द्वारका एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा चालू, दरें बढ़ने से लोग नाराज; पहले की तरह दिखा ट्रैफिक का दबाव
गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा शुरू हो गया है, लेकिन टोल की दरें बहुत अधिक होने के कारण लोगों में नाराजगी है। कई वाहन चालक टोल प्लाजा से वापस लौट गए, जिससे एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक कम हो गया। कारोबारियों का कहना है कि टोल दरें उनकी कमाई से अधिक हैं। फास्टैग न होने पर लोगों को दोगुना टोल देना पड़ा।
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द्वारका एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा रविवार से चालू कर दिया गया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। द्वारका एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा रविवार से चालू कर दिया गया। टोल प्लाजा चालू होने के साथ ही एक्सप्रेसवे पर वाहनों की संख्या में कमी आ गई। इससे रविवार को एक्सप्रेसवे काफी खाली नजर आया। काफी वाहन चालकों ने टोल प्लाजा क्रॉस ही नहीं किया। वे वापस लौट आए। सभी का एक सुर से कहना है कि टोल दर बहुत अधिक है। भले ही देरी हो, वे दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे से ही निकलेंगे। ऐसे में दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर फिर से पहले की तरह ही ट्रैफिक का दबाव बढ़ने की आशंका है।
खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक से लेकर महिपालपुर में शिवमूर्ति के सामने तक द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण किया गया है। दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे से निकलने वाले 80 हजार से अधिक वाहन द्वारका एक्सप्रेसवे का उपयोग करने लगे हैं। अधिकतर वाहन चालकों को पता नहीं था कि द्वारका एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा चालू हो चुका है। टोल प्लाजा पर जब पहुंचे तो टोल दर जानने के बाद अधिकतर वापस लाैटकर दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे से होते हुए दिल्ली या एयरपोर्ट पहुंचे।
इस वजह से रविवार के दिन पहले की तरह दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का दबाव दिखा। कारोबारियों का कहना है कि जितनी कमाई नहीं है, उससे अधिक टोल ही देना पड़ेगा। टोल दर में कमी करने से एक्सप्रेसवे का उपयोग बढ़ेगा। हल्के व्यवसायिक वाहनों को एक ट्रिप के लिए 355 एवं डबल ट्रिप के लिए 535 रुपये देने होंगे। डीजल का खर्च होगा वह अलग।
गुरुग्राम ट्रांसपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष हुकमचंद शर्मा का कहना है कि खेड़कीदौला टोल प्लाजा की टोल दर में भी बढ़ोतरी कर दी गई है। आखिर कारोबारी कहां जाएं। टोल प्लाजा को हटाने की बजाय टोल दर में बढ़ोतरी कर दी गई। द्वारका एक्सप्रेसवे से निकलना इतना महंगा है कि वैकल्पिक रास्तों के बारे में विचार करना होगा। सेक्टर-102 निवासी राजकुमार का कहना है कि वह द्वारका एक्सप्रेसवे से होते हुए दिल्ली जा रहे थे।
टोल प्लाजा के नजदीक पहुंचने पर पता चला कि 220 रुपये देने होंगे। 20 किलाेमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को मासिक पास की सुविधा दी गई है। मासिक पास 340 रुपये का बनेगा। जब तक मासिक पास नहीं बन जाता है तब तक वह दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे से ही जाएंगे। दीपक ने बताया कि उनकी कार में फास्टैग नहीं था। इस वजह से उनका दोगुना टोल लग गया यानी 440 रुपये लग गए।
उमर का कहना है कि फास्टैग रिचार्ज न होने से उन्हें भी 440 रुपये देने पड़ गए। यह बहुत अधिक है। टाेल दर में कमी की जाए। इस बारे में एनएचएआइ के अधिकारी का कहना है कि टोल दर को कम करना या बढ़ाने का निर्णय केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से होता है। 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले लोग जितनी जल्द हो पास बनवा लें।
द्वारका एक्सप्रेसवे की टोल दर
| वाहन का प्रकार | सिंगल ट्रिप (₹) | डबल ट्रिप (₹) | मासिक पास (50 ट्रिप) (₹) |
|---|---|---|---|
| निजी कार, जीप व हल्के वाहन | 220 | 330 | 7,360 |
| हल्के व्यवसायिक वाहन (LCV) | 355 | 535 | 11,890 |
| बस एवं ट्रक (डबल एक्सल) | 745 | 1,120 | 24,915 |
| 3 एक्सल वाले व्यवसायिक वाहन | 815 | 1,225 | 27,180 |
| चार एक्सल से अधिक वाले व्यवसायिक वाहन | 1,425 | 2,140 | 47,565 |

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