समय से पहले जन्मे बच्चों के इलाज के लिए विशेष अस्पताल की मांग, सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने संसद में उठाया मुद्दा
सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने संसद में समय से पहले जन्मे बच्चों के इलाज के लिए विशेष अस्पताल की मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों को बेहतर चिकित्सा सुव ...और पढ़ें

उत्तर पश्चिम दिल्ली से सांसद योगेंद्र चंदोलिया। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। राजधानी दिल्ली में समय से पहले जन्मे बच्चों के लिए विशेष अस्पताल के अभाव में बहुत से बच्चों की मृत्यु हो जाती है। ज्यादातर गरीब परिवारों को इन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। कलावती, लेडी हार्डिंग, आरएमएल, सफदरजंग, एम्स जैसे केंद्रीय अस्पतालों में विशेष ब्लाक बनाने चाहिए, ताकि गरीब वर्ग के लोगों तक इलाज की पहुंच बने।
संसद के सत्र में उठाया मुद्दा
संसद के शीतकालीन सत्र में बुधवार को शून्यकाल के दौरान समय पूर्व जन्मे बच्चों के समुचित उपचार व इसके लिए विशेष अस्पताल के निर्माण का मुद्दा उत्तर पश्चिम दिल्ली से सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने उठाते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा से भी आग्रह किया।
कहा दिल्ली सरकार से भी निवेदन है कि समय से पहले जन्मे बच्चों के लिए एक विशेष अस्पताल का निर्माण कराने को प्राथमिकता में शामिल करें, ताकि ऐसे बच्चों की जान बच सके। ऐसे अस्पताल न केवल हजारों नवजात शिशुओं को जीवन देंगे, बल्कि गरीब एवं जरूरतमंद परिवारों की बड़ी चिंता को भी दूर करेंगे।
सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक का काम लगभग पूरा
बता दें कि आरएमएल हास्पिटल में सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक का काम लगभग पूरा हो चुका है। जनवरी 2026 तक इसके शुरू होने की उम्मीद है। तब न्यूरोलाजी, कार्डियोलाजी व कार्डियक सर्जरी विभाग के लिए निर्धारित बेड की संख्या भी 20 से बढ़ाकर 40-40 हो जाएगी। नेफ्रोलाजी व पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के भी बेड बढ़ जाएंगे।

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