अश्विनी चौबे के बेटे गए छब्बे बनने, दुबे बनकर लौटे... चुनाव लड़ने से तौबा, भाजपा के आगे सरेंडर, जानें किसने दिया फरमान?
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भागलपुर से भाजपा के टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे की निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा धरी की धरी रह गई। भाजपा प्रत्याशी रोहित पांडेय के खिलाफ शनिवार को सैंकड़ो समर्थकों के साथ अर्जित नामांकन करने पहुंचे लेकिन ऐन टाइम पर पलटी मार दी। अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित इससे पहले हर हाल में चुनाव लड़ने का दम भर रहे थे। भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ नामांकन नहीं करने के पीछे वजह उन्होंने माता पिता का आदेश और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का सम्मान बताया है।

Bihar Politics: अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे की निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा धरी की धरी रह गई।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bihar Politics: पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत चौबे ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया। निर्वाची पदाधिकारी एसडीओ कार्यालय गेट पर पहुंचने के वक्त अर्जित के मोबाइल पर फोन आया। पिता अश्विनी चौबे ने पुत्र अर्जित को नामांकन करने से मना कर दिया। फोन कटते ही अर्जित ने बिना नामांकन कराए ही बैरंग वापस लौट गए।
अर्जित ने कहा कि वे संघ व भाजपा के सच्चे सिपाही है। माता-पिता व भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के आदेश पर उन्होंने नामंकन नहीं कराया। वे अब जिले में एनडीए प्रत्याशियों के जिताने के लिए काम करेंगे। भागलपुर में कमल खिलाने का काम करेंगे। अर्जित शाश्वत चौबे ने नामांकन जुलूस के बहाने शक्ति प्रदर्शन किया।
सीएमएस स्कूल से ढोल-नगाड़ों के बीच भारी संख्या में समर्थकों के साथ नामांकन जुलूस निकाला। जुलूस में भारी संख्या में महिलाएं शामिल थी। जुलूस के साथ चल रहे लोगों के उत्साह को देखते हुए अर्जित उत्साहित थे। कहा जा रहा था कि अर्जित के निर्दलीय चुनाव लड़ने से भाजपा को नुकसान पहुंच सकता है।
टिकट लेकर लौटने के बाद रोहित पांडेय सबसे पहले अश्विनी चौबे से बातकर आशीर्वाद लिया था। चौबे ने भरोसा दिलाया था कि उनके प्रचार में वे अवश्य आएंगे। इसके बाद भाजपा के चौबे को स्टार प्रचारक बनाने की घोषणा की थी। उसी वक्त से यह कयास लगाया जा रहा था कि अर्जित शाश्वत चौबे को नामांकन करने से रोक लिया जाएगा।
अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे ने इस सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये जताई अपनी पीड़ा।
भाजपा के बागी अर्जित शाश्वत चौबे ने नहीं किया नामांकन
भागलपुर में भाजपा से बागी हुए अर्जित शाश्वत चौबे ने नामांकन नहीं किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत चौबे रोहित पांडे को भाजपा का टिकट मिलने से नाखुश थे। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने लिया था। अर्जित नामांकन के लिए सीएमएस स्कूल से एसडीओ कार्यालय तक के लिए निकले थे। एसडीओ कार्यालय पहुंचकर अचानक उन्होंने नामांकन नहीं कराने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा है की माता-पिता और भाजपा नेतृत्व के आदेश के कारण उन्होंने नामांकन नहीं कराया है।
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