कामनवेल्थ में नीतू के बाद जैसमिन लंबोरिया ने भी पक्का किया पदक
इस कामनवेल्थ की सबसे युवा मुक्केबाज हैं भिवानी की जैसमिन जागरण संवाददाता भिवानी हरिय

इस कामनवेल्थ की सबसे युवा मुक्केबाज हैं भिवानी की जैसमिन जागरण संवाददाता, भिवानी :
हरियाणा और देश के लिए वीरवार का दिन भी खेलों की दुनिया में खुशी लेकर आया। कामनवेल्थ गेम्स महिला मुक्केबाजी में नीतू घनघस के बाद जैसमिन लंबोरिया ने भी पदक पक्का कर लिया। भिवानी की इस युवा मुक्केबाज ने 60 किलो भार वर्ग में न्यूजीलैंड की मुक्केबाज को एकतरफा मुकाबले में 4-1 से हराया। अब जैसमिन का समीफाइनल मुकाबला छह अगस्त को इंग्लैंड के साथ होगा। जीत के साथ ही घर परिवार में बधाइयों का दौर शुरू हो गया। अपने से 13 साल बड़ी न्यूजीलैंड की मुक्केबाज को हराया
कामनवेल्थ गेम्स में जैसमिन लंबोरिया ने अपने से 13 साल उम्र में बड़ी और अनुभवी मुक्केबाज को हरा कर खुद को साबित कर दिया कि वह अपने पहले कामनवेल्थ गेम्स में खेल प्रेमियों की उम्मीदों पर खरा उतरेंगी। इससे पहले जैसमिन लंबोरिया चीन में होने वाले एशियन गेम्स के लिए क्वालीफाइ कर चुकी हैं। यह मुक्केबाज यूथ और सीनियर एशियन की पदक विजेता भी हैं।
जैसमिन की मां जोगेंद्र कौर और पिता जयवीर सिंह ने बताया कि हमें बेटी पर पूरा भरोसा है। यह बेटी का पहला कामनवेल्थ है और वह अपना 100 प्रतिशत परिणाम देगी। वह गोल्ड मेडल जीत कर लौटेगी हमें पूरा भरोसा है। विश्वास है जैसमिन गोल्ड जरूरी जीतेगी
कोच संदीप लंबोरिया और प्रविद्र ने बताया कि जैसमिन टैलेंट की धनी है। उसने अनुभवी मुक्केबाज को हरा कर पदक पक्का कर लिया है। अब उसका निशाना गोल्ड पर है। हमें विश्वास है जैसमिन गोल्ड जरूरी जीतेगी। श्रीमहंत डा. अशोक गिरी और दादूदयाल पंथ के महंत दौलत राम ने पदक पक्का करने पर जैसमिन और पूरे परिवार, कोच को बधाई दी ओर कहा कि बेटी ने शानदार परफोरमेंस दी है। वह कामनवेल्थ में गोल्ड जीतेगी।
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