DUSU चुनाव प्रदेश कांग्रेस के लिए अस्तित्व बचाने की चुनौती, अब ये कार्यकर्ता बचाएंगे लाज
दिल्ली कांग्रेस डूसू चुनाव में बेहतर प्रदर्शन कर युवा पीढ़ी को आगे बढ़ाना चाहती है। प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव और अन्य नेता एनएसयूआई पैनल की जीत के लिए रणनीति बना रहे हैं। पूर्व छात्र नेताओं और सोशल मीडिया के माध्यम से छात्रों से समर्थन मांगा जा रहा है। कांग्रेस को इस बार अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।

संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। हाल ही में लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव हारने वाली दिल्ली कांग्रेस अब नई पीढ़ी के साथ आगे बढ़ना चाहती है। यही वजह है कि दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव न केवल एनएसयूआई, बल्कि प्रदेश कांग्रेस के लिए भी प्रतिष्ठा का विषय बन गए हैं। पार्टी डूसू चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के साथ भविष्य के लिए अपना जनाधार मजबूत करना चाहती है।
जानकारी के अनुसार, प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव, एनएसयूआई अध्यक्ष वरुण चौधरी, वरिष्ठ नेता कन्हैया कुमार और अनिल भारद्वाज डूसू चुनाव में एनएसयूआई पैनल की जीत सुनिश्चित करने के लिए रणनीतिक रूप से काम कर रहे हैं।
प्रदेश पार्टी कार्यालय के साथ-साथ यादव के घर पर भी बैठकें हो रही हैं। न केवल दिल्ली, बल्कि हरियाणा और राजस्थान के युवा नेताओं का भी सहयोग लिया जा रहा है। उदाहरण के लिए, सचिन पायलट और दीपेंद्र हुड्डा। चूंकि प्रशासनिक बाधाओं के कारण कांग्रेस नेता सीधे तौर पर डूसू चुनाव में शामिल नहीं हो सकते, इसलिए पार्टी ने डूसू और एनएसयूआई के 40 से 50 पूर्व छात्र नेताओं को इस चुनाव में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए कहा है।
उन्हें व्हाट्सएप समेत इंटरनेट मीडिया का इस्तेमाल करने और ज़्यादा से ज़्यादा छात्रों से एनएसयूआई के लिए वोट करने का आग्रह करने को कहा गया है। प्रदेश कांग्रेस के सभी 258 ब्लॉक और 14 ज़िला अध्यक्षों को भी अपने-अपने क्षेत्रों के कम से कम 25 छात्रों के साथ बैठकें करने को कहा गया है।
गौरतलब है कि डूसू में इस समय भी एनएसयूआई के दो पदाधिकारी हैं। अध्यक्ष पद पर रौनक खत्री और संयुक्त सचिव पद पर लोकेश चौधरी।
इस बार भी कांग्रेस नेता उत्साहित हैं क्योंकि एनएसयूआई से अध्यक्ष पद की उम्मीदवार जोसलिन चौधरी के इंटरनेट मीडिया पर सबसे ज़्यादा फ़ॉलोअर्स हैं और प्रचार में भी उन्हें अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।
प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष अनिल भारद्वाज कहते हैं, पिछली बार हमें डूसू में चार में से दो सीटें मिली थीं। इस बार हमें इससे ज़्यादा की उम्मीद है।
एनएसयूआई डूसू चुनाव में नई रणनीति के साथ उतरी है। उसने छात्रों की समस्याओं और उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए अपने चुनाव प्रचार का एजेंडा तैयार किया है। मुझे पूरा विश्वास है कि एनएसयूआई के चारों उम्मीदवार जीत का परचम लहराएँगे और डीयू के छात्रों की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए काम करेंगे।
-देवेंद्र यादव, अध्यक्ष, दिल्ली कांग्रेस
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