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    Manisha Death Case: CBI ने अब खाद-बीज दुकानदार से की पूछताछ, घटनास्थल का किया निरीक्षण; फिर भी हत्या या आत्महत्या के बीच फंसा मामला

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 09:30 PM (IST)

    भिवानी में शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले में सीबीआई जांच जारी है। टीम ने परिजनों स्कूल स्टाफ और दुकानदारों से पूछताछ की है। घटनास्थल का निरीक्षण भी किया गया है। जांच में मनीषा के लापता होने और शव मिलने की घटनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। मामले को लेकर सोशल मीडिया पर भी चर्चा जारी है और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

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    जांच के सातवें दिन सीबीआई ने की खाद-बीज दुकानदार से पूछताछ। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, भिवानी/ढिगावा मंडी। शिक्षिका मनीषा की मौत मामले की पिछले सात दिन से सीबीआइ टीम जांच में जुटी है। इस दिनों में टीम जहां करीब साढ़े तीन घंटे मृतका के पिता संजय कुमार से बातचीत कर चुकी है तो वहीं तीन बार प्ले स्कूल के डायरेक्टर रोहित से पूछताछ की जा चुकी है।

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    इसके अलावा तीन बार टीम घटनास्थल का भी निरीक्षण कर चुकी है। मंगलवार को एक बार फिर टीम सिंघानी गांव में पहुंची। जहां खाद-बीज के दुकानदार देवेंद्र से मनीषा के पेस्टीसाइड दवा खरीदने के बारे में सवाल-जवाब किए और उनके बयान कलमबद्ध किए। यहां के बाद करीब दो घंटे तक घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया।

    बता दें कि शिक्षिका मनीषा की मौत मामले की जांच मिलने के बाद तीन सितंबर को सीबीआइ टीम इंस्पेक्टर विवेक के नेतृत्व में भिवानी पहुंची थी। टीम सात दिन के दौरान पुरानी जांच का अवलोकन करने के बाद केस से जुड़े लोगों के बयान दर्ज कर रहे हैं।

    अब तक मृतका के पिता संजय कुमार, प्ले स्कूल संचालक रोहित, इसी स्कूल की चार शिक्षिकाओं, खाद-बीज दवा विक्रेता देवेंद्र के बयान कलमबद्ध किए जा चुके हैं। मंगलवार को सुबह 11 बजे टीम सिंघानी पहुंची और खाद-बीज दुकानदार देवेंद्र से पूछताछ की।

    दुकानदार से मनीषा के दुकान पर आने, कौन सी दवा खरीदी, दवा कहां से लाते हो आदि सवाल किए। करीब 50 मिनट पूछताछ करने के बाद टीम घटनास्थल के लिए रवाना हुई।

    यूं चल रही सीबीआई जांच

    तीन सितंबर : शिक्षिका मनीषा मौत मामले की जांच के लिए सीबीआइ टीम भिवानी रेस्ट हाउस पहुंची। तीन व चार सितंबर को टीम ने रेस्ट हाउस में रहकर ही सीआइए जांच का अवलोकन किया और पांच सितंबर को हत्या सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की।

    पांच सितंबर : दो दिन सीआइए टीम की जांच की जांच करने के बाद सीबीआइ टीम ने लोहारू थाना पुलिस की जांच की। डीएसपी लोहारू से बातचीत की।

    छह सितंबर : पहली बार मृतक शिक्षिका मनीषा के घर पहुंची सीबीआइ टीम ने पिता संजय कुमार से करीब 53 मिनट बातचीत की। इस दौरान 11 से 20 सितंबर तक के दौरान हुई घटनाओं की पूरी जानकारी जुटाई। इस दिन टीम प्ले स्कूल में भी गई और स्टाफ से करीब 10 मिनट बातचीत की। टीम करीब दो घंटे ढाणी लक्ष्मण और सिंघानी में रही। सिंघानी में घटनास्थल पर भी करीब 20 मिनट तक जांच की।

    सात सितंबर : सीबीआइ टीम ने प्ले स्कूल संचालक रोहित और चार शिक्षिकाओं से अलग-अलग पूछताछ की। छुट्टी के बावजूद स्टाफ को बुलाया गया। स्टाफ से करीब चार घंटे तक बातचीत की गई। मनीषा के आने-जाने के समय और उसके व्यवहार के बारे में बातचीत की। देर सायं उन्हें छोड़ा गया।

    आठ सितंबर : सीबीआइ टीम दूसरी बार सिंघानी और मृतका मनीषा के घर पहुंची। टीम ने उसके घर दो घंटे 40 मिनट तक पिता संजय कुमार से बातचीत की। इस दौरान संजय कुमार के पिता और चाचा भी मौजूद रहे। 11 से 20 अगस्त तक के घटनाक्रम और उससे पहले मनीषा के व्यवहार के बारे में बातचीत की। सीबीआइ टीम ने प्ले स्कूल के डायरेक्टर रोहित से भी दोबारा पूछताछ की।

    नौ सितंबर : सीबीआइ टीम तीसरी बार सिंघानी पहुंची। यहां खाद-बीज दुकानदार देवेंद्र कुमार से पूछताछ की। उससे मनीषा के आने के समय,कौन सी दवा खरीदी गई, दवा कहां से लाते हैं आदि की पूछताछ कर उनके बयान कलमदबद्ध किए। यहां के बाद घटनास्थल का निरीक्षण किया। टीम सुबह 11 बजे सिंघानी पहुंची थी और दोपहर दो बजे वापस भिवानी के लिए रवाना हुई।

    यूं चला घटनाक्रम

    • - 11 अगस्त : ढाणी लक्ष्मण गांव निवासी प्ले स्कूल की शिक्षिका मनीषा लापता हुई।
    • - 13 अगस्त : सिंघानी गांव के खेतों में नहर किनारे मनीषा का शव मिला। गर्दन पर निशान देख स्वजन ने हत्या की आशंका जताई। नागरिक अस्पताल में चिकित्सकों के बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। यहां स्वजन ने शव लेने से इंकार कर दिया। धरना शुरू किया गया।
    • - 15 अगस्त : स्वजन के आरोपों के चलते भिवानी एसपी मनबीर सिंह का ट्रांसफर किया और लोहारू थाने के एसएचओ को लाइन हाजिर किया। चार पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया। स्वजन की मांग पर पीजीआइ रोहतक में चिकित्सकों के बोर्ड ने पोस्टमार्टम किया। इसके बाद स्वजन ने सीबीआइ जांच और एम्स दिल्ली में पोस्टमार्टम की मांग रखी। सरकार ने उनकी यह मांग भी मानी।
    • - 20 अगस्त : एम्स में पोस्टमार्टम हुआ और 21 अगस्त को गांव में ही अंतिम संस्कार किया गया।

    चर्चाओं का बाजार गर्म

    एक ओर पिछले सात दिन से सीबीआइ अपनी जांच कर रही है, वहीं मामले को लेकर गांव हो या शहर या फिर सोशल मीडिया, चर्चाओं का बाजार गर्म है। कहीं चर्चाएं हैं कि मामा और पिता ने मिलकर मनीषा को मारा है। अब सीबीआइ इनको ही पकडे़गी।

    सीबीआइ जांच करने की मांग करने वाले पिता ही सीबीआइ के चंगुल में फंसेंगे। वहीं चर्चाएं ये भी हैं कि पुलिस की लापरवाही के कारण सुसाइड केस आज पूरे देश में चर्चा बना है। पहले दिन ही सुसाइड नोट व अन्य बातें पुलिस सार्वजनिक कर देती तो केस इतना नहीं बढ़ता।

    पिता व मामा को आरोपित करार देने वाली पोस्ट व वीडियो को लेकर पिता संजय कुमार ने पुलिस अधीक्षक को भी शिकायत दी है।