Ramayana के ‘राम-लक्ष्मण’ ने Prem Sagar के निधन पर जताया शोक, इमोशनल पोस्ट शेयर कर दी श्रद्धांजलि
Prem Sagar Death रामायण जैसे मशहूर पौराणिक धारावाहिक बनाने वाले रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर का 84 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने रामायण बनाने में अपने पिता की मदद की थी। उनके निधन पर रामायण के राम यानि अरुण गोविल और लक्ष्मण यानि सोनिल लहरी ने शोक जताया है।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। रामायण बनाने वाले महान फिल्मकार रामानंद सागर के बेटे, निर्माता और सिनेमैटोग्राफर प्रेम सागर का लंबी बीमारी के बाद रविवार, 31 अगस्त को 84 साल की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन पर रामायण के लीड एक्टर्स अरुण गोविल जिन्होंने राम का किरदार निभाया और सुनील लहरी जिन्होंने लक्ष्मण का किरदार निभाया था ने शोक जताया है।
अरुण गोविल ने जताया दुख
रामायण में श्रीराम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल ने प्रेम सागर के निधन पर शोक जताया और सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'रामायण टीवी सीरियल का स्वरूप देकर इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से जन-जन तक भगवान श्रीराम की मर्यादा, आदर्श और शिक्षाओं को पहुंचाने वाले स्व. श्री रामानंद सागर जी के सुपुत्र एवं प्रसिद्ध फिल्म निर्माता श्री प्रेम सागर जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोक संतप्त परिवारजनों को यह गहन दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांती'।
फोटो क्रेडिट- सोशल मीडिया
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सुनील लहरी ने दी श्रद्धांजलि
सुनील लहरी ने इंस्टाग्राम पर प्रेम सागर जी की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'यह दुखद समाचार शेयर करते हुए अत्यंत दुख हो रहा है रामानंद सागर जी के पुत्र प्रेम सागर जी परलोक सिधार गए हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और घरवालों को इस दुख की घड़ी को सहने की शक्ति दे'।
फोटो क्रेडिट- सोशल मीडिया
परिवार के एक करीबी सूत्र ने एनडीटीवी को बताया, 'वह कुछ समय से बीमार थे और उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार को डॉक्टरों ने उन्हें घर ले जाने की सलाह दी। आज सुबह उनका निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर 3 बजे मुंबई के पवन हंस श्मशान घाट पर किया गया'।
प्रेम सागर ने भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई), पुणे से ट्रेनिंग ली जहां वे 1968 बैच के स्टूडेंट थे। इसके बाद उन्होंने अपने पिता के सागर आर्ट्स बैनर तले कई प्रोजेक्ट्स पर काम किया। रामायण का पहला प्रसारण 1987 में दूरदर्शन पर हुआ था। सागर आर्ट्स बैनर तले, प्रेम सागर ने एक स्टिल फोटोग्राफर और सिनेमैटोग्राफर के रूप में कई प्रोजेक्ट्स में योगदान दिया।
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