Bochahan Elections 2025: इस दो समुदाय का वोट जिसे मिला उसके पक्ष में जा सकता परिणाम
मुजफ्फरपुर के बोचहां विधानसभा सीट पर 2025 के चुनावों में मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। यहाँ मुख्य रूप से कृषि और मजदूरी पर निर्भर लोग हैं। पिछले चुनाव में अमर पासवान ने जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार मुकाबला कड़ा है। इस दो समुदाय के मतदाता निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। स्थानीय मुद्दों और विकास के वादों पर भी लोगों की निगाहें टिकी हैं।

इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।
प्रमोद कुमार, मुजफ्फरपुर। Bihar Assembly Election 2025: शहर से सटी अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित बोचहां विधानसभा सीट बोचहां एवं मुशहरी प्रखंड की 35 पंचायतों को मिलाकर बनी है। यहां के लोगों की जीविका कृषि एवं मजदूरी पर टिकी हुई है।
बड़ी संख्या में यहां से लोग मजदूरी करने शहर आते हैं। शहर से सटे होने के कारण विधानसभा का एक बड़ा भाग शहरी स्वरूप ले चुका है। बूढ़ी गंडक नदी विधानसभा क्षेत्र को दो भागों में बांटती है। बोचहां विधानसभा क्षेत्र का मुशहरी लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रयोग स्थली रहा है।
यहां नक्सलवाद खत्म कर सामाजिक गैर बराबरी मिटाने का आंदोलन चला था। तब जयप्रकाश नारायण ने हर खेत में पानी कर हाथ को काम, भूमिहीन को जमीन व बेघर को घर देने की बात की थी। यही से जेपी आंदोलन का बिगुल बजा था।
पिछले चुनावों की बात करे तो 2020 में मुसाफिर पासवान ने वीआइपी पार्टी की टिकट पर नौ बार विधायक रहे राजद के रमई राम को 11,268 वोटों से पराजित किया था। लेकिन एक साल बाद मुसाफिर पासवान का निधन हो गया।
इसके बाद 2022 में हुए उपचुनाव में उनके पुत्र अमर पासवान ने भाजपा की बेबी कुमारी को 36,653 मतों के भारी अंतर से पराजित किया था। अमर पासवान ने जहां 82,562 मत लाए थे वही बेबी कुमारी ने 45,909 मत।
इसी चुनाव में रमई राम की पुत्री गीता देवी भी वीआइपी के टिकट पर मैदान में थी और उन्होंने 29,779 मत हासिल किया था। आसन्न चुनाव में एक बार फिर अमर पासवान एवं बेबी कुमारी मैदान में है।
अमर पासवान राजद के टिकट पर अपनी कुर्सी बचाने के लिए लड़ रहे है जबकि बेबी कुमारी इस बार लोजपा के टिकट पर मैदान में है। बोचहां से इस बार कुल आठ उम्मीदवार मैदान में है।
आसन्न चुनाव बदले जाति समीकरण में हो रहा है। इस बार सवर्ण एवं पासवान वोट विधानसभा क्षेत्र का परिणाम तय करेंगे। 2022 के उप चुनाव में सवर्ण एवं पासवान वोट ने राजद उम्मीदवार की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
इस चुनाव में भी दोनों जातियां एक बार फिर बोचहां विधानसभा चुनाव का परिणाम तय करेगी। उपचुनाव में पासवान वोट का झुकाव अमर पासवान के तरफ थी, लेकिन इस बार बेबी कुमारी लोजपा राम विलास के टिकट पर मैदान में है।
इसलिए पासवान वोट का झुकाव चिराग पासवान की ओर दिख रहा है। लोजपा रामविलास के नेता चिराग पासवान रोहुआ में सभा कर पासवान वोट को साध चुके है। इसका लाभ बेबी कुमारी को मिल सकता है।
वहीं उपचुनाव में सवर्ण वोट बेबी कुमारी से काफी नाराज था लेकिन इस बार उनकी नाराजगी नहीं दिख रही। उपचुनाव के बाद रमई राम की बेटी गीता कुमारी भाजपा में शामिल हो गई थी।
उन्होंने भी भाजपा से टिकट की दावेदारी की थी। उम्मीदवार की घोषणा से पूर्व एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में भाजपा के प्रदेश स्तर के नेताओं द्वारा बेबी का नाम आगे करने पर जमकर हंगामा हुआ था।
बाद में यह सीट लोजपा के हिस्से में चला गया और बेबी कुमारी लोजपा का दामन था टिकट हासिल कर लिया। वहीं रमई राम की बेटी गीता देवी टिकट नहीं मिलने से नाराज है।
ऐसे में उनका स्वजातीय वोट बेबी कुमारी के लिए चुनौती साबित हो सकता है। बोचहां विधानसभा के राजनीतिक तापमान को नापते हुए जब हम नरसिंगपुर पेट्रोल पंप पर पहुंच तो पंप पर तेल लेने वालों के बीच चुनावी चर्चा चल रही थी।
देवेंद्र कुमार ने कहा कि इस बार बिहार में बदलाव होगा। ब्रह्मदेव पासवान ने कहा कि हां बदलाव होगा बोचहां में सरकार का नहीं। इसके बाद हम नवादा चौक पर पहुंचे वहां एक पान दुकान पर एक दर्जन से अधिक लोगों के बीच पहले से ही चुनावी बहस चल रही थी। हम भी उसमें शामिल हो गए।
अमर पासवान एवं बेबी कुमारी की जीत को लेकर हो रही बहस में मणिका गांव निवासी अभिराम पांडेय एवं मणिभूषण सिंह ने कहा कि इस बार स्वर्ण जाति के लोगों की बेबी कुमारी से नाराजगी नहीं है। इसलिए मणिका, बराैली, बुधनगरा, डुमरी, रजवाड़ा, बिंदा आदि सवर्ण समाज के लोग इस बार उम्मीदवार के नाम पर नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट देंगे।
मणिका के पासवान बहुल टोना में हम पहुंच एक दर्जन महिलाएं पेड़ के नीचे बैठी थी। चर्चा शुरु हुई तो महिलाओं ने एक स्वर में कहा कि हम बेबी कुमारी को नहीं जानते इस बार हम लोग चिराग पासवान को वोट देंगे वह मुख्यमंत्री बनने वाले है।
इसके हम नवादा नरसिंहपुर पहुंचे जहां मकान के दालान में कुछ बुजुर्ग बैठे थे जब उनसे बोचहां के राजनीतिक तापमान के बारे में पूछा तो सत्तर वर्षीय रामचंद्र राम तपाक से बोले इस बार बिहार में बदलाव होगा। हम लोग तेजस्वी को वोट देंगे।
भाजपा ने गीता देवी को टिकट नहीं दिया हम उनको वोट क्यों दे। इसके बाद हम अहियापुर पहुंचे शाम के समय शहर से काम कर मजदूर साइकिल से लौट रहे थे। हाथ देकर रोका तो एक टोली रुक गई चुनाव के सवाल पर बोचहां गांव के मनोहर लाल ने कहा कि गांव में रोजगार नहीं है, मजदूरी के लिए रोज शहर भागना पड़ता है।
इसलिए हम जात पर नहीं जो हमको राजदार देगा हम उसको वोट देंगे। वही शिवजी साह ने कहा कि हमको जो राशन-पानी देता है उसके साथ ही है। नीतीश जी अच्चा काम कर रहे है।
वहीं शहर से सटे शहरी रूप ले चुके नाजीरपुर, अहियापुर, सहबाजपुर, गणेशपुर, उमेश नगर के लोगों का जब मन टटोला गया तो सबने कहा कि उनका मोहल्ला नारकीय हालात झेल रहा है। जलजमाव एवं जर्जर सड़क उनके लिए नासूर बनी हुई है। इसलिए वे विकास को जो वादा करेगा उसके साथ जाएंगे।

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