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    दिल्ली-NCR में कब होगी मानसून की विदाई? बारिश को लेकर फिर IMD का बड़ा अपडेट

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 08:05 AM (IST)

    दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में मानसून की वर्षा कम होने के बाद भी मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 16-19 सितंबर के बीच फिर से वर्षा हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव के कारण राजस्थान गुजरात दिल्ली और मध्य प्रदेश में वर्षा की संभावना है। इस बार मानसून की विदाई में देरी होगी दिल्ली से इसकी विदाई अक्टूबर तक संभावित है।

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    दो दिन देरी से दिल्ली पहुंचा मानसून अब पांच दिन देरी से जाएगा

    संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। फिलहाल भले ही एनसीआर सहित उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में मानसून की वर्षा कम हो गई हो, लेकिन अभी खत्म नहीं हुई है।

    एक बार और कई दिनों के लिए तेज वर्षा का दौर चल सकता है। इसके बाद ही मानसून की विदाई की प्रक्रिया शुरू होगी। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि इस बार सभी जगह वर्षा सामान्य से अधिक हुई है।

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    मौसम विज्ञानियों के अनुसार 16 से 17 सितंबर के बीच पहाड़ों पर एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसी दौरान बंगाल की खाड़ी में एक निम्न हवा का दबाव क्षेत्र विकसित होगा, जिसका असर उत्तरी महाराष्ट्र तक देखा जाएगा। इन्हीं दो मौसमी प्रणालियों के आपस में टकराने से उत्तर पश्चिमी भारत के ज्यादातर हिस्सों में एक बार फिर से हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।

    वहीं, 17 से 19 सितंबर के बीच राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और मध्य प्रदेश सहित कई अन्य जगह भी वर्षा हो सकती है। कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। जहां तक दक्षिणी पश्चिमी मानसून की विदाई का सवाल है तो इसकी शुरुआत 17 सितंबर के आसपास राजस्थान से होती है।

    27 सितंबर के आसपास दिल्ली से विदा लेता है एवं अक्टूबर के दूसरे सप्ताह तक देशभर से चला जाता है, लेकिन इस बार राजस्थान से ही मानसून की विदाई 22 या 23 सितंबर से होगी। दिल्ली से इसकी विदाई एक या दो अक्टूबर तक संभावित है। याद रहे कि पिछले साल भी दिल्ली से दो अक्टूबर को ही मानसून की विदाई हुई थी।

    आज वर्षा के नहीं आसार, चलेंगी तेज हवाएं

    शुक्रवार को भी दिल्ली में बादलों की लुकाछिपी तो रहेगी, लेकिन वर्षा नहीं होगी। धूप निकलेगी एवं 20 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से सतही हवाएं भी चलेंगी। बृहस्पतिवार को धूप में लोगों को उमस भरी गर्मी का भी एहसास हुआ। अधिकतम तापमान 34.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस अधिक था।

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    वहीं, न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, यह सामान्य से 1.1 डिग्री सेल्सियस अधिक था। हवा में नमी का स्तर 79 से 54 प्रतिशत दर्ज किया गया। दूसरी तरफ दिल्ली की वायु गुणवत्ता अभी नियंत्रण में ही चल रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार बृहस्पतिवार को राजधानी का एक्यूआइ 94 रहा। इस स्तर की हवा को 'संतोषजनक' श्रेणी में रखा जाता है।

    दिल्ली में मानसून के दौरान अभी तक हुई वर्षा (मिमी में)

    इस साल मानसून की वर्षा तो हर माह ज्यादा रही ही है, साल भर का कोटा भी पूरा हो चुका है। दिल्ली में पूरे साल की वर्षा है 774.1 मिमी जबकि अब तक हो चुकी है 963.4 मिमी। अभी साल पूरा होने में साढ़े तीन माह शेष है और मानसून की विदाई भी थोड़ा देर से ही होनी है। - महेश पलावत, उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन)