दिल्ली में माॅल, होटल, काॅलेज और ऑफिसों के लिए आदेश... एक अक्तूबर तक सभी को लगानी है एंटी स्माॅग गन
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने सर्दियों में प्रदूषण से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। सभी ऊंची व्यावसायिक इमारतों को एंटी-स्मॉग गन लगाने के निर्देश दिए गए हैं। यह नियम इस साल से लागू हो रहा है जिसमें व्यावसायिक परिसर मॉल होटल और शैक्षणिक संस्थान शामिल हैं। प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए यह कदम उठाया गया है। नियमों का पालन करने के लिए कहा गया है।

संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। मानसून की विदाई और सर्दियों की दस्तक को ध्यान में रखते हुए राजधानी में वायु प्रदूषण से जंग की तैयारी तेज हो गई है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने सभी ऊंची कमर्शियल बिल्डिंगों को एंटी स्माग गन लगाने के निर्देश दिए हैं।
यह नियम इसी साल से लागू किया जा रहा है। यह इसलिए भी काफी अहम है क्योंकि इन ऊंची कमर्शियल बिल्डिंगों में सभी कमर्शियल कांप्लेक्स, माॅल, होटल, ऑफिस की बिल्डिंग, शैक्षणिक संस्थान और यूनिवर्सिटी भी सम्मिलित हैं। खासकर उन बिल्डिंगों में, जिनमें छह या इससे अधिक मंजिल हैं।
गौरतलब है कि यह नियम इसी साल 29 मई को लागू किया गया था। लेकिन नियम लागू होने के साथ ही साल भर के लिए बनाए गए इस नियम में इन एंटी स्माग गन को मानसून के दौरान छूट दे दी गई थी।
यह छूट 15 जून से एक अक्टूबर के लिए है। ऐसे में यह नियम पहली बार दो अक्टूबर से लागू होगा। ऐसे में डीपीसीसी ने सभी को इसके लिए तैयार रहने के आदेश फिर से जारी किए हैं।
आदेश के तहत दिल्ली में प्रदूषण की वजह पीएम 10 और पीएम 2.5 है। अक्टूबर 2024 से जनवरी 2025 तक पीएम 10 का औसत स्तर 420 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा।
वहीं पीएम 2.5 का स्तर 271 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। इस दौरान प्रदूषण का स्तर भी बहुत खराब से गंभीर स्तर पर रहा। 33 दिन खराब, 72 दिन बहुत खराब एवं 14 दिन प्रदूषण गंभीर स्थिति में रहा। इसी प्रदूषण को कम करने के लिए ऊंची बिल्डिंगों पर एंटी स्माग गन लगाने की तैयारियां की जा रही हैं।
इससे पूर्व 2023 में 93 ऊंची बिल्डिंगों पर एंटी स्माग गन लगाई गई थी। 2024 में 156 बिल्डिंगों पर एंटी स्माग गन लगाई गई थी। राजधानी में ऐसी बिल्डिंगों की कुल संख्या 200 के आसपास बताई जा रही है।
कैसी हो एंटी स्माॅग गन
इसके नोजल से पानी की बूंदें पांच से 20 माइक्रोन की रहें। यह पानी की बूंदों को 75 से 100 मीटर तक फेंक सके। इसे सुबह 6:30 से 9:30 बजे तक, शाम को 5:30 से 8:30 बजे तक और रात में 1:30 से 4:30 बजे तक चलाया जाए। इन एंटी स्माग गन में सिर्फ शोधित पानी का इस्तेमाल होगा।
कहां लगेंगी एंटी स्माॅग गन
ऐसे कमर्शियल कांप्लेक्स, माॅल, होटल, जिनका बिल्ट अप एरिया 3,000 वर्ग मीटर या इससे अधिक है। ऐसे आफिस और शैक्षणिक संस्थाना, जिनमें छह या अधिक मंजिलें हैं।
कहां और कितनी एंटी स्माॅग गन लगेंगी
- 10,000 वर्ग मीटर बिल्ट अप एरिया में - न्यूनतम तीन
- 15,000 वर्ग मीटर बिल्ट अप एरिया में - न्यूनतम चार
- 20,000 वर्ग मीटर बिल्ट अप एरिया में - न्यूनतम पांच
- 25,000 वर्ग मीटर बिल्ट अप एरिया में - न्यूनतम छह
- इसके बाद हर 5000 वर्ग मीटर बिल्ट आप एरिया में एक
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