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    अंबाला के कारोबारी से रिश्वत लेने के मामले में एसआई की सेवा समाप्त, थाना प्रभारी निलंबित

    Updated: Mon, 08 Dec 2025 10:31 PM (IST)

    अंबाला के कारोबारी से रिश्वत लेने के मामले में पुलिस आयुक्त ने एसआइ की सेवाएं समाप्त कर दी, साथ ही तत्कालीन धौज थाना प्रभारी रहे नरेश कुमार को निलंबित ...और पढ़ें

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    अंबाला के कारोबारी से रिश्वत लेने के मामले में पुलिस आयुक्त ने सोमवार शाम को एसआई की सेवाएं समाप्त कर दी।

    जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। अंबाला के कारोबारी से रिश्वत लेने के मामले में पुलिस आयुक्त ने सोमवार शाम को एसआई की सेवाएं समाप्त कर दी, साथ ही तत्कालीन धौज थाना प्रभारी रहे नरेश कुमार को निलंबित कर दिया। एंटी विजिलेंस ब्यूरो अंबाला ने शुक्रवार को धौज थाने में नियुक्त एसआइ को डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था।

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    कारोबारी ने अपनी शिकायत में थाना प्रभारी नरेश कुमार पर भी 15 लाख रुपए लेने के आरोप लगाए थे। पहले पुलिस आयुक्त ने नरेश कुमार को केवल लाइन हाजिर किया था। जिस पर दैनिक जागरण ने सोमवार को आयुक्त के फैसले पर सवाल खड़े करते हुए खबर प्रकाशित की थी। जिसमें बताया गया कि धौज थाने के अधीन आने वाले 10 गांवों के सरपंच ने आयुक्त से दो माह पहले थाना प्रभारी के खिलाफ शिकायत दी थी।

    उसको लेकर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह भी बताया था कि अल फलाह यूनिवर्सिटी भी धौज थाना क्षेत्र के अंतर्गत आती है, जहां नरेश कुमार के थाना प्रभारी रहते हुए सफेदपोश आतंकी पनपे और विस्फोटक पदार्थों का संग्रह हुआ और धौज गांव में अवैध रूप से बने मदरसे की आड़ में किशोर उम्र के बच्चों का ब्रेन वाश किया जा रहा था। इसके बावजूद नरेश कुमार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।

    कारोबारी ने दी थी एसीबी को शिकायत

    कुरुक्षेत्र की प्रोफेसर कालोनी में रहने वाले कारोबारी मनोज कुमार ने अंबाला एसीबी को शिकायत देते हुए कहा था कि उनका नेक्सा जीपीएस एंड प्रोडेक्ट ओपीसी प्राइवेट कंपनी के मालिक है। नवंबर 2023 से उनकी कंपनी गाड़ियों में जीपीएस लगाने का काम कर रही है। आठ नवंबर को धौज थाने के रहने वाले राहुल ने उनके खिलाफ शिकायत दी थी। जिसमें पुलिस ने उनकी कंपनी के एक कर्मचारी नफीस को गिरफ्तार कर लिया था।

    जिसके बाद थाना प्रभारी नरेश कुमार उनकी कंपनी की महिला कर्मचारियों को भी गिरफ्तार करने का डर दिखा रहे थे। इसकी एवज में मनोज से 15 लाख रुपए भी लिए गए थे। अब एसआइ सुमित कुमार उसी मामले में कोर्ट में चालान पेश नहीं करने को लेकर डेढ़ लाख रुपए की मांग की थी। एसीबी ने शुक्रवार को डेढ़ लाख रुपए लेते हुए एसआइ को गिरफ्तार कर लिया।

    प्रोबेशन पीरियड पर था एसआई

    रिश्वत मामले में पकड़ा गया सब-इंस्पेक्टर सुमित खिड़कीदौला गुरुग्राम का रहने वाला था। वह 2022 में हरियाणा पुलिस में भर्ती हुआ था। अभी प्रोबेशन पीरियड पर चल रहा था। पुलिस प्रवक्ता यशपाल के अनुसार जीरो टालरेंस की नीति पर चलते हुए पुलिस आयुक्त ने दोनों पर कार्रवाई की है। पहली बार किसी सब-इंस्पेक्टर की रिश्वत मामले में पकड़े जाने पर सेवा समाप्त की गई है।