गरीबी, पियक्कड़ पति, 1 लाख फीस...मर्दों के दिलों को छलनी करने वाली बोल्ड Silk Smitha की कहानी!
वो हसीना जिसे साउथ की सेक्सी सायरन कहा गया। वो हसीना जिसे देखने के लिए लोग कुछ भी करने को तैयार रहते थे। ऐसा ही कुछ था सिल्क स्मिता (Silk Smitha) का जादू। वो सिल्क स्मिता जिसकी हॉटनेस का मीटर इतना हाई रहता था कि फिल्मों की लाइन उनके पास रहती थी। आज हम आपको सिल्क स्मिता की वही कहानी बताने जा रहे हैं।
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450 फिल्में करने वाली सिल्क स्मिता की कहानी
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली. 'कुछ लोगों का नाम उनके काम से होता है। मेरा बदनाम होकर हुआ है...।' अब ये डायलॉग भले ही फिल्म 'द डर्टी पिक्चर' में विद्या बालन ने कहा हो, लेकिन इसके तार एक बोल्ड और बेबाक हसीना से जुड़े थे। वो हसीना जिसके नाम से थिएटर्स में सीटियां बजती थीं। वो हसीना जिसे साउथ की सेक्सी सायरन कहा गया। वो हसीना जिसे देखने के लिए लोग कुछ भी करने को तैयार रहते थे। ऐसा ही कुछ था सिल्क स्मिता (Silk Smitha) का जादू। वो सिल्क स्मिता जिसकी हॉटनेस का मीटर इतना हाई रहता था कि फिल्मों की लाइन उनके पास रहती थी। आज हम आपको सिल्क स्मिता की वही कहानी बताने जा रहे हैं।
गरीबी में बीता सिल्क का बचपन
हिंदी सिनेमा में जहां हीरोज की धमक चल रही थी तो साउथ सिनेमा में उस वक्त सनसनी मची जब एक हसीना ने हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया की फिल्म की हीरो असल में उसकी हीरोइन भी हो सकती है। नाम था नाम था वदलापति विजयलक्ष्मी, लेकिन, विजयलक्ष्मी के चाहने वालों का सैलाब तो तब आया जब सफलता की आंधी ने उन्हें नाम दिया, सिल्क स्मिता। 2 दिसंबर 1960 जन्म एक गरीब तेलुगू परिवार में हुआ था। माता-पिता कैसे भी करके घर का लालन-पालन करते थे। सिल्क ने अपनी पढ़ाई को चौथी कक्षा में ही छोड़ दिया क्योंकि माता-पिता के पास इतना पैसा नहीं था। छोटी सी सिल्क घर में काम-काज देखते-देखते बड़ी हो गईं। अब माता-पिता के ऊपर था कि कैसे भी करके बेटी की शादी हो जाए। माता-पिता ने सिल्क की शादी 14 वर्ष की उम्र में ही एक मजदूर से कर दी। ये वक्त था जब सिल्क सिर्फ शरीर से बड़ी थीं, उम्र से नहीं।
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ससुराल में सिल्क के साथ क्यों हुआ बुरा बर्ताव?
सिल्क की शादी तो हो गई लेकिन शादी के बाद भी उन्हें गरीबी की बेड़ियों ने जकड़ लिया। सिल्क का पति ऐसा था कि क्या ही कहा जाए। रोज वो शराब पीता और सिल्क पर जुल्म ढाता। बिना सोचे-समझे वो सिल्क को मारता-पीटता था। अपने परिवार को लेकर गालियां सिल्क को सुननी पड़ती थीं। इंतेहा तो ये हो गई कि सिल्क को उनकी ननद और उनका पति तक पीट देते थे। सिल्क अब ये सब किसे जाकर कहती। आखिरकार सिल्क ने गुलामी और जुल्म की इस जंजीर से खुद आजाद करने का फैसला किया। वो घर छोड़कर भाग गई और सीधा चैन्नई आ गईं। इसके बाद वो एक साउथ एक्ट्रेस के घर पर नौकरानी का काम करने लगीं। अब फिल्मों का कीड़ा तो सिल्क को बचपन से ही था और इसी उम्मीद ने सिल्क के सपनों को पंख दिए।
विजयलक्ष्मी से ऐसे बनी सिल्क स्मिता
साउथ एक्ट्रेस के घर काम करते-करते सिल्क को फिल्म निर्माताओं और निर्देशकों से मिलने का मौका मिलने लगा। मेकअप आर्टिस्ट के तौर पर सिल्क काम करने लगीं और लोगों से भी मिलने लगीं। एक दिन सिल्क एक फिल्म प्रोड्यूसर की गाड़ी को निहार रही थीं और मन ही मन में उसकी चाह रख रही थीं। इस पर उसकी मालकिन ने कहा कि, इस बड़ी गाड़ी को देखकर कहीं उसमें बैठने का सपना तो नहीं देख रही हो? अपनी मालकिन की इस बात का सिल्क ने करारा जवाब दिया और कहा कि, वह एक दिन ऐसी गाड़ी में जरूर बैठेंगी और वह गाड़ी खुद उनकी ही होगी। इसके बाद सिल्क ने फिल्मों के ऑडिशन देना शुरू कर दिया। एक्टिंग तो आती नहीं थी बस थोड़ी सी अदाएं दिखाकर उन्हें कुछ आइटम नंबर्स मिल गए। कुछ वक्त में ही सिल्क आईटम क्वीन बन गईं।
450 से ज्यादा फिल्मों में किया काम 
अपने लटके-झटकों से लोगों को दीवाना बनाने वाली सिल्क स्मिता के पास ऑफर्स की कमी नहीं थी। सिल्क की पहली पहली 1979 में आई जो कि एक मलयालम फ़िल्म 'इनाये थेडी' थी। हालांकि सिल्क को असली पहचान 1980 में रिलीज हुई तमिल फिल्म 'वंडीचक्करम' से मिली। इस फिल्म में उनके किरदार का नाम 'सिल्क' ही था। बस यहीं से विजयलक्ष्मी फिल्मों की सिल्क स्मिता बन गई। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपने करियर में 450 से ज़्यादा फ़िल्मों में काम किया। आईटम सॉन्ग्स से लेकर फिल्मों में सिल्क का बोलबाला था। सिल्क की फीस उस वक्त 50 हजार थी। वहीं फिल्मों के लिए 1 लाख से ज्यादा लेने लगीं। सिल्क का नाम दिन पर दिन बड़ा होता जा रहा था। इसका असर यह हुआ कि सिल्क को फिल्म इंडस्ट्री में आए हुए सिर्फ चार साल ही बीते थे और इतने कम समय में ही उन्होंने लगभग 200 फिल्मों में काम कर लिया था। तमिल फिल्म इंडस्ट्री में कमल हासन और रजनीकांत दोनों के साथ सिल्क ने खूब काम किया। 1983 में आई हिंदी फिल्म 'सदमा' से सिल्क ने बॉलीवुड में कदम रखा था।
ऐसे खुद को लगाया मौत के गले
महज 4 साल के अंदर सिल्क हर तरफ छा गईं। धीरे-धीरे सिल्क के काम से लोग ऊबने लगे। फिल्मों में एक्टिंग छोड़ वो डायरेक्शन में भी आईं लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद उन्होंने एक डॉक्टर से शादी भी की। सिल्क की फिल्में फ्लॉप होने लगीं। काम भी सिल्क के पास कम आने लगा। धीरे-धीरे सिल्क ने शराब को हाथ लिया और वो उसकी आदी हो गईं। प्यार टूट गया, करियर भी ढलान पर आ गया। सिल्क डिप्रेशन में रहने लगीं और आखिरकार 23 सितंबर 1996 को सिल्क अपने घर पर पंखे से लटकी पाईं गईं। किसी को नहीं पता चला कि आखिरकार हुआ क्या। पुलिस ने इस मौत को आत्महत्या का नाम देकर केस बंद कर दिया।

सिल्क का नाम सिनेमा के उन पन्नों में दर्ज हुआ जिसने बेबाकी के बोल तो बोले ही साथ ही अपनी शर्तों पर फिल्मों में काम किया। ना को लाग-लपेट और ना ही कोई गॉडफादर, बस अपने दम पर सिल्क स्मिता सिनेमा की क्वीन बनीं और अंत में आकर लोगों के दिलों में छाप छोड़कर चली गईं। साल 2011 में सिल्क स्मिता के जीवन पर एक फिल्म बनी , जिसका नाम था द डर्टी पिक्चर। इस फिल्म में विद्या बालन ने सिल्क स्मिता का किरदार निभाया और फिल्म ब्लॉकबस्टर रही।

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