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    पैदल हो गए 164 उम्मीदवार, बिहार में चुनाव से पहले ही हो गया बड़ा खेल, अब कहते फिर रहे हमसे का भूल हुई...

    By Alok ShahiEdited By: Alok Shahi
    Updated: Wed, 22 Oct 2025 09:19 PM (IST)

    Bihar Chunav 2025: नेताओं के लिए विधानसभा चुनाव उनके राजनीतिक जीवन का सबसे बड़ा मौका होता है। परिणाम पक्ष में आए तो सीधे विधानसभा पहुंचने का अवसर, नहीं तो फिर पांच साल की मशक्कत। पूरे पांच साल तक इसके लिए नेता जी अपने इलाके की जनता की सेवा तन-मन-धन से करते हैं। दलों से टिकट के जुगाड़ के लिए हर यत्न करते हैं। बात नहीं बनी तो निर्दलीय भी चुनावी मैदान में कूदने से परहेज नहीं करते।

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    Bihar Chunav 2025: बिहार में चुनावी मैदान में पहुंचने से पहले ही रेस से बाहर हो गए 164 प्रत्याशी।

    इलेक्शन डेस्क, भागलपुर। Bihar Chunav 2025 नेताओं के लिए विधानसभा चुनाव बड़ा मौका होता है। परिणाम पक्ष में आए तो सीधे विधानसभा पहुंचने का अवसर। पांच साल तक इसके लिए नेता जी जनता की सेवा करते हैं। दलों से टिकट के जुगाड़ के लिए हर यत्न। बात नहीं बनी तो निर्दलीय मैदान में कूदने से भी परहेज नहीं, लेकिन चुनाव लड़ना जरूर है। जीत मिली तो ठीक, वर्ना फिर ताल ठोकेंगे। लेकिन, उनका क्या जो चुनावी मैदान में पहुंचने से पहले ही रेस से आउट हो जा रहे।

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    नामांकन रद होने के कारण पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल के जिलों की 62 सीटों पर 164 उम्मीदवारों का विधानसभा पहुंचने का सपना चकनाचूर हो गया है। खगड़िया के परबत्ता में 14 लोगों ने नामांकन भरा था, इनमें से आधे से ज्यादा आठ उम्मीदवारों का पर्चा रद हो गया। इसी तरह पूर्णिया सदर में भी 50 प्रतिशत आवेदन रद हुए हैं। अररिया के नरपतगंज विधानसभा क्षेत्र से 28 में 12 अभ्यर्थियों के नामांकन रद हुए। इस बार नामांकन रद होने का राज्य का औसत करीब 19 प्रतिशत है, ऐसे में गंभीर सवाल है कि पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल में इतने ज्यादा नामांकन क्यों रद हुए।

    जिनके नामांकन रद हुए हैं उनमें से अधिकांश निर्दलीय प्रत्याशी हैं। हस्ताक्षर नहीं होना, किसी दस्तावेज की कमी या अन्य मामूली कारणों से नामांकन पत्र रद होने से यह सवाल उठ रहा है कि क्या नामांकन पत्र भरने के बाद प्रत्याशियों को एक दिन का समय मिलना चाहिए कि वह अपनी कमियों को दूर कर लें। जिन प्रत्याशियों का पर्चा रद हुआ है, उनकी भी मांग है कि अगर उन्हें कमी की जानकारी देकर थोड़ा वक्त दे दिया जाता तो वह अपना आवेदन दुरुस्त कर लेते। उन्हें मलाल है कि अब अपना सपना पूरा करने के लिए उन्हें पांच साल का इंतजार करना होगा।

    शहर से अधिक सजग गांव

    पूर्णिया जिले की सात विधानसभा सीटों में जिला मुख्यालय का प्रतिनिधित्व करने वाली पूर्णिया सदर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए 18 उम्मीदवारों ने नामांकन भरा। संवीक्षा के दौरान इनमें से 50 प्रतिशत यानी नौ लोगों का पर्चा रद हो गया। इसी जिले के अन्य छह विधानसभा क्षेत्रों की बात करें तो यहां की बायसी में सभी सात, धमदाहा में सभी 11 एवं रुपौली में सभी 15 नामांकन वैध पाए गए। शेष अमौर में 14 में पांच, कसबा में 21 में सात एवं बनमनखी में सात में दो उम्मीदवारों का पर्चा रद हुआ। जिला मुख्यालय का प्रतिनिधित्व करने वाली सीट अन्य सीटों के मुकाबले राजनीतिक तौर अधिक सक्रिय, संवेदनशील और अग्रणी मानी जाती है। इस हिसाब से सही पर्चा दाखिल करने में कस्बाई विधानसभा क्षेत्रों के मुकाबले पूर्णिया सदर अधिक पिछड़ा साबित हुआ।

    प्रत्याशी कह रहे, समय देते तो त्रुटि सुधार लेते 

    जागरण संवाददाता, खगड़िया : जिले में 51 मे 15 के नामांकन रद हुए हैं। उम्मीदवारों में नाराजगी है। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन कराने वाली नवीता कुमारी का नामांकन रद किया गया। नवीता के अनुसार नामांकन प्रपत्र अच्छे से भर कर दिया गया था, बावजूद पर्चा रद हो गया। सूचना के बाद निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय गई तो बताया गया कि अब समय नहीं है। सभी प्रपत्र के साथ प्रस्तावक व समर्थक के भी पूर्ण कागजात दिए गए थे।

    इधर परबत्ता के निर्वाची पदाधिकारी सह एसडीओ कृतिका मिश्रा का कहना हुआ नामांकन प्रपत्र अपूर्ण होने के कारण नामांकन अस्वीकृति किया गया। आठ अभ्यर्थियों के नामांकन विभिन्न कारणों से अपूर्ण थे। राष्ट्रीय महान गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी राजो सहनी का नामांकन रद हुआ है। शपथ पत्र में त्रुटि के कारण उनका नामांकन रद किया गया। उनका कहना है कि मुझे सुधार को लेकर समय ही नहीं दिया गया। बेलदौर विधानसभा के निर्वाची पदाधिकारी सह डीसीएलआर राजकुमार के अनुसार शपथ पत्र अपूर्ण रहने के कारण नामांकन रद किया गया।

    किस जिले में कितने नामांकन हुए रद 

    मुंगेर :  तारापुर      1
            जमालपुर    4
            मुंगेर     3 
    सहरसा  सिमरी बख्तियारपुर  2
    मधेपुरा    मधेपुरा  1
               बिहारीगंज 6
               सिंहेश्वर   3
    लखीसराय सूर्यगढ़ा   2
                लखीसराय  4
    खगड़िया  परबत्ता   8
               अलौली   4
    बांका     बेलहर  5
               धोरैया   1
               बांका    2
               कटोरिया 2
    जमुई     सिकंदरा    5
              जमुई       4
             झाझा        5
             चकाई       3
    पूर्णिया   अमौर   5
             कसबा   7
             बनमनखी   2
             पूर्णिया     9
    भागलपुर  नाथनगर 6
              सुल्तानगंज  3
              भागलपुर    2
              कहलगांव   3
              पीरपैंती     1
              बिहपुर      2
    सुपौल    पीपरा   8
    अररिया  नरपतगंज   12
              रानीगंज     3
              अररिया     10
              जोकीहाट  2
    किशनगंज बहादुरगंज 1 
    कटिहार बरारी 6
              प्राणपुर 7
              कटिहार 4
              मनिहारी 2
              बलरामपुर 2 
              कदवा 2