दिल्ली में राहत शिविरों में MCD ने शुरू की फॉगिंग, लोगों के दी जा रही है क्लोरिन की दवा
दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने से राहत शिविरों में आए लोगों के लिए दिल्ली नगर निगम सक्रिय है। शिविरों में फागिंग और क्लोरीन लिक्विड वितरित किया जा रहा है ताकि पानी को कीटाणुरहित किया जा सके। स्वास्थ्य विभाग की टीमें मच्छरों से बचाव के लिए जागरूकता अभियान भी चला रही हैं। पशु चिकित्सा विभाग मृत पशुओं को हटाने के लिए तत्पर है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने के बाद नीचले इलाकों से राहत शिविरों में आए लोग बीमार न पड़े इसके लिए दिल्ली नगर निगम भी सक्रिय हो गई है। निगम ने राहत शिविरों में फागिंग के क्लोरिन लिक्विड वितरित किया जा रहा है। ताकि लोग उपलब्ध पानी में इसे डालकर पानी पी सके। अगर पानी में कोई कीटाणु हो तो वह नुकसान न करें।
दिल्ली नगर निगम के अनुसार जन स्वास्थ्य विभाग की टीमे इसको लेकर काम कर रही है। वार्ड स्तर पर यमुना से प्रभावित लोगों के लिए लगाए गए शिविरों में फागिंग की जा रही है। वहीं, लोगों को मच्छरों से बचाव के लिए भी जागरुक किया जा रहा है।
निगम के निगम स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक रावत ने बताया कि मच्छरजनित बीमारियां ऐसे समय पर पैर पसारती है। बाढ़ जैसे समय पर जरुरत नागरिकों को मच्छरजनित और जलजनित बीमारियों से बचाने की होती है।
इसलिए हमने सभी संबधित जोन और वार्ड के अधिकारियों को निर्देश देकर इस पर कदम उठाने के लिए कहा है। साथ ही लोगों को जागरुक करें और उन्हें सरल भाषा में बीमारियों से बचने के उपाय बताए इसके लिए कार्य किया जा रहा है।
वहीं, पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी ने बताया कि हम मृत पशुओं की जानकारी मिलने पर उन्हें तुंरत हटाने के निर्देश दिए हैं। क्योंकि बाढ़ की स्थिति में ऐसी ही बीमारी फैलती है। अधिकारी ने बताया अभी तो राहत टीमें जहां-जहां पशु फंसे हैं उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है।
ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है कि किसी पशु या जानवार की जान चली गई हो। संभवत: यमुना का जलस्तर कम होने पर ऐसी जानकारी मिले। इसलिए हमने इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह इस पर जीरो टालरेंस की नीति के तहत काम करना है।
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