दिल्ली में ड्रग्स सिंडिकेट का भंडाफोड़, 26 किलो गांजा जब्त; तीन गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने तीन ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार कर एक अंतरराज्यीय सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है। आरोपियों के पास से 26 किलो गांजा बरामद हुआ है जिसकी आपूर्ति दिल्ली-एनसीआर में होनी थी। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में संजय कटारा मीना देवी और संदीप पाल शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों को मुकुंदपुर और विशाखापत्तनम से गिरफ्तार किया।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। क्राइम ब्रांच तीन ड्रग्स तस्कर को गिरफ्तार कर एक अंतरराज्यीय सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। इनके कब्जे से 26 किलो गांजा बरामद किया गया है। बरामद गांजे की आपूर्ति दिल्ली-एनसीआर में होनी थी। आरोपित विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश से गांजा लेकर दिल्ली आए थे।
डीसीपी विक्रम सिंह के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपिताें के नाम संजय कटारा (शकरपुर), मीना देवी (होलंबी कलां) व संदीप पाल (कंचरापालम, विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश) का रहने वाला है। क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि आंध्र प्रदेश में आपूर्तिकर्ताओं से जुड़े कुछ लोग गांजा की खेप लेकर दिल्ली आ रहे हैं।
एसीपी पंकज अरोड़ा व इंस्पेक्टर विनय कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने संजय कटारा और मीना देवी को मुकुंदपुर से दबोच लिया। दोनों वहां गांजा की खेप पहुंचाने दोपहिया वाहन से आए थे। जांच से पता चला कि दोनों एक संगठित सिंडिकेट के हिस्सा हैं और स्थानीय ड्रग्स डीलरों को चोरी छिपे नशीले पदार्थ आपूर्ति करते हैं।
इनके स्कूटर से 26 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ, जो कई पॉलीथीन में लिपटे पैकेटों में भरा हुआ था। गांजा को इस तरह से छिपाया गया था कि जिससे पुलिस को भनक न लग सके। संजय कटारा ने बताया कि उसने 1985 में स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी और उस समय कई अच्छी जूता निर्माण कंपनियों में सहायक बिक्री प्रबंधक के रूप में काम किया था।
लेकिन वह कम समय में अच्छा पैसा कमाना चाहता था इसलिए उसने अवैध कामों में लिप्त होना शुरू कर दिया और गांजा की आपूर्ति शुरू कर दी, वह पहले कमीशन एजेंट के रूप में काम करता था, बाद में उसने विशाखापत्तनम से गांजा खरीदना शुरू कर दिया।
उसने कबूल किया कि जब्त की गई खेप विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश से खरीदी गई थी, और उसने इसे विशाखापत्तनम के कंचरापालम के रहने वाले संदीप पाल नामक एक ज्ञात आपूर्तिकर्ता के माध्यम से प्राप्त किया था। इस खुलासे के बाद पुलिस टीम को संजय कटारा के साथ विशाखापत्तनम भेजा गया।
टीम ने आंध्र प्रदेश में स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय किया और गहन तलाशी अभियान में जी. मदुगुला और पडेरो जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों सहित 500 किलोमीटर से अधिक की यात्रा की। और तीसरे आरोपित संदीप पाल को कंचरापालम, विशाखापत्तनम को पकड़ लिया गया।
पूछताछ में संदीप पाल ने बताया कि वह यूपी का रहने वाला है लेकिन काम की तलाश में वह आंध्र प्रदेश आया था, जहां वह पहले आटो चालक के रूप में काम किया इसी दौरान उसे एक ग्राहक ने बताया कि वह गांजा की आपूर्ति करता है। वह आंध्र प्रदेश के जंगल क्षेत्र से खरीदता है।

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