दांव पर लगा हुआ था Mohammed Rafi का करियर, धर्मेंद्र के गाने ने कराया था ऐतिहासिक कमबैक
31 जुलाई को सिनेमा जगत के दिग्गज फनकार मोहम्मद रफी (Mohammed Rafi) की डेथ एनिवर्सरी मनाई जाती है। आज से ठीक 45 साल पहले रफी साहब की मधुर आवाज हमेशा के लिए खामोश हो गई थी। इस बीच हम आपको मोहम्मद रफी के उस गीत के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने उनके डूबते करियर को बचाया बचाया था।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे... फिल्म पागल कहीं का गाना और गायक मोहम्मद रफी। इस गीत की तरह सुरों के सरताज रफी साहब को भी कभी भुलाया नहीं जा सकता। 31 जुलाई वो तारीख थी, जब 1980 में भारतीय सिनेमा की ये मधुर आवाज हमेशा-हमेशा के लिए खामोश हो गई थी।
ऐसे में आज मोहम्मद रफी (Mohammed Rafi) की डेथ एनिवर्सरी है। इस अवसर पर हम आपको उनसे जुड़ा एक रोचक किस्सा बताने जा रहे हैं, जब रफी साहब का करियर दांव पर लगा था और धर्मेंद्र की फिल्म के एक गाने ने उनकी किस्मत बदलकर रख दी थी।
रफी साहब का वो यादगार गीत
हिंदी सिनेमा में 70 का दशक शुरू हो रहा था और बदलाव की लहर दौड़ पड़ी। इससे पहले मोहम्मद रफी और मुकेश जैसे गायक फिल्म इंडस्ट्री में हिट्स सॉन्ग देने के लिए लोकप्रिय हो चुके थे। लेकिन अब बारी किशोर कुमार की थी और राजेश खन्ना संग उनकी जोड़ी बॉलीवुड में एक नई क्रांति लेकर आई। रफी और मुकेश जैसे गायकों को ज्यादा गाने (Mohammed Rafi Songs) मिलना बंद हो गए।
फोटो क्रेडिट- फेसबुक
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ये पल सुरों के इस सरताज के लिए काफी परेशान करने वाला रहा। फिर 1973 में धर्मेंद्र की एक फिल्म आती है, जिसका नाम लोफर होता है। इस मूवी के संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी थी और उन्होंने मोहम्मद रफी को आज मौसम बड़ा बेइमान है गाना दिया।
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बस फिर क्या था, रफी साहब ने अपनी जादुई आवाज से इस गाने को हमेशा-हमेशा के लिए अमर कर दिया और इंडस्ट्री में उनका ऐतिहासिक कमबैक हुआ। इस गीत की सफलता का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि मौजूदा समय में जब भी मौसम सुहाना होता है तो लोगों की जुबान पर आज मौसम बड़ा बेइमान है गाना आ जाता है।
40 साल में गाए कई शानदार गाने
1940 से लेकर 1980 तक मोहम्मद रफी का सिंगिंग करियर चला था। इस दौरान उन्होंने 20 हजार से अधिक गीतों को अपनी आवाज दी थी। जिसमें कई भाषाओं के गीत शामिल थे। 45 साल पहले आज ही के दिन 31 जुलाई को दिल का दौड़ा पड़ने की वजह से रफी साहब का देहांत हो गया था। बेशक आज वह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन अपने शानदार गीतों की वजह से उन्हें हर कोई याद करता है।
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