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    GuruGram AQI: हवा चलने से साइबर सिटी में सुधरा एक्यूआई, पर हवा अभी भी खराब

    Updated: Tue, 18 Nov 2025 11:07 AM (IST)

    गुरुग्राम में हवा चलने के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक में सुधार हुआ है, लेकिन हवा अभी भी 'खराब' श्रेणी में है। प्रदूषण कणों के बह जाने से थोड़ी राहत मिली है, पर स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है और सुधार की आवश्यकता है।

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    हल्की हवा चलने से प्रदूषण का स्तर गिरने और तेज धूप के बीच सोमवार दोपहर इस तरह साफ नजर आया साइबर सिटी। जागरण 

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। हल्की हवा चलने से बीते 24 घंटों में प्रदूषण स्तर में गिरावट जरूर दर्ज की गई, लेकिन शहर की हवा अब भी खराब श्रेणी में बनी हुई है। शनिवार को गुरुग्राम का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 258 रिकॉर्ड किया गया, जबकि औद्योगिक क्षेत्र मानेसर में यह आंकड़ा 245 रहा।

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    विशेषज्ञों का कहना है कि हवा चलने के कारण प्रदूषक कण कुछ हद तक छंट गए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर सुधार के लिए कदम न उठाए जाने के कारण प्रदूषण में कोई खास कमी नहीं आ पा रही। लोगों का कहना है कि सड़कों पर पानी का छिड़काव लगभग बंद है, जिससे धूल की मोटी परतें वाहन गुजरने पर हवा में उड़ जाती हैं।

    कई मुख्य मार्गों पर मैकेनिकल स्वीपिंग की कमी साफ दिखाई देती है। निर्माण स्थलों पर कवरिंग और बैरिकेडिंग भी ठीक से नहीं हो रही, जिसके कारण धूल लगातार वातावरण में फैल रही है। परिणामस्वरूप लोग गले में खराश, आंखों में जलन, सिरदर्द और सांस संबंधी समस्याओं की शिकायत कर रहे हैं।

    चिकित्सकों के अनुसार, हवा की गुणवत्ता खराब रहने से बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा के मरीजों पर अधिक खतरा होता है। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि सुबह और शाम के समय बाहर निकलने से बचें और आवश्यकता पड़ने पर मास्क का उपयोग करें। प्रदूषण स्तर बढ़ने से अस्पतालों में सांस और एलर्जी संबंधी रोगियों की संख्या में भी बढोतरी देखी जा रही है।

    पानी छिड़काव के नाम पर हो रही खानापूर्ति स्थानीय निवासियों का कहना है कि पिछले कई दिनों से प्रदूषण लगातार ‘खराब’ स्तर पर है, लेकिन न तो जल छिड़काव तेज किया गया है और न ही सड़कों की साफ-सफाई को लेकर कोई ठोस कार्रवाई दिख रही है।

    विशेषज्ञों का मानना है कि यदि एजेंसियां समय रहते सड़कों पर नियमित पानी का छिड़काव, निर्माण स्थलों की निगरानी और कूड़ा जलाने पर सख्ती जैसे कदम उठाएं, तो हालात में तेजी से सुधार आ सकता है।