Delhi Blast: अल-फलाह कैंपस से डॉ. शाहीन की ब्रेजा कार बरामद, डॉ. मुज्जमिल का फ्लैट भी जांच एजेंसियों ने खंगाला
दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए ब्लास्ट के मामले में अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर शिकंजा कसा जा रहा है। एनआईए और हरियाणा पुलिस ने यूनिवर्सिटी में छापेमारी कर डॉ. शाहीन सईद की कार बरामद की है, जो ब्लास्ट के आरोपी हैं। डॉ. शाहीन और दूसरे आरोपी मुजम्मिल शकील के बीच संपर्क था। यूनिवर्सिटी के संस्थापक जावेद अहमद सिद्दीकी भी जांच के दायरे में हैं।

अल फलाह यूनिवर्सिटी में पहुंची पुलिस टीम और बम निरोधक दस्ता। जागरण
प्रवी कौशिक, फरीदाबाद। दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास कार ब्लास्ट केस में फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर शिकंजा बढ़ता जा रहा है।
एनआईए और हरियाणा पुलिस की संयुक्त टीमों ने गुरुवार को विश्वविद्यालय परिसर में छापेमारी की और आतंकी डॉ. शाहीन सईद के फ्लैट के सामने से एक ब्रेजा कार बरामद की है। यह वही शाहीन सईद है, जो दिल्ली ब्लास्ट में आरोपी है और यूनिवर्सिटी में कार्यरत थी।
कार डॉ. शाहीन सईद के नाम पर पंजीकृत है और सितंबर 2025 में खरीदी गई थी। वाहन यूनिवर्सिटी के ब्लॉक नंबर-15 के फ्लैट नंबर 32 के बाहर खड़ी मिली। कार की ड्राइविंग सीट पर सफेद कोट और पानी की खाली बोतल रखी मिली। हालांकि एनआईए टीम ने कार को मौके से अपने कब्जे में नहीं लिया और दोपहर तक वह परिसर में ही खड़ी रही।

शाहीन सईद के सामने वाले ब्लॉक नंबर-17, फ्लैट नंबर-13 में दिल्ली ब्लॉस्ट का दूसरा आरोपी डॉ. मुजम्मिल शकील रहता था। दोनों के बीच लगातार संपर्क था और एक-दूसरे के फ्लैट में आना-जाना आम बात थी। जांच एजेंसियों ने दोनों के फ्लैटों से कई दस्तावेज जब्त किए हैं। आसपास के फ्लैटों की भी तलाशी ली गई।
सूत्रों के मुताबिक, डॉ. शाहीन के पास एक और स्विफ्ट कार भी है, जिसे अक्सर मुजम्मिल चलाता था। वहीं, मुजम्मिल के पास लाल रंग की अपाचे बाइक भी थी, जिसका वह नियमित रूप से उपयोग करता था।
यूनिवर्सिटी कैंपस में भारी पुलिस बल, बम निरोधक दस्ता भी पहुंचा
जांच के दौरान हरियाणा पुलिस का बम निरोधक दस्ता, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट की टीम यूनिवर्सिटी कैंपस में पहुंची। बम निरोधक टीम ने परिसर के कई हिस्सों की जांच की और सुरक्षा कारणों से कुछ समय के लिए छात्रों और स्टाफ का प्रवेश रोक दिया गया।
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अल-फलाह यूनिवर्सिटी के संस्थापक पर भी जांच की आंच
इस बीच, अल-फलाह यूनिवर्सिटी के संस्थापक और ट्रस्टी जावेद अहमद सिद्दीकी भी जांच एजेंसियों के रडार पर हैं। सिद्दीकी पहले से ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच का सामना कर रहे हैं। उनके खिलाफ 7.5 करोड़ रुपये की ठगी का एक पुराना केस भी फिर से खुल गया है, जिसमें उन्हें तीन साल की जेल हो चुकी है।

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