सावधान: आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का डर दिखाकर कर रहे खाता साफ, साइबर ठगों ने अपनाया नया पैंतरा
आजकल साइबर ठग लोगों को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का डर दिखाकर उनके बैंक खातों से पैसे निकाल रहे हैं। वे पुलिस अधिकारी बनकर लोगों को डराते हैं और उनसे उनकी निजी जानकारी लेकर ठगी करते हैं। इस तरह की ठगी से बचने के लिए सतर्क रहना और किसी भी अनजान व्यक्ति को अपनी जानकारी न देना जरूरी है।
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प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। दिल्ली में हुए धमाके और अल फलाह यूनिवर्सिटी में आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का भय दिखाकर साइबर ठगी होने लगी है। साइबर ठग एनआईए, एटीएस व स्पेशल सेल के अधिकारी बनकर आमजन को काॅल कर रहे हैं। उनके खातों में आतंकी फंडिंग होने के बारे में कहकर राशि ट्रांसफर करा रहे हैं।
जिले में तीन दिन में ऐसे दो मामले सामने आ चुके हैं। इसलिए पुलिस विभाग ने भी इस बाबत एडवाइजरी जारी की है। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार संज्ञान में आया है कि कुछ ठग हाल की आतंकवादी गतिविधियों की जांच के संबंध में लोगों को फोन करके डरा रहे हैं कि उनकी आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता है।
जांच के लिए पुलिस आयुक्त ऑफिस फरीदाबाद में आने तथा डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर कहीं ना कहीं पैसे की भी मांग करते हैं। यह एक साइबर अपराधी हैं और लोगों को इससे सावधान रहने की आवश्यकता है।
प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस आयुक्त आफिस कभी भी आपको फोन पर व्यक्तिगत विवरण या बैंक खाते की जानकारी नही मांगता है। पुलिस या अन्य कोई भी जांच एजेंसी डिजिटल अरेस्ट नही करती है।
अगर आमजन को लगता है कि फोन करने वाला व्यक्ति पुलिस आयुक्त आफिस से है तो अधिकारिक नंबर 0129- 2438000, 2438555, 2437444 पर संपर्क करें और जानकारी की पुष्टि करें।
किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ अपने व्यक्तिगत विवरण और बैंक खाते की जानकारी साझा न करें। यदि कोई ठगी का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर काॅल करें।
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