पहुंचे थे। इनमें से 20 मरीजों की आंखों का मंगलवार को आपरेशन किया गया। लोक नायक अस्पताल में दीवाली की रात 13 घायल पहुंचे। इनमें से पांच को ओपीडी में ही प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। बाकी के आठ को बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग में भर्ती किया गया। सुबह बर्न की ओपीडी में भी चार मरीज पहुंचे थे।
जीटीबी में आई इंजरी के साथ पहुंचे 28 घायल
पूर्वी दिल्ली स्थित गुरु तेग बहादुर अस्पताल में पटाखों के चलते हाथ-पांव व चेहरे पर घाव के साथ 37 और आई इंजरी के साथ 28 घायल पहुंचे। एक की मौत दर्ज हुई। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक 36 वर्षीय मुकेश उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के लोनी स्थित मेन बुध बाजार रोड, चरण विहार के रहने वाले थे। गंभीर रूप से झुलसे मुकेश को 20 अक्टूबर की रात में भर्ती कराया गया था, जहां सुबह 5.22 बजे उनकी मौत हो गई।
दस मरीज आरएमएल के इमरजेंसी में भर्ती
डाॅ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में कुल 68 मरीज पहुंचे। ओपीडी में 58 मरीज और दस मरीज इमरजेंसी में भर्ती किए गए। इनमें से एक की हालत ज्यादा गंभीर है। अस्पताल में भर्ती मरीज 20-35 प्रतिशत तक झुलस गए हैं। पीड़ितों में कुल 22 बच्चे हैं।
अस्पतालों में पहुंचे इतने घायल
अस्पताल | घायलों की संख्या |
एम्स | 60 |
आरपी सेंटर (एम्स) | 130 |
सफदरजंग | 129 |
आरएमएल | 68 |
जीटीबी | 65 |
लोक नायक | 17 |
दिल्ली में आग लगने की काॅल्स की बढ़ी संख्या
सुप्रीम कोर्ट से ग्रीन पटाखे जलाने की मिली छूट के बाद जमकर आतिशबाजी की गई। ऐसे में पटाखा जलाने से आग लगने की घटनाएं भी अधिक सामने आईं। दमकल विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, इस दीपावली पर दिल्ली में आग लगने की कुल 399 काॅल्स मिलीं जो कि बीते वर्ष 318 दर्ज की गई थीं।
वहीं, एनसीआर की बात करें तो 500 से ज्यादा काॅल्स आग लगने की अग्निशमन विभागों को मिली। दिल्ली में काल्स की संख्या 399 रही जबकि दक्षिण हरियाणा में 52 काल्स आग लगने की आई। इसमें गुरुग्राम में 29 काॅल्स आईं। गाजियाबाद में 48 और नोएडा में 26 काॅल्स आईं। ऐसे में एनसीआर में 525 काॅल्स आग लगने की आईं। दिल्ली में अलग-अलग जगह लगी आग के दौरान दमकल कर्मियों ने एक मासूम समेत कुल नौ लोगों को सुरक्षित बचाया है। अलबत्ता जनकपुरी में आग पर काबू पाने के दौरान कीर्ति नगर दमकल केंद्र के दो जवान गौरव और नरेश मामूली रूप से झुलस गए।
दमकल विभाग को मिली काॅल्स
दिनांक एवं समय | कॉल्स |
19 अक्टूबर रात 12 बजे से 20 अक्टूबर रात 12 बजे | 175 |
20 अक्टूबर रात 12 बजे से 21 अक्टूबर रात 12 बजे | 269 |
21 अक्टूबर रात 12 बजे से 21 अक्टूबर सुबह 6 बजे | 130 |
20 अक्टूबर रात 12 बजे से 21 अक्टूबर सुबह 6 बजे | 399 |
20 अक्टूबर शाम 6 बजे से 21 अक्टूबर सुबह 6 बजे | 283 |
पिछले सालों में दीपावली पर आग लगने की काॅल्स
वर्ष | कॉल्स |
2024 | 318 |
2023 | 208 |
2022 | 201 |
2021 | 152 |
2020 | 205 |
2019 | 245 |
2018 | 271 |
आग लगने की कुछ बड़ी घटनाएं
- नई दिल्ली के स्कूल लेन, बंगाली मार्केट में सोमवार देर रात आग लगी तो वहां एक महिला व उसका बच्चा फंस गए। दमकल कर्मियों ने दोनों को सुरक्षति बताया।
- उत्तम नगर इलाके में मेट्रो स्टेशन के नजदीक सोमवार रात 11.47 बजे डब्ल्यूजेड-64 में एक मकान में आग लग गई। आग घरेलू सामान में लगी थी। आग पर काबू पाने के दौरान दो दमकलकर्मी गौरव नरेश मामूली रूप से झुलस गए।
- उत्तम नगर के मोहन गार्डन में एक मकान की पहली और दूसरी मंजिल पर आग लग गई। दमकल की सात गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। दमकल कर्मियों ने यहां से करीब सात लोगों को आग से सुरक्षित बचाया।
- माॅडल टाउन-1 इलाके में सोमवार रात 11.57 बजे टेंट हाउस के गोदाम में भीषण आग लग गई। यहां दमकल की 10 गाड़ियों को भेजा गया। इनमें एक बलेनो कार भी जल गई।
- संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में सोमवार देर रात भीषण आग लग गई। एक-एक कर करीब 30 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। यहां कई गाड़ियां आग में जल गईं। मंगलवार दोपहर बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका था।
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