दिल्ली में बनेगा सरदार पटेल का विशाल स्मारक! BJP सांसद ने केंद्र सरकार से की मांग
दक्षिणी दिल्ली के सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि नेहरू-गांधी परिवार ने सरदार पटेल को उचित सम्मान नहीं दिया। उन्होंने दिल्ली में सरदार पटेल का विशाल स्मारक बनाने का अनुरोध किया, ताकि उनकी देशभक्ति और अखंड भारत के सिद्धांत को समझा जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि सरदार पटेल को भारत रत्न की उपाधि नरसिंह राव के प्रधानमंत्री रहते मिली, और मोदी सरकार ने उन्हें उचित सम्मान दिया है।
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राजधानी दिल्ली में सरदार वल्लभ भाई पटेल का एक विशाल स्मारक बनाया जाए।
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। नेहरू-गांधी परिवार ने सरदार पटेल को कभी वह सम्मान नहीं दिया, जिसके वह अधिकारी थे। ऐसे में केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि राजधानी दिल्ली में सरदार वल्लभ भाई पटेल का एक विशाल स्मारक बनाया जाए, जहां उनके बारे में हर जानकारी उपलब्ध हो। स्मारक स्थापित करने से वर्तमान तथा आने वाली पीढ़ियां सरदार पटेल के देशप्रेम, राष्ट्रवादिता और अखंड भारत के सिद्धांत को भली-भांति समझ पाएंगी।
यह बातें दक्षिणी दिल्ली सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कांस्टिट्यूशन क्लब में शुक्रवार को ज्ञान गंगोत्री विकास संस्था की ओर से आयोजित ‘सरदार पटेल के सपनों का भारत’ विषयक कार्यक्रम में कही। सरदार पटेल को 150वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि लौहपुरुष दृढ़ इरादों के प्रतीक और सच्चे जननायक थे। उन्हें भारत रत्न की उपाधि भी नेहरू-इंदिरा परिवार ने नहीं दी। उन्हें यह उपाधि 1991 में तब मिली जब नरसिंह राव देश के प्रधानमंत्री थे। 1950 में उनकी मृत्यु के 41 साल बाद उन्हें भारत रत्न से नवाजा गया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने सरदार पटेल के राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए उचित सम्मान दिया है। सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी विरासत को सम्मान देते हुए विशेष स्मारक सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया।

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