दिल्ली से भी अधिक प्रदूषित अंबाला और बहादुरगढ़, रेड जोन में हरियाणा के पांच शहर, 420 पार पहुंचा AQI
हरियाणा में पराली जलाने से वायु प्रदूषण बढ़ा है। अंबाला का एयर क्वालिटी इंडेक्स दिल्ली से भी अधिक, 421 दर्ज हुआ। बहादुरगढ़, धारूहेड़ा समेत पांच शहर रेड जोन में हैं। चिकित्सकों के अनुसार, यह धुआं फेफड़ों और सांस के रोगियों के लिए खतरनाक है। 28-29 अक्टूबर को मौसम बदलने से प्रदूषण और बढ़ सकता है।

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जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। गेहूं की बिजाई शुरू होते ही किसानों द्वारा धान की फसल के अवशेषों को जलाने की घटनाओं ने प्रदेश में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ा दिया है। रविवार को अंबाला का एयर क्वालिटी इंडेक्स 421 दर्ज किया गया, जो दिल्ली (321) के स्तर से भी अधिक रहा।
वहीं, बहादुरगढ़ (371), धारूहेड़ा (376), बल्लभगढ़ (306) और मानेसर (322) एक्यूआइ के साथ रेड जोन में हैं। प्रदेश के 16 अन्य शहर येलो जोन में हैं, जबकि नारनौल ग्रीन जोन में है। फतेहाबाद जिले में रविवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स 329 था। हालांकि, दिन में हवा चलने से शाम तक ये स्तर येलो जोन में आ गया।
गेहूं की अगेती बिजाई करने के लिए किसान फसल अवशेषों को जला रहे हैं, रात के समय नमीयुक्त फसल अवशेष जलने से धुआं अधिक निकलता है जिसके चलते सुबह के समय प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ जाता है।
एक्यूआइ का कितना स्तर सही, कितना खराब
- AQI 0 – 50, ग्रीन: हवा साफ, सामान्य लोगों के लिए कोई स्वास्थ्य खतरा नहीं।
- AQI 51 –100, येलो: सामान्य लोगों के लिए कोई गंभीर असर नहीं, संवेदनशील लोगों में हल्की परेशानियां।
- AQI 101 –200, ऑरेंज: संवेदनशील लोग जैसे बच्चे, बुजुर्ग, अस्थमा रोगी प्रभावित हो सकते हैं।
- AQI 201 –300, रेड: सभी लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है; संवेदनशील लोगों को बाहर जाने से बचना चाहिए।
- AQI 301 – 400, पर्पल: लगंभीर स्वास्थ्य खतरा; सभी लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह।
- 401 – 500, मरून: अत्यधिक गंभीरm सभी लोगों को स्वास्थ्य संबंधी अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत।
स्वास्थ्य के लिए खतरा
फतेहाबाद नागरिक अस्पताल के छाती रोग विशेषज्ञ डा. मुनीष टुटेजा के अनुसार, फसल अवशेषों से निकलने वाला जहरीला स्माग फेफड़ों में संक्रमण, श्वास रोग, आंखों की जलन और अन्य गंभीर बीमारियों वाले मरीजों के लिए खतरनाक है। साथ ही, कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग इस समय अन्य बीमारियों से भी ग्रस्त हो सकते हैं।
28-29 को बदलेगा मौसम
हकृवि, हिसार के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 27 अक्टूबर तक मौसम आमतौर पर शुष्क रहेगा। हालांकि, 28 और 29 अक्टूबर को पश्चिमी विक्षोभ के चलते बादलवाही की संभावना है।
विशेषज्ञों का कहना है कि बादलवाही के साथ हवा की गति धीमी रहती है तो वायु में मौजूद धूल और धुएं का स्तर बढ़ सकता है। अधिकतम तापमान 31 से 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 16 से 19 डिग्री के बीच रहने की संभावना है।
- अंबाला में 421 एक्यूआई- रेड
- धारूहेड़ा में 376 एक्यूआई- रेड
- बहादुरगढ़ में 371 एक्यूआई- रेड
- बल्लभगढ़ में 306 एक्यूआई- रेड
- मानेसर में 322 एक्यूआई- रेड
- चरखी दादरी में 299 एक्यूआई- येलो
- फतेहाबाद में 291 एक्यूआई- येलो
- जींद में 266 एक्यूआई- येलो
- कैथल में 266 एक्यूआई- येलो
- यमुनानगर में 255 एक्यूआई- येलो
- कुरूक्षेत्र में 239 एक्यूआई- येलो
- फरीदाबाद में 230 एक्यूआई- येलो
- सोनीपत में 214 एक्यूआई- येलो
- पानीपत में 198 एक्यूआई- येलो
- भिवानी में196 एक्यूआई- येलो
- करनाल में191 एक्यूआई- येलो
- गुरुग्राम में 170 एक्यूआई- येलो
- पंचकूला में170 एक्यूआई- येलो
- हिसार में 160 एक्यूआई- येलो
- सिरसा में149 एक्यूआई- येलो
- पलवल में120 एक्यूआई- येलो
- नारनौल में 62 एक्यूआई- ग्रीन

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