यमुना में जलस्तर बढ़ने से आज शाम को बंद होगा पुराना लोहा पुल, प्रशासन ने लोगों से संभलकर निकलने की दी सलाह
पूर्वी दिल्ली में पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है। हथनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने से स्थिति और गंभीर हो गई है। प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है और उनके लिए राहत शिविरों का इंतजाम किया है। पुराना लोहा पुल बंद कर दिया गया है।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। पहाड़ों पर हो रही मूसलधार वर्षा का असर राजधानी में दिखने लगा है। हरियाणा के हथनीकुंड बैराज से तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से मंगलवार को यमुना उफान पर पहुंच जाएगी। इससे पहले जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। यमुना के पास जाने पर रोक लगा दी गई है।
मंगलवार को जल स्तर 206 मीटर से अधिक पहुंचने की उम्मीद है। ऐसे में देर शाम को पुराना लोहा पुल वाहनों के आवागमन के लिए बंद किया जाएगा। यातायात पुलिस रूट डायवर्ट करेगी। पुलिस ने वाहन चालकों को वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करने की सलाह दी है।
पुराना लोहा पुल बंद होने पर गांधी नगर से पुरानी दिल्ली जाने वाले वाहन चालक गीता कालोनी फ्लाईओवर का इस्तेमाल करेंगे। सीलमपुर व शास्त्री पार्क के वाहन चालक शाहदरा जीटी रोड से जाएंगे। जबकि शांति वन से गांधी नगर जाने वाले गीता कालोनी फ्लाईओवर का इस्तेमाल करेंगे।
पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से शाहदरा जाने वाले वाहन चालकों को कश्मीरी गेट से होते हुए जीटी रोड से जाना होगा। पुलिस का कहना है कि शाहदरा जिलाधिकारी ऋषिता गुप्ता ने पुल को बंद करने के आदेश सोमवार को जारी किए हैं। पुलिस ने वहां पर बैरिकेड रख दिए हैं। पानी का जल स्तर 206 मीटर से पार जाते ही लोहा पुल को बंद कर दिया जाएगा। प्रशासन व पुलिस ने मिलकर सोमवार को यमुना खादर व नीचले इलाकों में मुनादी करवाई।
सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा। प्रशासन की ओर से पुराना लोहा पुल, गीता कालोनी, मयूर विहार, बदरपुर खादर, मजनू टिला, यमुना बाजार में जल स्तर से प्रभावित करीब 15 हजार लोगों लोगों के लिए अस्थायी शिविर लगाए हुए हैं। यहां रहने वाले लोग सोमवार से शिविरों में पहुंचने लगे हैं। जल स्तर बढ़ने का ज्यादा असर यमुना बाजार, मोनेस्ट्री, मजनू टिला व सिविल लाइन में पड़ेगा।
14 स्थानों पर लगाई गई हैं मोटर बोट
एसडीएम प्रीत विहार व डीएम ईस्ट आफिस में बने सिंचाई विभाग के कंट्रोल रूम के नोडल अफसर संदीप यादव ने कहा कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। 14 स्थानों पर मोटर बोट लगाई गई हैं, 30 से अधिक गोताखोर को तैनात किया हुआ है। जहां से भी मदद के लिए सूचना आएगी, वहां पर बोट व गोताखोर को भेजा जाएगा। टेंट में रहने वाले प्रभावित लोगों को खाना व स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी।
प्रशासन की ओर से मिल रहे दिशानिर्देशों का पालन करवाया जा रहा है। गीता कालोनी शमशान घाट के पास नीचले क्षेत्र में बने आश्रयगृह को भी बंद करवा दिया गया है। यहां रहने वाले चार लोगों को अस्थायी शिविर भेज दिया है। - प्रशांत गौतम, शाहदरा जिला पुलिस उपायुक्त
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