World Environment Day 2025: प्लास्टिक प्रदूषण पर कैसे लगेगी लगाम? पर्यावरण मंत्री ने खुद ही बताया
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली अपनाना ज़रूरी है। भारत सिंगल-यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने वाले पहले देशों में से है। उन्होंने उत्पादों को कम करने पुन उपयोग करने और रीसायकल करने पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही। इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस का विषय प्लास्टिक प्रदूषण को हराना है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली ही प्लास्टिक प्रदूषण को मात देने का असली समाधान है।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर भारत मंडपम में आयोजित एक कार्यक्रम में मंत्री ने कहा कि प्लास्टिक हमारे जीवन का एक बड़ा हिस्सा बन गया है, लेकिन यह एक बड़ी चुनौती भी बन गया है।
उन्होंने कहा, "प्लास्टिक हमारी मिट्टी और पानी में घुस गया है, जिससे हमारा स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। यह हमारी भूमि, नदियों और महासागरों तक पहुंच रहा है।"
मंत्री ने कहा कि भारत 120 माइक्रोन से कम मोटाई वाले एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने वाले पहले देशों में से एक है और उन्होंने सभी से एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक के सामान का उपयोग बंद करने का आग्रह किया।
यादव ने कहा कि लोगों को ऐसी तकनीकें अपनाने की जरूरत है जो उत्पादों को कम करने, उनका दोबारा उपयोग करने और पुनर्चक्रण करने पर ध्यान केंद्रित करें। इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस 2025 का विषय "प्लास्टिक प्रदूषण को मात देना" है।
अब से दो महीने बाद, देश प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने के लिए वैश्विक संधि पर बातचीत जारी रखने के लिए फिर से मिलेंगे। इस कार्यक्रम में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा भी मौजूद रहे।
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