धर्मेंद्र को अंतिम विदाई देते हुए हेमा मालिनी रो पड़ीं, अमित शाह बोले-मैं गृह मंत्री नहीं, एक प्रशंसक बनकर आया हूं
दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र को अंतिम विदाई दी गई, जिसमें कई राजनेताओं और फिल्मी हस्तियों ने भाग लिया। अमित शाह, जेपी नड्डा, रेखा गुप्ता और कंगना रनौत जैस ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। बॉलीवुड के महान अभिनेता दिवंगत अभिनेता धर्मेंद्र को गुरुवार को अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई। सभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, अभिनेत्री एवं सांसद कंगना रनौत, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, किरेन रिजिजू और दिग्गज खलनायक अभिनेता रंजीत सहित कई नेता और फिल्मी सितारे उपस्थित रहे। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी श्रद्धांजलि देने पहुंचीं। सभा में धर्मेंद्र के जीवन और सिनेमा को दी गई उनकी अमर देन को याद किया गया।
अभिनेता धर्मेंद्र अब सशरीर हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन रुपहले पर्दे पर जीये गए उनके किरदार, जमीन से जुड़ी उनकी जिंदादिली को करोड़ों प्रशंसक अपने दिलों में महसूस करते हैं और प्रेरित होते हैं। इसलिए, जब उन्हें स्मरण करने, उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने का भावुक क्षण आया तो जनपथ मार्ग स्थित डाॅ. भीमराव अंबेडकर में आम प्रशंसक से लेकर देश के गृह मंत्री अमित शाह तक पहुंचे और भरे गले से शानदार अदाकार को स्मरण किया।
धर्मेंद्र की तस्वीर पर पुष्प अर्पित करने के बाद गृहमंत्री बोले, मेरी कभी धर्मेंद्र जी से व्यक्तिगत मुलाकात नहीं हुई... आज, मैं यहां गृह मंत्री के रूप में नहीं, बल्कि धर्मेंद्र के एक प्रशंसक के रूप में आया हूं। वह बहुत ही साफ ह्रदय के इंसान थे। लुटियंस दिल्ली स्थित अंबेडकर सभागार में प्रार्थना सभा का आयोजन उनकी पत्नी व सांसद हेमा मालिनी और उनके परिवार की ओर से किया गया था, जिसमें उनकी बेटी ईशा देओल, अहाना देओल और दामाद वैभव वोहरा साथ रहे। धर्मेंद्र का निधन गत 24 नवंबर को 89 वर्ष की उम्र में हुआ था।
गृहमंत्री अमित शाह ने धर्मेंद्र के संघर्षों, अभिनय के प्रति शिद्दत और उनकी बहुमुखी प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने उनकी कई फिल्में देखीं और वह उनके अभिनय के कायल हैं। हकीकत, सत्यकाम, बंटवारा व आंखें ऐसी देशभक्ति की फिल्में हैं, जिसमें किरदारों को धरम जी ने इतनी गहराई से जीया कि वह खुद किरदार बन गए। वह 'शोले' के किरदार जैसा रोल भी कर सकते थे और 'चुपके चुपके' में बिल्कुल अलग तरह का रोल भी। गृहमंत्री ने धर्मेंद्र को 'सच्चा देशभक्त' बताते हुए कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि धरम जी एक किसान के बेटे थे और देश से बहुत गहरा प्यार करते थे। 90 साल की उम्र में भी धर्मेंद्र जी का जाना एक बड़ी क्षति है, जिसे भरा नहीं जा सकता।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि इतनी ख्याति के बाद भी वह अपनी जड़ों से जुड़े रहे। जिंदादिल व इंसानियत से भरा जीवन, जिस पर उन्होंने सफलता को कभी हावी नहीं होने दिया। पार्टी अध्यक्ष के रूप में उन्हें गौरव है कि धर्मेंद्र जी भाजपा के सदस्य बने और संसद में पार्टी का प्रतिनिधित्व किया। प्रार्थना सभा में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, अश्विनी वैष्णव, गजेंद्र सिंह शेखावत, किरेन रिजीजू, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, सांसद अनुराग ठाकुर, कंगना रनौत समेत अनगिनत राजनीतिक व फिल्म जगत के विशिष्ट लोग पहुंचे और अभिनेता को श्रद्धांजलि दी।
फूट-फूटकर रो पड़ीं हेमा मालिनी, बताया 'असहनीय सदमा'
धर्मेंद्र के बारे में बोलने के लिए उठीं हेमा मालिनी की आवाज भर्रा गई और वह फूट-फूटकर रो पड़ीं। उन्होंने कहा, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरी जिंदगी में ऐसा पल आएगा, जब मुझे भी यह शोक सभा रखनी पड़ेगी। धर्मेद्र जी का जाना मेरे लिए असहनीय सदमा है। उनके ये शब्द सुनकर वहां मौजूद हर आंख नम हो गई। सभा में धर्मेंद्र व हेमा मालिनी के साथ उनकी बेटियों ईशा व अहाना देओल की फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई थी, जिसने उपस्थित लोगों को गुजरे पलों की याद दिलाई।

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