बहादुरगढ़ में पानी में डूबी कॉलोनियों में मकानों को खतरा, दरारें आने से निवासियों में दहशत
बहादुरगढ़ और दिल्ली सीमा के पास जलभराव से कॉलोनियों में मकानों को खतरा हो गया है। कई मकानों में दरारें आने लगी हैं जिससे लगभग 15 हजार लोग प्रभावित हैं। गीतांजलि कॉलोनी पूरी तरह डूब गई है। प्रशासन निकासी में जुटा है और प्रभावित लोगों के लिए देशी बोट बनाई जा रही हैं। जल्द निकासी न होने पर स्थिति और गंभीर हो सकती है।

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। शहर के अंदर और दिल्ली सीमा के पास पानी में डूबी कॉलोनियों में मकानों को खतरा हो गया है। चारों तरफ भारी मात्रा में जलभराव से कई मकानों में हल्की दरारें आनी लगी है। जल्द ही पानी की निकासी न हुई तो दिक्कत ज्यादा हो सकती है।
2 सितंबर से यह आफत आनी शुरू हुई थी। एक-एक करके चार कॉलोनियों को चपेट में ले लिया। इनमें लगभग 15 हजार लोग प्रभावित हैं। औद्योगिक क्षेत्र का भी कुछ एरिया चपेट में है। दिल्ली-हरियाणा सीमा पर गीतांजलि कॉलोनी तो पूरी तरह डूबी हुई है। इसको खाली कराया गया है।
यह इलाका झील बना हुआ है। यहां के प्रधान रामकुमार ने बताया कि कई मकानों में दरारें आने लगी है। दो-तीन मंजिल के जो मकान हैं, उनके दरकने का डर है। अभी पानी यहां नाममात्र भी कम नहीं हुआ है।
वहीं बहादुरगढ़ के न्यू नेताजी नगर में तो अभी निकासी नहीं हो रही। ऐसा ही हाल छोटूराम नगर का है। पार्षद प्रतिनिधि हरिमोहन धाकरे ने बताया कि यहां से निकासी अभी शुरू नहीं हुई है। इधर, जलभराव से प्रभावित वार्ड 18 के पार्षद संदीप दहिया ने बताया कि कई दिनों से निकासी में जुटे हैं।
ड्रेन के तटबंधों पर कट्टे भी लगाए हैं। मगर पानी अभी भी प्रभावित एरिया में डेढ़ फीट तक है। इससे मकानों को नुकसान हो रहा है। दीवारों में नमी बनी हुई है। उधर, प्रभावित इलाकों के लिए अब प्लास्टिक की टंकी और उसके ऊपर प्लाईबोर्ड लगाकर देशी बोट बनाई जा रही है ताकि जरूरी सामान को निकाला जा सके।
यहां पर प्रभावित हैं लोग
मुंगेशपुर ड्रेन की वजह से बहादुरगढ़ का छोटूराम नगर, न्यू नेताजी नगर और वार्ड 18 की विवेकानंद नगर व धर्म विहार कॉलोनी प्रभावित हैं। इसके बाद दिल्ली-हरियाणा सीमा पर झाड़ौदा के पास गीतांजलि कॉलोनी पानी में डूबी हैं।
इस कॉलोनी में एक हजार से ज्यादा घर हैं और लगभग चार हजार लोग प्रभावित हैं। यहां चार से छह फीट तक पानी है। इधर बहादुरगढ़ के छोटूराम नगर एरिया में लगभग डेढ़ हजार घर चपेट में हैं और सात हजार के आसपास लोग प्रभावित हैं। यहां दो से पांच फीट तक पानी है। कुछ लोग घरों को छोड़कर निकल चुके हैं।
वहीं न्यू नेताजी नगर के करीब 250 घर और इस हिस्से में चलने वाली कुछ फैक्ट्री पानी में हैं। यहां लगभग एक हजार लोग प्रभावित हैं। यहां दो से ढाई फीट तक पानी है।
वार्ड 18 में कुल मिलाकर लगभग 500 घर और दाे हजार चपेट में हैं। यहां पर अभी भी डेढ़ फीट पानी है। पहले ज्यादा था। मगर पार्षद व लोगों ने प्रशासन की मदद से ड्रेन से पानी को रोका तो कुछ कम हुआ, लेकिन अभी भी कहीं न कहीं से ड्रेन से रिसाव हो रहा है।
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