CM Rekha Gupta पर हमले के एक दिन बाद गृह मंत्रालय का बड़ा एक्शन, बदल दिया पुलिस कमिश्नर
दिल्ली पुलिस में बड़ा बदलाव हुआ है। मुख्यमंत्री पर हमले के बाद गृह मंत्रालय ने एसबीके सिंह को पुलिस आयुक्त के अतिरिक्त प्रभार से हटा दिया है। अब 1992 बैच के आइपीएस सतीश गोलचा (Delhi Police New Commissioner) को दिल्ली पुलिस का नया आयुक्त नियुक्त किया गया है। गोलचा अप्रैल 2027 तक इस पद पर रहेंगे। गृह मंत्रालय के अनुसार यह नियुक्ति एक सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली।(Satish Golcha Delhi Police New Commissioner) मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमले और हमले में प्रथमदृष्टया पुलिस की चूक दिखाई देने के अगले ही दिन पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे एसबीके सिंह को पद से कार्यमुक्त कर दिया गया।
अब गृह मंत्रालय ने एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश) काडर के 1992 बैच के वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी सतीश गोलचा को दिल्ली पुलिस का नया आयुक्त बना दिया है।
वह अब तक पुलिस महानिदेशक जेल के पद पर तैनात थे और पुलिस आयुक्त के रूप में उनका कार्यकाल अप्रैल 2027 तक रहेगा। इस बदलाव को सीएम पर हमले से जोड़कर देखा जा रहा है, लेकिन गृह मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि यह नियुक्त एक सामान्य प्रक्रिया के रूप में हुई है, इसका मुख्यमंत्री पर हुए हमले की घटना से कोई लेना-देना नहीं है।
पूर्व पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा का कार्यकाल विगत 31 जुलाई को खत्म होने पर गृह मंत्रालय ने उसी दिन अचानक दिल्ली होम गार्ड के डीजी 1988 बैच के यूटी काडर के आइपीएस एसबीके सिंह को पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया था।
पदभार संभलते ही उन्होंने स्थायी पुलिस आयुक्त के अंदाज में कामकाज भी शुरू कर दिया था, लेकिन महकमे में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी कि एसबीके सिंह आयुक्त पद पर बने रहेंगे या नहीं।
दिल्ली पुलिस के इतिहास में एसबीके सिंह सबसे कम समय मात्र 20 दिन ही पुलिस आयुक्त पद पर रह पाए। वह अब केवल होम गार्ड के डीजी पद की जिम्मेदारी संभालेंगे।
सतीश गोलचा बेहद सुलझे व अनुभवी आइपीएस माने जाते हैं। करीब छह साल बाद गृह मंत्रालय ने यूटी काडर के किसी आइपीएस को स्थायी चार्ज दिया है। इनसे पहले 2020 में दिल्ली दंगे के दौरान गृह मंत्रालय ने यूटी काडर के 1985 बैच के आइपीएस एसएन श्रीवास्तव को दिल्ली पुलिस आयुक्त का लुक आफ्टर चार्ज दिया था, लेकिन कुछ माह बाद उन्हें स्थायी चार्ज दे दिया गया था।
उनकी सेवानिवृत्ति के बाद 1988 बैच के आइपीएस बालाजी श्रीवास्तव को आयुक्त का लुक आफ्टर चार्ज दिया गया था, लेकिन उन्हें 27 दिन बाद ही हटाकर गुजरात काडर के राकेश अस्थाना को स्थायी रूप से पुलिस आयुक्त बना दिया गया था।
एक साल बाद अस्थाना के सेवानिवृत्त होने पर तमिलनाडु काडर के संजय अरोड़ा को दिल्ली पुलिस का आयुक्त बनाया गया था। वह तीन साल आयुक्त पद पर रहे। चार साल तक गैर यूटी काडर के आइपीएस को दिल्ली पुलिस का आयुक्त बनाने के बाद फिर से एसबीके सिंह को आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
अरुणाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक भी रहे
आइपीएस अधिकारी के रूप में 30 वर्ष से अधिक का अनुभव रखने वाले सतीश गोलचा दिल्ली पुलिस में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। 2022 से 2023 के बीच उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में पुलिस महानिदेशक के रूप में कार्य किया।
जब उनकी दिल्ली पुलिस में वापसी हुई तब उन्हें विशेष पुलिस आयुक्त (इंटेलिजेंस) और फिर जेल महानिदेशक का पद दिया गया। अरुणाचल प्रदेश जाने से पहले उन्होंने विशेष आयुक्त (कानून व्यवस्था) जोन दो के रूप में कार्य किया और क्राइम ब्रांच का भी नेतृत्व किया।
वह दिल्ली के कई जिलों में डीसीपी और रेंज में संयुक्त आयुक्त भी रहे। कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक कार्यों के लंबे अनुभव के कारण उन्हें यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई।
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