बल्लभगढ़ के मोहना ग्राम में हर बुधवार को लगेगी अदालत, ग्राम न्यायालय से ग्रामीणों को घर बैठे मिलेगा न्याय
बल्लभगढ़ के मोहना गांव में हाई कोर्ट के आदेश पर ग्राम न्यायालय बना है जिससे 12 किलोमीटर के दायरे के ग्रामीणों को घर बैठे न्याय मिलेगा। पहले सेक्टर-12 कोर्ट 20 किलोमीटर दूर थी जिससे समय और पैसा बर्बाद होता था। हर बुधवार को अदालत लगेगी जहाँ दीवानी रिकवरी घरेलू हिंसा जैसे मामले सुने जाएंगे। इसका उद्देश्य ग्रामीणों को सुलभ न्याय देना है और गांव का महत्व बढ़ाना है।

जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़। मोहना गांव में हाई कोर्ट के आदेश पर ग्राम न्यायालय बनाया गया है। मोहना व उसके आस-पास 12 किलोमीटर के दायरे में बसे ग्रामीणों को घर बैठे न्याय मिलेगा। अब तक ग्रामीणों को सेक्टर-12 जिला कोर्ट में आना पड़ता है। मोहना से सेक्टर-12 कोर्ट की दूरी करीब 20 किलोमीटर पड़ती है। इससे ग्रामीणों का आने-जाने में पूरा दिन बीत जाता था और किराये के रूप में काफी रुपया खर्च होते हैं। अब समय बचेगा और किराया भी बहुत कम लगेगा।
हर बुधवार को लगेगी अदालत
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रितु यादव ने बताया कि यह ग्राम न्यायालय हर बुधवार कार्यरत रहेगा। न्यायिक अधिकारियों की नियुक्ति फरीदाबाद सेशन डिवीजन द्वारा की जाएगी।
ग्राम न्यायालय में 12 किलोमीटर के अंतर्गत आने वाले अटाली, शाहजहांपुर, अरुआ, मोठूका, महमदपुर, हीरापुर, नरहावली, मौजपुर, फज्जुपुर, पन्हैड़ा खुर्द, पन्हैड़ा कलां, चांदपुर, दयालपुर, जाफरपुर, इमामुद्दीनपुर, दूल्हेपुर, घरोड़ा, घुडासन, शेखपुरा व अन्य शामिल होंगे।
ग्राम न्यायालय में दीवानी विवाद, रिकवरी एवं वेतन संबंधी, घरेलू हिंसा अधिनियम से संबंधित, दीवानी वाद, ऐसे अपराधिक मामले जिनकी सजा दो वर्ष तक हो सकती है, चोरी एवं संपत्ति प्रकरण (धारा 379, 380, 381, 411, 414, 454, 456, 504, 506 आइपीसी आदि) की सुनवाई की जाएगी।
सचिव रितु यादव ने बताया कि ग्राम न्यायालय की स्थापना का उद्देश्य ग्रामीणों को गांव के नजदीक जल्दी और सुलभ न्याय उपलब्ध कराना है। अब ग्रामीणों को जिला मुख्यालय तक बार-बार जाने की जरूरत नहीं होगी। मुकदमों का शीघ्र निस्तारण होगा ओर हर नागरिक अपने न्याय के अधिकार का आसानी से लाभ उठा सकेगा।
बढ़ जाएगा गांव का महत्व
"हमारे गांव में ग्राम न्यायालय बनाया गया है, यह एक अच्छी योजना है। कोर्ट के शुरू होने से गांव का महत्व बढ़ेगा। आस-पास के लोगों को भी रोजगार मिलेगा। वकील बैठेंगे तो उनके लिए टाइपिस्ट, स्टांप पेपर विक्रेता भी बैठेंगे।"
-ओमी, मोहना
"हमारा गांव मोहना के नजदीक पड़ता है। बाइक से मोहना आने-जाने में मुश्किल से 15 से 20 मिनट का समय लगेगा। वह भी बुधवार को सप्ताह में एक दिन कोर्ट लगेगी। यह न्याय आसान होगा।"
-दीपक, दयालपुर
कोर्ट के नहीं लगाने पड़ेंगे चक्कर
"ग्राम न्यायालय से ग्रामीणों काे उनके घर के नजदीक न्याय मिलेगा। न्याय के लिए ग्रामीणों को सेक्टर-12 कोर्ट के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। इससे पंचायती परिपाटी का महत्व बढ़ेगा। यह ग्रामीण क्षेत्र में स्थायी रूप से कोर्ट लगाई जाएगी। इस तरह की कोर्ट से जो जिला अदालतों में मुकदमों का बोझ वह कम होगा।"
-ओपी शर्मा, वाइस चेयरमैन पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट बार काउंसिल
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