Delhi News: सफदरजंग अस्पताल में लगेगी पेट-सीटी स्कैन मशीन, कैंसर मरीजों को जांच में होगा फायदा
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में जल्द ही पेट-सीटी स्कैन मशीन लगने जा रही है। इससे कैंसर मरीजों को जांच में काफी फायदा होगा और उन्हें बड़ी राहत मिलेगी। अभी तक दिल्ली में सिर्फ दो अस्पताल में ही पेट-सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध है लेकिन सफदरजंग अस्पताल में यह सुविधा शुरू होने से आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों की भी यह जांच आसानी से हो सकेगी।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। सफदरजंग अस्पताल में पेट (पाजिट्रान एमिशन टोमाग्राफी)-सीटी मशीन खरीदी जाएगी। इसके लिए प्रक्रिया शुरू की गई है। उम्मीद है कि करीब छह माह में सफदरजंग अस्पताल में यह मशीन लग जाएगी।
आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को मिलेगी राहत
तब सफदरजंग अस्पताल में पेट-सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध जाएगी। इससे कैंसर मरीजों को जांच में फायदा होगा और उन्हें बड़ी राहत मिलेगी। सफदरजंग अस्पताल में ज्यादातर आर्थिक रूप से कमजोर मरीज ही इलाज के लिए पहुंचते हैं। इस अस्पताल में न्यूक्लियर मेडिसिन का विभाग पहले से मौजूद है।
अस्पताल प्रशासन ने परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (एईआरबी) ने न्यूक्लियर मेडिसिन से संबंधित पेट-स्कैन जैसी जांच सुविधा के लिए लाइसेंस भी ले रखा है, लेकिन अभी तक इस अस्पताल में पेट-सीटी मशीन नहीं है। इस वजह से कैंसर के मरीजों को सफदरजंग अस्पताल में पेट-सीटी स्कैन की सुविधा नहीं मिल पाती है।
दिल्ली में सिर्फ दो अस्पताल में यह सुविधा
इस वजह से कैंसर के मरीज निजी लैब में महंगे शुल्क भुगतान कर यह जांच कराने को मजबूर होते हैं। मौजूदा समय में सामान्य नागरिकों के इलाज के लिए अधिकृत दिल्ली में सिर्फ दो अस्पताल एम्स व दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान में ही पेट-सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध है।
इसमें से दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान में न्यूक्लियर मेडिसिन के विशेषज्ञ डाक्टर उपलब्ध नहीं होने के कारण लंबे समय से यह मशीन बंद पड़ी है। ऐसी स्थिति में सिर्फ एम्स ही सामान्य मरीजों के लिए पेट-स्कैन जांच की सुविधा उपलब्ध है।
निजी लैब में जांच के लिए लगते हैं 18,500 रुपये
निजी लैब में इस जांच का शुल्क करीब 18,500 रुपये है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के मरीजों के लिए इस जांच का खर्च उठा पाना आसान नहीं होता। इस वजह से सफदरजंग अस्पताल में पेट-सीटी मशीन लगाने की जरूरत महसूस की जा रही है।
पहले सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत सफदरजंग अस्पताल के सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में यह मशीन लगाने की पहल की गई थी लेकिन किसी डायग्नोस्टिक निजी लैब ने अस्पताल की इस योजना में दिलचस्पी नहीं दिखाई। लिहाजा, अब पेट-सीटी मशीन खरीदकर लगाने की पहल की गई है।