दिल्ली-NCR में डेढ़ माह बाद फिर लौटी दीपावली, दीयों से जगमगाने लगे मंदिरों के प्रांगण, बरसने लगीं बधाइयां
दिल्ली-एनसीआर में डेढ़ माह बाद दीपावली जैसा माहौल दिखा। यूनेस्को ने दीपावली को विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया, जिससे लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई ...और पढ़ें

श्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मंदिर में यूनेस्को द्वारा दीपावली को विश्व धरोहर की सूची में शामिल करने पर दीपोत्सव मनाते श्रद्धालु।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में डेढ़ माह बाद बुधवार को एक बार फिर दीवाली सा माहौल बन गया। मंदिर जगमगा उठे। रोशनी से गुलजार हो गए कई मंदिरों के प्रांगण। शाम ढलते ही हाथों में दीये लिए लोग एक-दूसरे शुभकामनाएं देने लगे। हो भी क्यों न, यूनेस्को ने भारतीय संस्कृति की अमिट धरोहर वाले पर्व दीपावली को विश्व धरोहर की सूची में जो सम्मििलत कर लिया है। इस खुशी के अवसर पर ही दिल्ली-एनसीआर के कई नामी मंदिरों दीपावली का आकर्षक नजारा बन गया। देखें झलकियां...

दरअसल, भारत के लिए यह गर्व का क्षण है। यूनेस्को ने भारत के प्रमुख पर्व दीपावली को अपनी अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की सूची में सम्मिलित कर लिया है। यह निर्णय यूनेस्को की अंतरराष्ट्रीय समिति की बैठक में लिया गया, जिससे भारत की सांस्कृतिक पहचान को वैश्विक स्तर पर नई मान्यता मिली है। इसी की खुशी जाहिर करते हुए लोगों ने बड़ी संख्या में अपने क्षेत्रों के प्रमुख मंदिरों में शाम ढलते ही दीप जलाकर दीवाली मनाने का निर्णय किया।

यूनेस्को द्वारा दीपावली को विश्व धरोहर की सूची में शामिल करने पर पूर्वी दिल्ली स्थित पुरानी अनारकली स्थित सीताराम संत सेवा मंदिर के दीप जला मनाया गया दीपोत्सव।

एनआईटी फरीदाबाद के सिद्धपीठ हनुमान मंदिर के प्रांगण में हो रहे दीपोत्सव के दौरान दीपों से लिखा श्री राम। बता दें कि यह पर्व भारत की आध्यात्मिकता, विविधता और सामाजिक एकता को दर्शाता है। यूनेस्को का यह कदम भारतीय परंपराओं को संरक्षित करने और विश्वभर में उनके महत्व को बढ़ाने में मदद करेगा।

नोएडा सेक्टर 20 स्थित हनुमान मंदिर में इस अवसर पर दीपोत्सव मनाते श्रद्धालु।

एनआईटी फरीदाबाद में महारानी वैष्णो देवी मंदिर के प्रांगण में बुधवार शाम किया गया दीपोत्सव का आयोजन।

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