दिल्ली में दिवाली कब? खत्म हुआ संशय, धनतेरस से लेकर भाई दूज तक की तारीखें तय
दिल्ली में विश्व हिंदू परिषद और व्यापार महासंघ ने 20 अक्टूबर को दिवाली मनाने का फैसला किया है। कार्तिक अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर को शुरू होकर 21 अक्टूबर तक रहेगी, लेकिन प्रदोष और निशीथ काल के कारण 20 अक्टूबर को लक्ष्मी-गणेश की पूजा करना शुभ माना गया है। इसलिए, सभी संगठनों से 20 अक्टूबर को दिवाली मनाने का आग्रह किया गया है।

दिल्ली में विश्व हिंदू परिषद और व्यापार महासंघ ने 20 अक्टूबर को दिवाली मनाने का फैसला किया है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। हिंदू समुदाय में दिवाली 20 अक्टूबर को मनाई जाए या 21 अक्टूबर को, इस पर चल रहे असमंजस के बीच, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और दिल्ली व्यापार महासंघ ने 20 अक्टूबर को दिवाली मनाने का फैसला किया है।
विहिप के प्रदेश सचिव सुरेंद्र गुप्ता द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, इस वर्ष कार्तिक अमावस्या तिथि दो दिन रहेगी, जो 20 अक्टूबर (सोमवार) को दोपहर 3:44 बजे से शुरू होकर 21 अक्टूबर (मंगलवार) को शाम 5:54 बजे तक रहेगी।
उन्होंने बताया कि ज्योतिषी और धर्मगुरु इस बात पर सहमत हैं कि लक्ष्मी और गणेश की पूजा उस दिन करना सर्वोत्तम होता है जब अमावस्या तिथि पर प्रदोष और निशीथ काल (मध्यरात्रि) हो। इसी के आधार पर, दिवाली की मुख्य पूजा 20 अक्टूबर (सोमवार) की रात को की जानी चाहिए।
विहिप द्वारा जारी एक पत्र में, सभी धार्मिक, सामाजिक और व्यापारिक संगठनों से आह्वान किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में 20 अक्टूबर की रात को दिवाली समारोह आयोजित करें और पूजा करें। इसी प्रकार, दुकानों, प्रतिष्ठानों और कार्यालयों में भी 21 अक्टूबर की सुबह या दोपहर में पूजा की जा सकती है।
दिल्ली व्यापार महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्र कपूर ने बताया कि व्यापारिक संगठनों ने 20 अक्टूबर को दिवाली मनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि काशी के ज्योतिषियों और चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर के विद्वानों के सर्वसम्मत निर्णय के आधार पर 20 अक्टूबर को दिवाली मनाने का निर्णय लिया गया है। उस दिन गणेश और लक्ष्मी की पूजा की जाएगी।
प्रमुख तिथियां
प्रमुख तिथियां | विवरण |
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धनतेरस (शुक्रवार, 17 अक्टूबर) | धातु और दीपदान |
नरक चतुर्दशी (शनिवार, 18 अक्टूबर) | प्रातः स्नान और दीपदान |
दिवाली (मुख्य पूजा) (सोमवार, 20 अक्टूबर) | लक्ष्मी और गणेश पूजन |
व्यावसायिक पूजन (मंगलवार, 21 अक्टूबर) | दुकान और कार्यालय पूजन |
गोवर्धन पूजा/अन्नकूट उत्सव (बुधवार, 22 अक्टूबर) | श्री कृष्ण गोवर्धन पूजन |
भाई दूज (गुरुवार, 23 अक्टूबर) | भाई-बहन का पवित्र त्योहार |
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