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    एमबीबीएस सीट का सपना दिखाकर ऐंठे 15 लाख, आरोपियों ने बनाई फर्जी सूची और आईडी कार्ड

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 04:29 PM (IST)

    फरीदाबाद में एमबीबीएस में दाखिले के नाम पर 15 लाख रुपये की ठगी हुई। पुलिस ने दो महिलाओं समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने ईएसआई मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने का झांसा देकर एक व्यक्ति से पैसे लिए थे। उन्होंने फर्जी दस्तावेज और पहचान पत्र भी बनाए थे। जब पीड़ित को ठगी का पता चला तो आरोपियों ने पैसे लौटाने से इनकार कर दिया।

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    एमबीबीएस में दाखिला के नाम पर 15 लाख की ठगी, दो महिला सहित तीन गिरफ्तार

    जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। एमबीबीएस में दाखिले के नाम पर 15 लाख की ठगी में दो महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों ने ईएसआइ मेडिकल काॅलेज में भर्ती के नाम पर पीड़ित को ठगी का शिकार बनाया था। आरोपितों में सेक्टर-21बी के रहने वाले कृष्णा, योगिता और संगीता में शामिल हैं।

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    सीट सुरक्षित करने का झांसा

    सेक्टर-55 में रहने वाले जितेंद्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि जून 2024 में नेट परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ था। इसके बाद इनकी बेटी से उसके सहपाठी शुभम तिवारी ने संपर्क किया। उसने युवती को कहा कि कृष्णा और योगिता जो उसके परिचित हैं। वह उच्च स्तर पर मजबूत संबंध रखते हैं और राज्य कोटे के तहत ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज फरीदाबाद में तुम्हारी एमबीबीएस सीट सुरक्षित कर सकते हैं।

    फर्जी आईडी कार्ड भी बनाकर दिया

    शुभम ने जितेंद्र व इनकी बेटी को योगिता से मिलवाया और उसने दाखिला दिलाने का दावा कर 15 लाख रुपये मांगे। योगिता ने आगे अपने पति कृष्ण व अन्य से मिलवाया। आरोप है कि आरोपितों ने 2024-25 सत्र के लिए चयनित एमबीबीएस प्रवेश छात्रों की फर्जी सूची उन्हें दे दी। इस सूची में जितेंद्र की बेटी का नाम 50वें नंबर पर था।

    7 अक्टूबर 2024 दाखिले की सूचना भी दी गई, जिसमें दस्तावेजों की पुष्टि का दावा भी लिखा था। युवती के नाम पर ईएसआइसी मेडिकल काॅलेज का फर्जी आईडी कार्ड भी आरोपितों ने बनाकर दिया जिस पर रोल नंबर भी लिखा था।

    रुपये लौटाने से भी इंकार कर दिया

    आरोपितों ने कहा कि नया सत्र 26 दिसंबर की बजाय 17 जनवरी 2025 से शुरू होगा। बाद में युवती का नाम असली सूची में नहीं पाया तो ठगी का पता चला। जब पीड़ित ने विरोध जताया तो आरोपितों ने रुपये लौटाने से भी इंकार कर दिया। सेक्टर-58 थाना पुलिस ने मामला दर्ज करके आरोपितों की तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस ने मामले में कृष्ण कुमार, योगिता और संगीता को गिरफ्तार किया है।

    पूछताछ में सामने आया कि शुभम ने शिकायतकर्ता को योगिता और कृष्ण से मिलवाया था। इसके बाद संगीता ने दाखिले के नाम पर 15 लाख रुपये मांगे। इसके बाद योगिता ने कृष्ण से दाखिले के फर्जी पेपर तैयार करवाएं।

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