Bihar Assembly Election 2025:कुढ़नी और मुजफ्फरपुर विधानसभा से सबसे अधिक नामांकन
Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए नामांकन खत्म हो गया है। कुढ़नी और मुजफ्फरपुर में सबसे ज्यादा 25-25 नामांकन हुए, जबकि औराई में सबसे कम 9 नामांकन हुए। सकरा एकमात्र ऐसी विधानसभा है जहाँ केवल एक सेट में नामांकन हुआ। स्क्रूटनी के बाद सही संख्या पता चलेगी, और 20 तारीख तक नाम वापस लिए जा सकते हैं।

नामांकन के दौरान समर्थकों को नियंत्रित करने में सुरक्षाबलों को छूटे पसीने। जागरण
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar Assembly Election 2025: विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन समाप्त हो चुका है। अब शनिवार को स्क्रूटनी होगी।
सर्वाधिक नामांकन कुढ़नी और मुजफ्फरपुर विधानसभा से 25-25 प्रत्याशियों ने किया है। जबकि सबसे कम औराई से नौ प्रत्याशियों ने नामांकन का पर्चा भरा है।
सकरा एकमात्र विधानसभा ऐसा है, जहां से एक भी प्रत्याशी ने एक से अधिक सेट में नामांकन नहीं किया है। जबकि अन्य विधानसभा क्षेत्रों से कई प्रत्याशियों ने दो-दो और चार-चार सेट में नामांकन किया है।
कई प्रत्याशी तो ऐसे भी हैं, जो पहले नामांकन कर चुके थे और शुक्रवार को फिर आकर दूसरे और तीसरे सेट में नामांकन किया। हालांकि स्क्रूटनी के बाद कितने प्रत्याशी बचेंगे यह शनिवार को पता चल जाएगा। इसके बाद अगर कोई प्रत्याशी 20 तक नाम वापस लेंगे तो संख्या बदलेगी।
प्रत्याशियों और समर्थकों से पटी थीं सड़कें
मुजफ्फरपुर : विधानसभा चुनाव को लेकर शुक्रवार को नामांकन का अंतिम दिन था। सुबह 10 बजे से ही समाहरणालय और इसके आसपास भीड़ उमड़ने लगी। इसे देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई।
करीब 11 बजे से प्रत्याशियों का आना भी शुरू हो गया। जिस-जिस मार्ग से प्रत्याशी और उनके समर्थक समाहरणालय पहुंचने लगे, उन रास्तों पर सिर्फ विभिन्न पार्टियों के झंडे दिखने लगे और नारों की आवाज सुनाई देने लगी। प्रत्याशियों और इनके समर्थकों से शहर की सभी सड़कें पट गई।
कंपनीबाग रोड में इतनी अधिक भीड़ हो गई कि पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा था। मुजफ्फरपुर क्लब में बड़े नेताओं की जनसभा के कारण और भी अधिक भीड़ उमड़ी पड़ी।
इस बीच नामांकन करने के लिए प्रत्याशियों के साथ सिर्फ चार लोगों को ही अंदर प्रवेश करने की अनुमति थी। इसके बावजूद बड़ी संख्या में समर्थक गेट पर खड़े होकर नारे लगाने लगे। पूरा गेट जाम हो गया।
विधि व्यवस्था की समस्या भी कई बार उत्पन्न हुई, लेकिन अर्द्धसैनिक बलों ने मोर्चा संभाला और बल प्रयोग कर भीड़ को गेट पर हटाकर इसे खाली कराया। सभी को वहां से दूर हटकर खड़े होने की चेतावनी भी दी गई। इसके बाद भी समर्थक मानने को तैयार नहीं थे।
जब तक प्रत्याशी नामांकन कर बाहर नहीं निकले, सभी गेट पर ही डटे रहे। इस बीच धीरे-धीरे दूसरे रास्ते से भी प्रत्याशियों के समर्थक समाहरणालय में प्रवेश कर गए। इससे परिसर में भी काफी संख्या में भीड़ लग गई।
सुरक्षाबलों की चेतावनी पर कुछ देर के लिए इधर-उधर हो जाते, फिर उनके जाते ही दोबारा परिसर में भीड़ लगा दे रहे थे। यह दृश्य देर शाम तक चलता रहा।
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