Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Gurugram Dengue Cases: गुरुग्राम में डेंगू के डंक पर लगाम, पिछले साल के मुकाबले 62.25 फीसदी घटे मरीज

    Updated: Mon, 27 Oct 2025 10:26 AM (IST)

    गुरुग्राम में स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से डेंगू के मामलों में भारी गिरावट आई है। इस वर्ष पिछले वर्ष के मुकाबले 62.25 फीसदी कम मरीज पाए गए हैं। विभाग ने डोर-टू-डोर सर्वे, जागरूकता अभियान और लार्वा नियंत्रण जैसे उपाय किए हैं। संदिग्ध मरीजों की पहचान के लिए सैंपल लिए गए और प्रभावित क्षेत्रों में फागिंग की जा रही है।

    Hero Image

    वरुण त्रिवेदी, गुरुग्राम। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले में डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण के लिए डोर-टू-डोर मास फीवर सर्वे के अलावा जागरूकता व लारवा खोज अभियान चलाए जा रहे हैं। विभाग की इस मशक्कत का असर अब दिखने लगा है। इस वर्ष अब तक सिर्फ 57 केस सामने आए हैं जबकि बीते वर्ष अक्टूबर माह में डेंगू मरीजों का आंकड़ा 151 पहुंच गया था। यानि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार डेंगू के मामलों में 62.25 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। वर्ष 2024 में कुल 186 मामले सामने आए थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें तो इस वर्ष मास फीवर सर्वे के तहत 18 लाख 41 हजार 545 घरों में संदिग्ध बुखार के मरीजों की खोज गई। साथ ही संदिग्धों मरीजों के कुल छह हजार 39 सैंपल एकत्रित करके जांच के लिए भेजे गए जबकि एक हजार 626 संदिग्धों की रैपिड टेस्ट किए गए। जिले में 18 लाख से अधिक घरों में लार्वा की खोज की गई, जिसमें से नौ हजार 252 घरों व अन्य स्थानों पर डेंगू का लार्वा मिला है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी संबंधित व्यक्तियों को नोटिस जारी किए गए।

    वार्ड स्तर पर टीमें कर रहीं फागिंग व दवा का छिड़काव

    नगर निगम गुरुग्राम की ओर वार्ड स्तर पर टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें क्षेत्र में फागिंग करने के साथ ही जलभराव के हाटस्पाट क्षेत्रों में काले तेल व दवा का छिडक़ाव कर रही हैं। नगर निगम प्रवक्ता ने बताया कि निगम के पास पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं। इनमें 42 हैंड माउंटिड फागिंग मशीनें, 10 व्हीकल माउंटिड फागिंग मशीनें, लार्विसाइड स्प्रे के लिए 43 हैंड स्प्रे मशीन शामिल हैं।

    पूरी सतर्कता बरत रहा स्वास्थ्य विभाग

    जिला मलेरिया अधिकारी डा. जय प्रकाश राजरीवाल के मुताबिक, जिला नागरिक अस्पताल में अलग से डेंगू वार्ड बनाया गया है। इसके अलावा एंटी लार्वा अभियान के तहत टीमें लगातार पानी में दवाइयों का छिड़काव करवा रही है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में टीमें रेपिड सर्वे कर रही हैं। संदिग्ध बुखार के मरीजों के सैंपल लेकर जांच कराई जा रही है। इसके साथ ही सात दिन तक कहीं पानी जमा नहीं हो इसके लिए भी प्रयास कर रही है।

    जिले में सबसे प्रभावित क्षेत्र


    - गढ़ी गांव
    - वजीराबाद शहरी
    - पटौदी
    - गुड़गांव गांव
    - दौलताबाद
    - नखरौला
    - बादशाहपुर
    -परला
    -भांगरौला

    सात वर्षों में जिले में ऐसी रही डेंगू पर प्रभावी कार्रवाई की स्थिति

    वर्ष...........घरों की जांच....लार्वा मिला...नोटिस...जांच.....केस....मौत
    2018......391660.....10043.....1225...1522...93.......3
    2019......791344.....16068.....3325....1914...22.....0
    2020......1853636....32829....5093....1036...51....0
    2021......3229282....31305....15359...5650....327....1
    2022......3937073....18432....11615...10417....440...0
    2023......2674764....31827....21469...8088......276...1
    2024......2186317....22000....18556...12437....186...0
    2025......1841545....18130......9252....7665......57.....0 (अब तक)
    नोट: आंकड़े स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक।


    विभाग की ओर से डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सप्ताह में एक दिन सूखा दिवस (ड्राई डे) मनाने का आह्वान किया जा रहा है, ताकि पानी जमा न हो और मच्छरों का प्रजनन रोका जा सके। डोर-टू-डोर जाकर घर व दुकानों पर लार्वा की जांच की जाती है और लार्वा मिलने पर संबंधित व्यक्ति को नोटिस भी जारी किया जा रहा है। लोगों के सहयोग से ही डेंगू पर लगाम संभव है।

    -

    - डॉ. अलका सिंह, सिविल सर्जन, गुरुग्राम